हर महीने 15 हजार... हजारीबाग में चल रहा था मतांतरण का गंदा खेल, आवाज उठाने पर युवक की कर दी बुरी हालत; आठ गिरफ्तार
झारखंड में मतांतरण का खेल काफी लंबे अर्से से चला रहा है और हाल ही में एक ऐसा किस्सा हजारीबाग के मंडई गांव से सामने आया। यहां एक शख्स को मतांतरण के लिए तरह-तरह का प्रलोभन दिया गया पैसे देने की भी बात कही गई। लेकिन जब उसने अपना धर्म छोड़ने से इंकार कर दिया तो उसके साथ मारपीट की गई।
जागरण संवाददाता, हजारीबाग। जिले के विभिन्न प्रखंडों में बड़े पैमाने पर मतांतरण का खेल चल रहा है। अब इसकी पहुंच हजारीबाग शहर में भी हो गई है। ताजा मामला सदर प्रखंड के मंडई से जुड़ा है, जहां कोर्रा थाना अंतर्गत महेंद्र कालोनी के एक बंद घर में मतांतरण का खेल चल रहा था। मामले का खुलासा तब हुआ जब यहां चल रहे चंगाई सभा में एक युवक ने मतांतरण से इंकार कर दिया। इसके बाद युवक के साथ मारपीट की गई।
मंडई गांव में मचा हंगामा
किसी तरह युवक ने भाग कर इसकी जानकारी ग्रामीणों को दी। इसके बाद मंडई में हंगामा मच गया। ग्रामीणों ने मतांतरण कराने आए लोगों को पकड़ लिया और इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके से पुलिस 20 से अधिक बाइबिल, ईसाई धर्म से संबंधित धर्म ग्रंथ, कागजात, बंद लिफाफे में नगद रुपये व अन्य वाद्य तंत्र बरामद किया है। पूछताछ में आरोपितों ने मतांतरण की बात स्वीकार की।हजारी
ईसाई धर्म अपनाने के लिए दिया तरह-तरह का प्रलोभन
भुक्तभोगी रंजीत कुमार सोनी ने बताया कि उन्हें महेंद्र कालोनी निवासी उर्मिला देवी, पति विजय मेहता के घर में बुलाया गया था। वहां उर्मिला देवी के साथ-साथ बाहर से आए छह लोग उपस्थित थे। इन लोगों ने मुझसे कहा कि आप ईसाई धर्म अपना लो। तुम्हें 15000 रुपये प्रत्येक महीने तथा तुम्हारे परिवार वालों को मुफ्त शिक्षा एवं इलाज की व्यवस्था की जाएगी।एक महीने में दो परिवार को हिंदू से ईसाई धर्म में लाने पर अलग से दस हजार रुपये कमीशन मिलेगा। रंजीत ने जब अपना धर्म छोड़ने मना किया तो उसके साथ मारपीट की गई। गर्दन दबाकर जान से करने का प्रयास किया। वह किसी तरह वहां से भागा और अपने दोस्त को फोन किया। सूचना पाकर ग्रामीण पहुंचे और कोर्रा थाना की पुलिस को सूचना दी।यह भी पढ़ें: Jharkhand Politics: 'इस्तीफे से बचने के लिए सीएम चम्पाई ने बुलाया छोटा बजट सत्र', विधायक सरयू राय ने लगाए गंभीर आरोप
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