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    Jamshedpur News: जादूगोड़ा में उप डाकघर में 20 लाख की धोखाधड़ी, जमा करने के नाम पर अपने पास रखता था पैसा

    Updated: Sun, 17 Aug 2025 10:16 AM (IST)

    जादूगोड़ा के नरवा माइंस उप डाकघर में 20 लाख से अधिक का गबन सामने आया है। उप डाकपाल राजू मांझी और एजेंट कपिलदेव भगत पर मामला दर्ज हुआ है जिसमें उप डाकपाल निलंबित कर दिए गए हैं। आरोप है कि एजेंट कपिलदेव ग्राहकों से पैसे लेकर पासबुक में हाथ से एंट्री करता था जबकि कंप्यूटर में कम रकम दर्ज की जाती थी।

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    जादूगोड़ा के नरवा माइंस उप डाकघर में 20 लाख का गबन। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। जादूगोड़ा थाना क्षेत्र नरवा माइंस उप डाकघर में सरकारी दस्तावेज में छेड़छाड़ कर 20 लाख रुपये से अधिक गबन करने का मामला सामने आया है। मामले में उप डाकघर के उप डाकपाल राजू मांझी और एजेंट कपिलदेव भगत के विरुद्ध गबन करने की प्राथमिकी जादूगोड़ा थाना में सहायक डाक अधीक्षक राज किशोर दास की शिकायत पर दर्ज की गई है।

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    वहीं, तत्काल प्रभाव से उप डाकपाल को विभागीय रूप से निलंबित कर दिया गया है। गबन मामले में मुख्य आरोपित एजेंट कपिलदेव भगत आसनबनी कोकदा का निवासी है और साइबर ठगी के मामले में पांच अगस्त से जेल में बंद है। पूरे मामले का मुख्य साजिशकर्ता एजेंट ही है।

    साइबर ठगी के मामले में जेल में बंद होने के बाद उप डाकघर में गबन होने का मामला उजागर हुआ। कपिलदेव भगत लंबे समय से एजेंट के रूप में कार्यरत है। वह अपने ग्राहकों से रुपये जमा करने के लिए लेता था, लेकिन उसकी एंट्री पासबुक में कंप्यूटर से नहीं होती थी।

    एजेंट हाथ से ही पासबुक में इंट्री कर देता था। एक ग्राहक जिसके पासबुक में 20 लाख रुपये एंट्री हाथ से की गई थी और उस पर मुहर लगा दिया गया था जबकि विभाग के कंप्यूटर में इंट्री की रकम 75 हजार रुपये ही दिखी जिसके बाद मामले उजागर हुआ।

    ग्राहक की शिकायत पर विभागीय रूप से मामले की जांच की गई। पासबुक में हाथ से नहीं बल्कि कंप्यूटर से इंट्री होनी चाहिए। विभागीय जांच में ये बात सामने आई कि साइबर ठगी के मामले में कपिलदेव भगत की गिरफ्तारी के बाद ग्राहकों को जानकारी मिली कि आरोपित ग्राहकों से पैसा लेकर डाकघर में जमा नहीं करता था। अपने पास रख लेता था।

    पासबुक में हाथ से रकम प्राप्ति की इंट्री कर ली जाती थी और डाकपाल का मुहर भी लगा दिया जाता था जिसकी जानकारी उप डाकपाल को भी नहीं थी।

    गौरतलब है कि तीन आरोपित में केशव चंद्र भगत, कपिलदेव भगत और गिरधारी भकत को जादूगोड़ा थाना की पुलिस ने गूगल रिव्यू, रेटिंग व टास्क कंपलीट कराने के नाम पर देश के विभिन्न भागों से साइबर ठगी के मामले में गिरफ्तार किया था। तीनों आरोपित जादूगोड़ा के कोकदा के निवासी है।

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