चाईबासा में हाथी का गुुस्सा बना मौत का कारण, जानिए क्या था वजह
पश्चिमी सिंहभूम जिले के चाईबासा में जंगली हाथी के हमले में एक युवक की मौत हो गई। हाथियों का झुंड गांव के पास था, और मृतक उनके करीब चला गया था। ग्रामीणों में हाथियों की आवाजाही से दहशत है और वे सुरक्षा की गुहार लगा रहे हैं। वन विभाग ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मुआवजे की मांग की जा रही है।

चाईबासा के जयरामडीह टोला स्थित घटनास्थल पर लगी भीड़।
जागरण संवाददाता, चाईबासा।पश्चिमी सिंहभूम जिले के चाईबासा अनुमंडल के जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के जयरामडीह टोला में बुधवार दोपहर जंगली हाथी के हमले में एक युवक की दर्दनाक मौत हो गई। मृतक की पहचान 32 वर्षीय सिरका चातार (टोला कुंडियासाईं) के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार, सुबह से ही हाथियों का एक झुंड गांव के पास के जंगल में डेरा डाले हुए था। स्थानीय लोग उन्हें देखने पहुंचे थे। इसी दौरान सिरका चातार भी मौके पर पहुंच गया। बताया जा रहा है कि वह झुंड के बहुत करीब चला गया, जिससे एक हाथी भड़क उठा और सूंड से पटककर उसकी जान ले ली। मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
ग्रामीणों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से क्षेत्र में हाथियों की आवाजाही बढ़ गई है। फसलें रौंदी जा रही हैं और कई घरों को भी नुकसान पहुंचा है। लगातार तनाव और डर के बीच ग्रामीण प्रशासन और वन विभाग से सुरक्षा की गुहार लगा रहे हैं। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जंगली हाथी अक्सर तब आक्रामक हो जाते हैं जब उन्हें खतरा महसूस होता है या झुंड में कोई घायल हो। टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया है और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। फिलहाल, इलाके में भय का माहौल है। ग्रामीणों ने प्रभावित परिवार को मुआवजा देने की मांग की है।
ग्रामीणों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से क्षेत्र में हाथियों की आवाजाही बढ़ गई है। फसलें रौंदी जा रही हैं और कई घरों को भी नुकसान पहुंचा है। लगातार तनाव और डर के बीच ग्रामीण प्रशासन और वन विभाग से सुरक्षा की गुहार लगा रहे हैं। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जंगली हाथी अक्सर तब आक्रामक हो जाते हैं जब उन्हें खतरा महसूस होता है या झुंड में कोई घायल हो। टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया है और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। फिलहाल, इलाके में भय का माहौल है। ग्रामीणों ने प्रभावित परिवार को मुआवजा देने की मांग की है।

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