हृदय रोग की चपेट में जमशेदपुर: 1.5 लाख लोग प्रभावित, हर दिन 100+ नए मामले
जमशेदपुर शहर में लगभग 1.5 लाख लोग हृदय रोग से पीड़ित हैं। रोजाना अस्पतालों में 100 से अधिक मामले सामने आ रहे हैं जिनमें से कई अपनी स्थिति से अनजान हैं ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। शहर की आबादी लगभग 16 लाख है और विशेषज्ञों के अनुसार, 10 से 12 प्रतिशत लोग हृदय रोग से पीड़ित हैं। इसका मतलब यह है कि जमशेदपुर में लगभग डेढ़ लाख लोग हृदय संबंधी समस्याओं से जूझ रहे हैं।
शहर के अस्पतालों में रोजाना 100 से अधिक हृदय रोगियों की पहचान हो रही है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) के उपाध्यक्ष सह हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. संतोष गुप्ता का कहना है कि जो मरीज सामने आते हैं उस आबादी का लगभग 50 प्रतिशत हिस्सा यह नहीं जानता कि उन्हें हृदय रोग है।
वहीं 70 प्रतिशत मरीज तब ही लक्षण महसूस करते हैं, जब आर्टरी में ब्लाकेज हो चुका होता है और अचानक सीने में दर्द या अन्य गंभीर संकेत दिखाई देते हैं। यही कारण है कि अचानक हार्ट अटैक की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं।
जिम की गलत आदतें बढ़ा रही खतरा
हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. संतोष गुप्ता के अनुसार, मानसिक तनाव, असंतुलित आहार, ब्लड प्रेशर, मधुमेह और तंबाकू का सेवन हार्ट अटैक का जोखिम बढ़ाते हैं। आज की तेज रफ्तार वाली जिंदगी में युवा और वयस्क अक्सर अपने हृदय की अनदेखी करते हैं।
हार्ट अटैक किसी को भी अचानक घेर सकता है। जिम जाने वाले लोग अक्सर दूसरों की देखादेखी भारी मशीन उठाने या लंबे समय तक लगातार व्यायाम करने की गलती करते हैं। डॉ. संतोष गुप्ता का कहना है कि शुरुआत में हल्के व्यायाम से शुरू करें और धीरे-धीरे समय बढ़ाएं। साथ ही परिवार में हृदय रोग का इतिहास हो तो जांच जरूर कराएं।
40 साल के बाद नियमित जांच जरूरी
डॉ. संतोष गुप्ता ने कहा कि 40 साल के बाद हर व्यक्ति नियमित रूप से हार्ट की जांच कराए। संतुलित आहार, तनाव कम करना, नियमित व्यायाम और तंबाकू या शराब से परहेज ही हृदय रोग से बचाव का सबसे आसान और प्रभावी तरीका है। उन्होंने कहा कि जागरूक रहकर और जीवनशैली सुधारकर ही हृदय संबंधी गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।