INNOVATION की भट्ठी हुई गर्म : उन्नत स्टील और मिश्रधातुओं के लिए 'NML - ELECTRODHARM' एकजुट
सीएसआईआर-एनएमएल, जमशेदपुर और इलेक्ट्रोधर्म इंडिया ने उन्नत स्टील और मिश्रधातुओं के क्षेत्र में सहयोग किया है। इस साझेदारी का उद्देश्य नई तकनीकों का विकास करना और उच्च गुणवत्ता वाले स्टील उत्पादों का निर्माण करना है। यह सहयोग आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण को बढ़ावा देगा और रोजगार के अवसर बढ़ाएगा।

मंगलवार को जमशेदपुर स्थित सीएसआईआर एनएमएल परिसर में समझौता पत्र पर हस्ताक्षर करते दोनों संस्थान के पदाधिकारी।
जासं, जमशेदपुर । सीएसआइआर-राष्ट्रीय धातुकर्म प्रयोगशाला (NML), जमशेदपुर ने मंगलवार को इलेक्ट्रोथर्म (इंडिया) लिमिटेड के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया। इस समझौते का उद्देश्य उन्नत सामग्रियों के विकास, इलेक्ट्रिकल स्टील्स और धातुकर्म Innovation के क्षेत्र में दीर्घकालिक साझेदारी स्थापित करना है।
यह Mou इलेक्ट्रिकल स्टील्स, नए मिश्रधातु तंत्र, क्षरण-रोधी एवं फंक्शनल कोटिंग्स तथा विनिर्माण एवं रणनीतिक क्षेत्रों के लिए महत्त्वपूर्ण आयात-प्रतिस्थापन सामग्रियों के विकास में सहयोगी अनुसंधान और प्रौद्योगिकी विकास को गति देगा। इससे इलेक्ट्रिकल स्टील्स की गुणवत्ता और उत्पादन में सुधार होगा। इलेक्ट्रिकल स्टील्स बिजली के सामान जैसे मोटर, फैन, ट्रांसफरमर आदि में बहुत उपयोगी हैं।
इस साझेदारी से बेहतर इलेक्ट्रिकल स्टील बनेगी, जससे ऊर्जा बचत होगी और मशीनें ज्यादा टिकाऊ होगी। साझेदारी में संयुक्त प्रयोगशाला एवं पायलट-स्तरीय परीक्षण, सत्यापन, तकनीकी विशेषज्ञता का आदान-प्रदान तथा नई सामग्रियों और प्रक्रियाओं का आकलन शामिल है।
इस अवसर पर दोनों संस्थानों के वरिष्ठ प्रतिनिधियों ने कहा कि यह सहयोग भारत की आत्मनिर्भरता को सुदृढ़ करेगा और घरेलू उद्योगों को विज्ञान-आधारित समाधान उपलब्ध कराएगा। यह एमओयू प्रारंभिक रूप से तीन वर्षों की अवधि के लिए प्रभावी रहेगा।
इसमें सीएसआइआर-एनएमएल और इलेक्ट्रोथर्म संयुक्त रूप से लक्षित अनुसंधान एवं विकास कार्यक्रम विकसित करेंगे, संयंत्र-स्तरीय परीक्षण करेंगे तथा नवाचार आधारित धातुकर्म उत्पादों के व्यावसायीकरण की दिशा में कार्य करेंगे।
इस समझौते से अन्य फायदे
नये-नये धातु और सामग्री तैयार होंगी : दोनों मिलकर ऐसी उन्नत धातुएं और सामग्री विकसित करेंगे जो ज्यादा मजबूत, हल्की और टिकाऊ हों। इससे उद्योगों को बेहतर गुणवत्ता का कच्चा माल मिलेगा।
धातुकर्म क्षेत्र में नए शोध और तकनीक विकसित होंगी : जमशेदपुर जैसे औद्योगिक शहर में नई तकनीक आने से रोजगार और कौशल बढ़ेगा। युवा इंजीनियरों और शोधकर्ताओं को आधुनिक तकनीक सीखने का मौका मिलेगा।
स्थानीय उद्योगों को फायदा : इलाके के छोटे-बड़े उद्योगों को बेहतर तकनीकी सहयोग और नई सामग्री उपलब्ध होगी। उत्पादन लागत कम होगी और उत्पादों की गुणवत्ता बढ़ेगी।
देश में आत्मनिर्भरता बढ़ेगी : उन्नत धातुएं और इलेक्ट्रिकल स्टील्स अभी बाहर से भी मंगाई जाती हैं। यह समझौता देश में ही उच्च गुणवत्ता की सामग्री बनाने में मदद करेगा, जिससे आयात कम होगा।

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