Ispat Express: इस्पात एक्सप्रेस पर हुई पत्थरबाजी, बी-2 कोच की खिड़की टूटी; यात्रियों में दहशत
जमशेदपुर में टिटलागढ़-हावड़ा इस्पात एक्सप्रेस पर पत्थरबाजी हुई जिससे ट्रेन की खिड़की क्षतिग्रस्त हो गई। घटना जुगसलाई के पास हुई जिससे यात्री दहशत में आ गए। टाटानगर आरपीएफ ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इस क्षेत्र में पहले भी वंदे भारत एक्सप्रेस पर पत्थरबाजी हो चुकी है।

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। टिटलागढ़ से चलकर हावड़ा को जाने वाली 12872 इस्पात एक्सप्रेस पर शुक्रवार शाम पत्थरबाजी हुई है।
इस घटना से ट्रेन के बी-2 कोच के 57 नंबर सीट के पास वाली खिड़की क्षतिग्रस्त हो गई। गनीमत रही कि इस घटना से कोई यात्री हताहत नहीं हुआ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शुक्रवार शाम लगभग साढ़े छह बजे इस्पात एक्सप्रेस टाटानगर की ओर आ रही थी। इसी दौरान खरखई ब्रिज पार करने के बाद जुगसलाई के समीप ट्रेन पर पत्थरबाजी हुई।
जिससे अंदर बैठे यात्री पूरी तरह से सहम गए। घटना की जानकारी मिलने पर टाटानगर आरपीएफ की टीम ने ट्रेन की स्थिति का जायजा लिया और अज्ञात के खिलाफ रेलवे एक्ट के तहत मामला दर्ज करने की तैयारी कर रही है। लगभग तीन माह पहले इसी क्षेत्र में वंदे भारत एक्सप्रेस पर भी पत्थरबाजी की घटना हो चुकी है।
चक्रधरपुर मंडल में रुक नहीं रहे हैं पत्थरबाजी की घटनाएं
चक्रधरपुर मंडल में लगातार पत्थरबाजी की घटनाएं हो रही हैं। इससे पहले भी गम्हरिया-सीनी सेक्शन, चाईबासा व डांगवापोसी क्षेत्र सहित अन्य क्षेत्रों में पत्थरबाजी की घटनाएं हुई है।
इससे पहले 21 मई को टाटा-एर्नाकुलम एक्सप्रेस पर बिसरा स्टेशन के पास, एक जून को हटिया-पुरी तपस्विनी एक्सप्रेस पर कलुंगा रेलवे स्टेशन के पास और 11 जून को राउरकेला-पुरी वंदे भारत एक्सप्रेस पर कलुंगा-पानपोस स्टेशन के बीच पत्थरबाजी की घटनाएं हो चुकी हैं।
सीसीटीवी लगाने की हो चुकी है बात
चक्रधरपुर मंडल में लगातार हो रही पत्थरबाजी की घटनाओं को देखते हुए प्रभावित स्टेशनों के आउटर पर सीसीटीवी फुटेज लगाने की बात हुई थी।
पिछले दिनों टाटानगर आए आरपीएफ के सहायक सुरक्षा आयुक्त सह कमांडेंट पी शंकर कुट्टी ने बताया था कि पत्थरबाजी करने वालों की पहचान के लिए टाटानगर रेलवे स्टेशन के आउटर पर छह जबकि अलग-अलग स्टेशनों पर लगभग 22 सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं।
ये कैमरे हाई रिजाल्यूशन वाले नाइट विजन वाले होंगे जिसमें 30 दिन का बैकअप रहेगा। इसके बावजूद पत्थरबाजी की घटनाएं रूकने का नाम नहीं ले रही है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।