Jamtara-Deoghar Road: दक्षिणबहाल पुल के पास बनेगा एप्रोच रोड, 181 करोड़ रुपये होंगे खर्च; टेंडर जारी
जामताड़ा-देवघर मार्ग पर दक्षिणबहाल पुल के पास डायवर्जन और एप्रोच रोड का निर्माण होगा। पथ निर्माण विभाग ने 1.81 करोड़ रुपये की योजना को मंजूरी दी है और ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, जामताड़ा। जामताड़ा-देवघर को जोड़ने वाली लाइफलाइन सड़क पर आवागमन की मुश्किलें अब जल्द ही कम होंगी।
क्षतिग्रस्त दक्षिणबहाल पुल के समीप डायवर्जन और एप्रोच रोड निर्माण को पथ निर्माण विभाग से मंजूरी मिल गई है। विभाग की ओर से निविदा भी निकाल दी गई है। यदि प्रक्रिया समय पर पूरी कर ली जाएगी जो जनवरी 2026 से इस सड़क पर आवाजाही शुरू हो जाएगी।
1.81 करोड़ रुपये होंगे खर्च
डायवर्जन और एप्रोच रोड निर्माण पर लगभग 1.81 करोड़ रुपये खर्च होंगे। दक्षिणबहाल जोरिया पर डायवर्जन पुल और एप्रोच रोड बनाया जाएगा। निविदा निकल चुकी है। आठ अक्टूबर में ई-निविदा प्राप्त करने की अंतिम तिथि है। इस काम को तीन महीने में पूरा करना है।
अभी करना पड़ रहा लंबा सफर
जुलाई महीने में बारिश के तेज बहाव में दक्षिणबहाल पुल क्षतिग्रस्त होने से ग्रामीणों को सतसाल पुल होकर बांसनली के रास्ते या फिर नामुपाड़ा, भागाबांध और सुपायडीह रास्ते से गोविंदपुर-साहिबगंज हाईवे पकड़कर टीकाडीह मोड़ पहुंचना पड़ता है। कई जगह कच्ची सड़क होने से दिक्कत होती है।
हालांकि, दक्षिणबहाल के ग्रामीणों की ओर से जोरिया पर एक कच्चा डायवर्जन का निर्माण कराया गया था, लेकिन 10 सितंबर को तेज बारिश में यह डायवर्जन भी पूरी ध्वस्त हो गया।
वहीं, डायवर्जन के धंसने से एक कार पानी बह गया था। इसमें पांच लोग पानी डूब गए थे। हालांकि, चार लोगों ने किसी तरह अपनी जान बचाई थी। जबकि एक डीटीओ ऑफिस का पूर्व कंप्यूटर ऑपरेटर की जान चली गई।
छात्रों को मिलेगी बड़ी राहत
डायवर्जन बनते ही दक्षिणबहाल, बोधबांध, भरचंडी, ग्वालपिपला, टीकाडीह, आसहेरिया, नवाडीह, नदियाचक, मानिकपुरा, शेखपुरा, पट्टाजोरी, दुलदुलई, तिलायबनी, बाराटांड़, शोभाबांक, जमुआ और कजरा जैसे गांवों के छात्र सीधे जामताड़ा पहुंच सकेंगे। खासकर महिला इंटर व डिग्री कॉलेज की छात्राओं के लिए यह बड़ी राहत होगी।
पुल क्षतिग्रस्त होने से ग्रामीणों को परेशानी हो रही थी। वैकल्पिक व्यवस्था के तहत डायवर्जन और एप्रोच रोड निर्माण की स्वीकृति दी गई है। निविदा निकाल दी गई है। इसकी प्राक्कलन राशि 181 करोड़ रुपये है। इस काम को तीन महीने में पूरा करना है। - बिक्की रविश मुर्मू, कार्यपालक अभियंता, पथ निर्माण विभाग, जामताड़ा।

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