Jharkhand News: श्रावणी मेला ड्यूटी से लौटे जवान की गला दबाकर हत्या, तीन दिन तक जंगल में पड़ा रहा शव
पलामू जिले में लेस्लीगंज थाना क्षेत्र के सतबरवा बोहित्ता में एक पुलिस जवान विजय उरांव का शव मिला। विजय जो मुसाबनी में प्रशिक्षण ले रहे थे श्रावणी मेला ड्यूटी के बाद से लापता थे। पुलिस जांच में पता चला कि उनकी गला दबाकर और पत्थर से कूचकर हत्या की गई थी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

संवाद सूत्र, नीलांबर पीतांबरपुर (पलामू)। पलामू जिले में कानून-व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर देने वाली वारदात सामने आई है। लेस्लीगंज थाना क्षेत्र के सतबरवा बोहित्ता के तीन मुहान की झाड़ी से तीन दिन पहले बरामद हुए शव की पहचान पुलिस जवान विजय उरांव के रूप में हुई है।
विजय उरांव सदर थाना क्षेत्र के चियांकी के रहने वाले थे और फिलहाल पुलिस ट्रेनिंग सेंटर मुसाबनी में प्रशिक्षण ले रहे थे। उनकी पहली ड्यूटी देवघर श्रावणी मेला में लगी थी।
स्वजनों के मुताबिक मेला ड्यूटी खत्म होने के बाद से ही विजय का कोई अता-पता नहीं चल रहा था। पत्नी ने कई बार अधिकारियों से गुहार लगाई, लेकिन उन्हें केवल इंतजार मिला।
गला दबाकर और पत्थर से कूच की गई हत्या
पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि अपराधियों ने विजय की गला दबाकर और पत्थर से कूचकर बेरहमी से हत्या की। इसके बाद शव को झाड़ी में फेंक दिया गया।
घटनास्थल से डिस्पोजल गिलास और पानी की बोतल भी मिली है, जिससे आशंका जताई जा रही है कि हत्या से पहले वहां शराब या भोजन का दौर चला होगा।
पहचान में लगी देर, स्वजनों पर टूटा दुख का पहाड़
पहले दिन शव की पहचान नहीं हो पाई थी, लेकिन बाद में पुष्टि हुई कि वह विजय का ही है। विजय के पिता स्व. कुलदीप उरांव भी पुलिस बल में जवान थे। पिता की मौत के बाद ही विजय की नौकरी बहाल हुई थी। परिवार को उम्मीद थी कि विजय सेवा में नाम रोशन करेंगे, लेकिन अब पूरा घर मातम में डूबा है।
पुलिस ने कहा- जल्द होगा खुलासा
लेस्लीगंज थाना प्रभारी उत्तम कुमार राय ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम रांची रिम्स में कराया गया है। स्वजनों के आवेदन पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा। पुलिस ने दावा किया है कि जल्द ही हत्या के कारण और आरोपितों का खुलासा कर दिया जाएगा।
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