Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    बिहार विधानसभा चुनाव के प्रत्याशियों की आपराधिक कुंडली खंगाल रही झारखंड पुलिस, राजद प्रत्याशी सत्येंद्र साह के बाद अब किसकी बारी...?

    By Dilip Kumar Edited By: Kanchan Singh
    Updated: Sat, 25 Oct 2025 03:37 PM (IST)

    झारखंड पुलिस बिहार विधानसभा चुनाव के उम्मीदवारों के आपराधिक रिकॉर्ड की जांच कर रही है। राजद प्रत्याशी सत्येंद्र साह के बाद, पुलिस अब अन्य संदिग्ध उम्मीदवारों पर ध्यान केंद्रित कर रही है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि चुनाव प्रक्रिया में किसी भी अपराधी को शामिल होने से रोका जा सके और निष्पक्ष चुनाव कराए जा सकें।

    Hero Image

    बिहार विधानसभा चुनाव में आपराधिक छवि वाले प्रत्याशियों पर झारखंड पुलिस नजर बनाए हुए है।

    राज्य ब्यूरो, रांची। बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर झारखंड पुलिस ने भी अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। वहां चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों का भी आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है।

    झारखंड में सक्रिय रहे बिहार के अपराधियों की भी झारखंड पुलिस अद्यतन रिपोर्ट ले रही है, ताकि पड़ोसी राज्य में हो रहे चुनाव में किसी तरह का खलल न पड़े और शांतिपूर्ण तथा निष्पक्ष चुनाव संपन्न कराया जा सके।

    झारखंड पुलिस ने इसी अभ्यास के तहत गढ़वा में डकैती कांड के फरार वारंटी सत्येंद्र साह को पिछले दिनों गिरफ्तार किया है।

    सत्येंद्र साह सासाराम विधानसभा सीट पर महागठबंधन दल से राजद के प्रत्याशी हैं। वे अपना नामांकन पत्र दाखिल कर बाहर निकले ही थे कि झारखंड पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया। उनकी गिरफ्तारी 21 साल पुराने केस में हुई है।

    झारखंड पुलिस के आइजी अभियान डा. माइकल राज एस. ने पिछले दिनों बिहार की सीमा से सटे जिलों के एसपी को सख्त निर्देश दिया था कि बिहार में सक्रिय झारखंड के वारंटी को जल्द गिरफ्तार कर जेल भेजें। इसके बाद से ही झारखंड पुलिस ने अपनी डायरी खंगालनी शुरू कर दिया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    प्रत्याशियों के हलफनामा से भी ली जा रही जानकारी

    झारखंड पुलिस बिहार विधानसभा चुनाव के प्रत्याशियों के हलफनामे से भी जानकारी जुटा रही है। गुप्तचरों, खुफिया सूचनाओं व नामांकन पत्र के साथ दाखिल हलफनामा में दिए गए आपराधिक ब्योरे की भी जांच चल रही है।

    भारत निर्वाचन आयोग के गाइडलाइंस के अनुसार पुलिस की ओर से संबंधित कांडों का सत्यापन किया जाता है।

    इन दिनों यह जानकारी जुटाई जा रही है कि कौन से प्रत्याशी के विरुद्ध झारखंड के किस थाने में प्राथमिकी दर्ज है और उसकी अद्यतन स्थिति क्या है। दर्ज कांड की प्रकृति क्या थी।