Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    RIMS-2 का विरोध करने के लिए भाजपा ने बड़े पैमाने पर की फंडिंग, मानसून सत्र के अंतिम दिन मुख्यमंत्री के निशाने पर रहे विपक्षी

    Updated: Thu, 28 Aug 2025 08:07 PM (IST)

    विधानसभा में मानसून सत्र के अंतिम दिन गुरुवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने संबोधन में भाजपा पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांके के नगड़ी में प्रस्तावित रिम्स-2 के नाम पर भाजपा राजनीतिक रोटियां सेंक रही है। इसके लिए बड़ी साजिश रच रही है और इसके लिए बड़े पैमाने पर लोगों के बीच फंडिंग भी कर रही है। भाजपा की कथनी व करनी में फर्क है।

    Hero Image
    मुख्यमंत्री ने कहा कि रिम्स-2 का विरोध करने के लिए भाजपा ने बड़े पैमाने पर फंडिंग की है।

    राज्य ब्यूरो, रांची : विधानसभा में मानसून सत्र के अंतिम दिन गुरुवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने संबोधन में भाजपा पर जमकर हमला बोला।

    उन्होंने कहा कि कांके के नगड़ी में प्रस्तावित रिम्स-2 के नाम पर भाजपा राजनीतिक रोटियां सेंक रही है। इसके लिए बड़ी साजिश रच रही है और इसके लिए बड़े पैमाने पर लोगों के बीच फंडिंग भी कर रही है। भाजपा की कथनी व करनी में फर्क है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इसने कभी भी जनता से किए गए वादे को पूरा नहीं किया है। सरकार आने वाले 40 साल की कार्ययोजना बनाकर राज्य को आगे बढ़ाने का कार्य कर रही है और विपक्ष बगुला बनकर साजिश कर रहा है।

    यह सरकार सीमित आर्थिक संसाधन में आर्थिक सहायता खासकर मंइयां सम्मान योजना का लाभ दे रही है और विपक्ष के विधायक घर में नोट छाप रहे हैं। जनता की अदालत में इन्हें जवाब मिलेगा।

    विपक्ष का अपना उद्देश्य, राजनैतिक विचार हैं। ये अपना हित साधने के लिए मुद्दा विहीन विषय के साथ सड़क से सदन में होते हैं और सरकार के काम को बाधित करते हैं।

    कानून व संवैधानिक संस्थाएं विपक्ष की जेब में हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार पूरी मजबूती के साथ राज्य की सत्ता में है। गरीब व किसान के हित में बेहतर कार्य हो रहे हैं।

    उन्होंने विपक्ष से भी राज्यहित में सकारात्मक सोच के साथ सरकार का सहयोग करने की अपील की। हालांकि, उनके संबोधन के वक्त सदन में विपक्षी खेमा खाली था।

    जज की गलती पर महाभियोग, चुनाव आयोग पर कार्रवाई नहीं

    बिहार में मतदाता सूची पुनरीक्षण पर भी मुख्यमंत्री ने राज्य व केंद्र की भाजपा सरकार को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि एक वोट से सरकार बनती-बिगड़ती है।

    बिहार चुनाव के पहले लाखों लोगों को मतदाता सूची से बाहर कर दिया गया। भारत निर्वाचन आयोग पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस देश में जज की गलती पर संसद में महाभियोग लाया जाता है, लेकिन चुनाव आयोग पर कोई कार्रवाई नहीं होती है।

    मुख्यमंत्री ने गुजरात में फर्जी राजनीतिक दलों का मामला भी बताया और कहा कि इन फर्जी राजनीतिक दलों ने चुनाव में 4300 करोड़ का चंदा उठाया और खर्च केवल 25 से 26 करोड़ रुपये किया।

    संसद से पास हुए नए कानून पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम, सीएम, सांसद अगर जेल में 29 दिन भी रहें तो उन्हें पद त्याग करना पड़ेगा। यह कानून इनकी मंशा जाहिर करता है। ये किस तरह अपने प्राप्त शक्तियों का दुरुपयोग कर रहे हैं।

    राज्य के खनिज से बाहरी बने अरबपति, यहां के लोग गरीब

    मुख्यमंत्री ने कहा कि यह राज्य सोने की चिड़िया है। इसने देश को क्या नहीं दिया, लेकिन उसके बदले में क्या मिला, यह सर्वविदित है। यहां के खनिज से कई लोग अरबपति बन गए, राज्य के लोग गरीब ही रह गए। देश का पालन पोषण करते-करते राज्य में धरती के अंदर आग लग गई है।

    यहां यूरेनियम खनन कार्य होते हैं। उस क्षेत्र में हर तीसरा आदमी बीमारी से ग्रसित है। बच्चे अपंग पैदा हो रहे हैं। यहां के खदानों की निगरानी प्रधानमंत्री कार्यालय कर रहा है। खनन कंपनियां दालालों के माध्यम से पट्टा लेकर खनन करवा रही है।

    यह अपना झारखंड देश व पूंजीपतियों के विकास के लिए कीमत चुका रहा है। खनन क्षेत्र से विस्थपितों के लिए रहने की जगह नहीं है। प्रकृति से छेड़छाड़ की जा रही है। पर्यावरण प्रदूषण मानव जाति को चुनौती दे रहा है, जिसका नतीजा यह अतिवृष्टि भी है।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि अब उनकी सरकार खनन के मामले पर भी चिंतन करेगी। उन्होंने भाजपा शासित राज्यों की बदहाली की भी पोल खोली और बताया कि कैसे मुंबई-दिल्ली में गगनचुंबी इमारतों के पास बड़ी-बड़ी झुग्गी-झोपड़ियां हैं।

    दिशोम गुरु को भारत रत्न मिलने पर जताया संशय

    विधानसभा में अपना संबोधन शुरू करते ही मुख्यमंत्री भावुक हो उठे। उन्होंने मानसून सत्र के दौरान दिशोम गुरु के निधन, चलते सत्र को बंद करना और फिर सत्र के आयोजन तक की जानकारी दी।

    यह भी बताया कि इस राज्य ने एक ऐसे व्यक्ति को खोया जो विधायक, सांसद, केंद्रीय मंत्री रहे, आदिवासियों के सबसे बड़े नेता रहे। झारखंड ही नहीं देश के आदिवासी समाज के लोग उन्हें प्रेरणा के स्रोत मानते थे। वे राज्य की आवाज थे। गुरु जी ने दूसरे राज्यों को भी प्रेरित किया।

    उनके संस्कार भोज में आए तेलंगाना के सीएम ने भी उनसे कहा कि गुरु जी से प्रेरित होकर ही उनलोगों ने भी अलग राज्य की आवाज बुलंद की थी।

    दिशोम गुरु शिबू सोरेन के लिए देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न दिए जाने के लिए सदन की स्वीकृति पर मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष कहता कुछ और करता कुछ और है। इसपर संशय जताते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र इसे स्वीकृति दे तब न।

    उन्होंने लद्दाख के सोनू भारती के लिए पद्म श्री दिए जाने की घोषण की याद दिलाई और कहा कि जिन्हें केंद्र ने संस्थान खोलने के लिए 150 एकड़ जमीन दी थी, उस संस्थान पर ताला लगवा दिया, बंद करने का नोटिस जारी करवा दिया, पद्म श्री मिलना तो दूर है।