Swatantrata Ke Sarthi: आनंद 9 आर ऑफ सस्टेनेबिलिटी के फॉर्मूला से दे रहे पर्यावरण संरक्षण का संदेश, जुड़े रहे लोग
पर्यावरण कार्यकर्ता गौरव आनंद 9 आर एप्रोच के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश दे रहे हैं। वे जुस्को में पर्यावरण प्रबंधक हैं और अपनी टीम के साथ स्वर्णरेखा नदी की सफाई करते हैं। उनकी टीम रांची धनबाद बोकारो समेत कई शहरों में लोगों को जागरूक कर रही है। वे लोगों से सफाई अभियान में शामिल होने की अपील करते हैं ताकि शहर स्वच्छ रहे।

कुमार गौरव, रांची। पर्यावरण और नदियों के संरक्षण की दिशा में कार्यरत गौरव आनंद अपने अभियान को और सशक्त बनाने व मजबूती प्रदान करने की दिशा में क्रियाशील हैं। वे जुस्को (जमशेदपुर) में बतौर पर्यावरण प्रबंधक कार्यरत हैं और 9 आर एप्रोच की शुरूआत कर पर्यावरण बचाओ अभियान में गति ला दी है।
इस 9 आर एप्रोच के तहत गौरव आनंद न सिर्फ अपने सहकर्मियों को बल्कि आम आवाम काे भी बता रहे हैं कि किस तरह अपने आसपास के क्षेत्रों की सफाई कर पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाया जा सकता है।
कंपनी के कार्यों से जब निश्चिंत होते हैं या फिर जब अवकाश का दिन होता है तो गौरव आनंद और उनकी पूरी टीम स्वर्णरेखा नदी की सफाई में जुट जाती है। शुरुआती दिनों उनके इस अभियान में गिने चुने लोग थे लेकिन जैसे जैसे उनके कार्यों ने सफलता अर्जित की तो कारवां भी बढ़ता चला गया।
आज जमशेदपुर के अलावा उनकी टीम रांची, धनबाद, बोकारो समेत झारखंड के कई अन्य शहरों में जाकर न सिर्फ लोगों को पर्यावरण और नदियों को प्रदूषणमुक्त होने की अपील कर रही है बल्कि स्वयं कार्य करके दिखाती हैं और स्थानीय लोगों को भी अपनी मुहिम में शामिल करती हैं।
वर्तमान में 170 वालेंटियर कर रहे कार्य
विशेष बातचीत के क्रम में गौरव आनंद ने कहा उनके नेतृत्व में स्वर्णरेखा नदी के किनारे डोमुहानी घाट समेत कई अन्य जगहों पर सफाई अभियान चलाया गया। हमें पर्यावरण संरक्षण की दिशा में और जागरूक होने की आवश्यकता है। विशेषकर स्लम एरिया में जहां के लोग प्रदूषित पर्यावरण में जीते हैं और बीमार हो जाते हैं।
हमें अपने टॉयलेट, बाथरूम में डस्टबिन रखना चाहिए ताकि वेस्ट मैटेरियल को एक जगह एकत्रित कर इसका समुचित रूप से निष्पादन किया जा सके। उन्होंने बताया कि इस अभियान में टाटा स्टील, जुसको, टीएसएएफ, बियोंड फिटनेस, इन्नरविल, चेंज इंडिया फाउंडेशन, रिलर्न फाउंडेशन, यंग इंडियंस, किड्स इंटरनेशनल, रोटरी क्लब के अलावे 170 वोलंटियर की टीम शामिल रही।
जिनकी मदद से 7.5 एमटी वेस्ट कलेक्ट कर उसका निष्पादन किया जा रहा है। इसी तरह की शुरूआत की आवश्यकता रांची जैसे शहर को भी है। उन्होंने कहा कि स्वर्णरेखा, हरमू नदी के किनारे बड़ी मात्रा में लोग ठोस अपशिष्ट को डंप कर देते हैं और यहां तक कि आग लगा देते हैं, जो कि पर्यावरण प्रदूषण के लिहाज से बेहद घातक है और इसका निराकरण बहुत आवश्यक है।
क्या है 9 आर आफ सस्टेनेबिलिटी का फार्मूला
इस 9 आर फार्मूले में गौरव आनंद ने रिपेयर, री-यूज, री-फ्यूज, री-ड्यूस, री-थिंक, री-साइकिल, री-प्लेनिस, री-कवर, री-डल और री-पेयर का फंडा अपनाया है। उन्होंने कहा कि इस फार्मूले के आधार पर आसानी से अपने आसपास के इलाके को प्रदूषण से मुक्त रखा जा सकता है।
उन्होंने रांची समेत अन्य जिलों के लोगों से भी इसी फार्मूले के आधार पर सफाई अभियान में नगर निगम कर्मियों को साथ देने की अपील की है ताकि शहर साफ व स्वच्छ हो सके। बता दें कि इन दिनों गौरव आनंद का यह फार्मूला इंटरनेट मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है और लोग इसे काफी पसंद भी कर रहे हैं।
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