बंगाल पहुंचे जयराम महतो, कुड़मी आंदोलनकारियों की रिहाई के लिए ममता बनर्जी को लिखेंगे लेटर
झारखंड के विधायक जयराम महतो पुरुलिया में कुड़मी आंदोलनकारियों से मिले और पुलिस कार्रवाई की निंदा की। उन्होंने घायलों और बंद आंदोलनकारियों के परिवारों से मुलाकात की। जयराम महतो ममता बनर्जी को पत्र लिखकर आंदोलनकारियों को रिहा करने की मांग करेंगे। उन्होंने कहा कि कुड़मी समुदाय को जनजाति का दर्जा दिलाने के लिए संघर्ष जारी रहेगा और यह आंदोलन और तेज होगा।
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राज्य ब्यूरो, रांची। झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम) के अध्यक्ष व डुमरी विधायक जयराम कुमार महतो रविवार को पुरुलिया के जीवदारू गांव पहुंचे।
उन्होंने कुड़मी को आदिवासी का दर्जा दिलाने के लिए आहूत रेल टेका आंदोलन के क्रम में पुलिसिया कार्रवाई में घायलों व जेल में बंद आंदोलनकारियों के परिजनों से मुलाकात की।
महतो ने कहा कि यह कोई अपराध नहीं, बल्कि सामाजिक आंदोलन था। इसकी पूर्व सूचना दी गई थी, फिर भी निर्दोष ग्रामीणों पर अत्याचार हुआ।
इससे पहले उन्होंने पुरुलिया एसपी अभिजीत बनर्जी व डीएसपी से भेंट कर विरोध दर्ज कराया और आंदोलनकारियोंं की तत्काल रिहाई की मांग की।
जयराम ने कहा कि कुड़मी को जनजाति का दर्जा दिलाने के लिए संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने इस आंदोलन को पूरी सक्रियता के साथ आगे बढ़ाया है।
आंदोलनकारियों की गिरफ्तारी के संदर्भ में उन्होंने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखने का निर्णय किया है। उन्होंने आंदोलनकारियों को दोषमुक्त करने की मांग की है।
जयराम ने कहा कि राज्य सरकार को कुड़मी समुदाय का हक-अधिकार समझना चाहिए। यह आंदोलन और तेज होगा। उनका यह कदम तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) पर बंगाल के उन इलाकों में दबाव बढ़ाएगा, जहां कुड़मी वोटर निर्णायक हैं।जयराम कुमार महतो का हस्तक्षेप आंदोलन को नई गति दे सकता है। क्षेत्रीय राजनीति में यह एक अहम मुद्दा बन चुका है।
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