Jharkhand में कृषि के बाद सर्वाधिक रोजगार सेवा क्षेत्र में,इनमें थोक और खुदरा व्यापार का हिस्सा सबसे अधिक, नीति आयोग ने जारी की रिपोर्ट
नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, झारखंड में 21.6% रोजगार सेवा क्षेत्र में है। इसमें थोक और खुदरा व्यापार का सबसे बड़ा हिस्सा है, जो 38.7% है। शहरी क्षेत्रों में ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में सेवा क्षेत्र में अधिक रोजगार है। आयोग ने पर्यटन और जनजातीय युवाओं के कौशल विकास पर जोर दिया है ताकि रोजगार की संभावनाएं बढ़ाई जा सकें।

झारखंड में उपलब्ध रोजगार में 21.6 प्रतिशत सिर्फ सेवा क्षेत्र में है।
नीरज अम्बष्ठ, रांची। झारखंड में उपलब्ध रोजगार में 21.6 प्रतिशत सेवा क्षेत्र में है। सेवा क्षेत्र में उपलब्ध रोजगार में भी सबसे बड़ा हिस्सा थोक एवं खुदरा व्यापार का है। इसके बाद क्रमश: परिवहन एवं भंडारण तथा शिक्षा क्षेत्र का है।
नीति आयोग द्वारा 28 अक्टूबर को सेवा क्षेत्र पर जारी एक रिपोर्ट में यह तथ्य सामने आया है। रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2011-12 में भी झारखंड में सेवा क्षेत्र में लगभग इतना ही रोजगार उपलब्ध था जो वर्तमान में भी उपलब्ध है।
साथ ही रोजगार में इस क्षेत्र की भागीदारी राष्ट्रीय औसत 29.7 प्रतिशत से कम है। नीति आयोग ने सेवा क्षेत्र में रेाजगार बढ़ाने के लिए कई सुझाव भी अपनी रिपोर्ट में दिए हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, झारखंड में सेवा क्षेत्र में उपलब्ध कुल रोजगार में थोक व खुदरा व्यापार का हिस्सा सबसे अधिक 38.7 प्रतिशत है। इसके बाद सेवा क्षेत्र के कुल रोजगार में 14.8 प्रतिशत परिवहन तथा भंडारण तथा 11.6 प्रतिशत शिक्षा सबक्षेत्र में उपलब्ध है।
दूसरी तरफ, सेवा क्षेत्र में उपलब्ध रोजगार में सूचना एवं समन्वय का हिस्सा 1.4 प्रतिशत, रीयल ईस्टेट का हिस्सा 0.6 प्रतिशत है। इससे पता चलता है कि झारखंड में अभी भी अधिक रोजगार पारंपरिक क्षेत्रों में उपलब्ध है। आधुनिक उपक्षेत्रों में अभी उतना रोजगार सृजित नहीं हो पाया है।
पर्यटन, स्वास्थ्य आदि क्षेत्रों में उतना रोजगार उपलब्ध नहीं है, जितना होना चाहिए। रिपोर्ट के अनुसार, राज्य के शहरी क्षेत्रों में 55.4 प्रतिशत रोजगार सेवा क्षेत्र में है तो ग्रामीण क्षेत्रों में महज 16.3 प्रतिशत ही है। इसी तरह, 28.8 प्रतिशत पुरुष तथा 10.7 प्रतिशत महिला सेवा क्षेत्र में काम कर रहे हैं।
पर्यटन व जनजातीय युवाओं के कौशल विकास पर हो जोर
नीति आयोग ने अपने सुझाव में झारखंड में सेवा क्षेत्र में रेाजगार की संभावना बढ़ाने के लिए पर्यटन में आधारभूत संरचनाओं के विकास पर जोर दिया है। साथ ही जनजातीय युवाओं के कौशल विकास का सुझाव दिया है, ताकि वे सेवा क्षेत्रों में रोजगार की संभावनाएं तलाश सकें। आयोग ने शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी आधारभूत संरचनाएं के विकास को आवश्यक बताया है।
झारखंड में किस क्षेत्र में कितना प्रतिशत रोजगार (आंकड़े प्रतिशत में)
- कृषि क्षेत्र : 50
- सेवा क्षेत्र : 21.6
- कंस्ट्रक्शन : 18
- मनुफैक्चरिंग : 9.3
- माइनिंग : 0.9
- यूटिलिटीज : 0.2
सेवा क्षेत्र के रोजगार में किस प्रमुख सेक्टर का कितना हिस्सा (आंकड़े प्रतिशत में)
- थोक एवं खुदरा व्यापार : 38.7
- परिवहन एवं भंडारण : 14.8
- शिक्षा : 11.6
- आवास एवं खाद्य : 8.2
- हाउसहोल्ड : 4.7
- लोक प्रशासन : 2.5
- वित्त एवं उद्योग : 2.1
- प्रोफेशन, साइंस एंड टेक्नोलाजी : 1.8
- सूचना एवं संपर्क : 1.4
- रीयल ईस्टेट : 0.6
- कला एवं मनोरंजन : 0.3

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