Jamshedpur News: एमबीबीएस छात्र ने जमशेदपुर में की आत्महत्या, बिहार से पढ़ने आया था झारखंड
जमशेदपुर में मणिपाल टाटा मेडिकल कॉलेज के छात्र दिव्यांशु पांडेय ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। वह बिहार के समस्तीपुर का रहने वाला था। दोस्तों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। कॉलेज प्रबंधन ने शोक व्यक्त किया है और छात्रों को परामर्श सेवाएं लेने की सलाह दी है। दिव्यांशु 2022-23 बैच का छात्र था।

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। सिदगोड़ा थाना क्षेत्र स्थित मणिपाल टाटा मेडिकल कॉलेज के तीसरे वर्ष के छात्र दिव्यांशु पांडेय ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। दिव्यांशु मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिले के काशीपुर का रहने वाला था। उसके पिता का पहले ही निधन हो चुका है और बड़े भाई शुभ्रांशु पांडेय उसे पढ़ाई करवा रहे थे।
भाई ने बताया कि गुरुवार शाम तक उनकी बातचीत हुई थी, लेकिन किसी परेशानी का संकेत नहीं था। दिव्यांशु ने यह कदम क्यों उठाया, इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है।
मिली जानकारी के अनुसार, 21 अगस्त की शाम दिव्यांशु ने अपने हॉस्टल कक्ष में सल्फास का सेवन कर लिया। यह अत्यधिक जहरीला कीटनाशक है, जिसका उपयोग अनाज को सुरक्षित रखने के लिए किया जाता है।
शरीर में पहुंचते ही यह हृदय, फेफड़े और अन्य महत्वपूर्ण अंगों को क्षति पहुंचाता है। शाम करीब सात बजे तबीयत बिगड़ने पर दोस्तों ने उसे तत्काल टाटा मेन अस्पताल (टीएमएच) में भर्ती कराया। इलाज के दौरान 22 अगस्त को तड़के डेढ़ बजे उसकी मौत हो गई।
एमजीएम में हुआ पोस्टमार्टम
शव को पोस्टमार्टम के लिए महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज भेजा गया। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया, जिसे बड़े भाई शुभ्रांशु पांडेय ने प्राप्त किया। इसके बाद शव को बिहार के समस्तीपुर स्थित पैतृक गांव भेजा गया। इस मौके पर मणिपाल मेडिकल कॉलेज के छात्र और चिकित्सक भारी संख्या में मौजूद थे। सभी की आंखें नम थीं, कुछ साथी फूट-फूट कर रो पड़े। पूरे परिसर में शोक का माहौल बना रहा।
कॉलेज प्रबंधन ने क्या कहा?
मणिपाल टाटा मेडिकल कॉलेज ने अपने छात्र के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। कॉलेज प्रबंधन ने कहा, दिव्यांशु का असामयिक निधन पूरे कॉलेज समुदाय को झकझोर दिया है। हम उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करते हैं और हर संभव सहयोग देंगे।
कॉलेज ने बताया कि छात्रों की भावनात्मक व मानसिक समस्याओं से निपटने के लिए काउंसलिंग सेवाएं पहले से उपलब्ध हैं। प्रबंधन ने छात्रों से अपील की है कि किसी भी तरह की परेशानी आने पर वे परामर्श सेवाओं का लाभ लें।
2022-23 बैच का छात्र था दिव्यांशु
दिव्यांशु पांडेय (बैच 2022-23) की मौत ने न केवल परिवार को बल्कि पूरे मेडिकल कॉलेज समुदाय को गहरे शोक में डाल दिया है। सहपाठियों का कहना है कि वह मेधावी और मिलनसार स्वभाव का था। उनकी यादें हमेशा कॉलेज के छात्रों के बीच प्रेरणा का स्रोत बनी रहेगी।
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