'SIR में मांगे जा रहे तब के कागज, जब नहीं हुआ था कागज का आविष्कार', पवन खेड़ा ने केंद्र सरकार को घेरा
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने रांची में संविधान पर बोलते हुए कहा कि एसआईआर के नाम पर ऐसे कागज मांगे जा रहे हैं जब कागज का आविष्कार भी नहीं हुआ था। कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने लोकतंत्र को खतरे में बताया और युवाओं में भटकाव की बात कही गई। बंधु तिर्की ने मताधिकार के महत्व पर जोर दिया।
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पवन खेड़ा ने केंद्र सरकार पर बोला हमला। (जागरण)
राज्य ब्यूरो, रांची। कांग्रेस नेता और मीडिया एवं पब्लिसिटी डिपार्टमेंट के अध्यक्ष पवन खेड़ा ने रविवार को एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि संविधान महज एक किताब नहीं, बल्कि यह आपके भविष्य का तय करने वाला ग्रंथ है।
रविवार को वे राजधानी रांची के सेंट जेवियर्स कालेज में आयोजित संविधान में आदिवासी-मूलवासियों का अधिकार बनाम जमीनी हकीकत विषय पर आयोजित एक दिवसीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। कॉलेज सभागार में यह कार्यक्रम आदिवासी-मूलवासी प्रोफेसर एसोसिएशन द्वारा आयोजित किया गया था।
पवन खेड़ा ने कहा कि एसआईआर के नाम पर लोगों से तब के कागज मांगे जा रहें है, जब कागज का आविष्कार भी नहीं हुआ था। देश में भाषा, भोजन, पोशाक के नाम पर पाबंदी और हमले हो रहे हैं। इसका जवाब संविधान के हथियार से दिया जा सकता है। वोट का अधिकार आपकी पहचान और मिटते अस्तित्व को बचा सकता है।
देश में 1857 से पहले ही अंग्रेजों के खिलाफ आदिवासी समाज ने विरोध का बिगुल बजाया था। विकास का बोझ आदिवासी समाज को उठाना पड़ा।
हैरानी की बात है कि आदिवासी समाज को ये वनवासी के नाम से पुकारते हैं, आदिवासी कहने में शर्म आती है। आज देश में दो सेठों के लिए सारे नियम कानून को ताक पर रखकर जल-जंगल और जमीन पर कब्जा किया जा रहा है।
खतरे में है लोकतंत्र, यह केवल एक स्लोगन नहीं - शिल्पी
कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि लोकतंत्र खतरे में है ये सिर्फ राजनीतिक स्लोगन नहीं है, बल्कि एक संगठन के द्वारा समाज को जाति - धर्म - भाषा में बांटने की चल रही साजिश का सच है। आदिवासी बचेंगे, तभी मूलवासी भी बचेंगे। इस बात को गांठ बांध लेने की जरूरत है।
कृषि मंत्री ने कहा कि अगर अनपढ़ लोग अंधभक्त हों तो बात समझ में आती है पर सुप्रीम कोर्ट के सीजेआइ के प्रकरण ने ये साबित कर दिया की पढ़े लिखे लोग मुखौटा पहनकर अंधभक्ति की पराकाष्ठा पार कर रहें हैं।
युवाओं में दिख रहा भटकाव - बंधु
सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने कहा कि आज के युवाओं में भटकाव दिखता है। समाज में युवा पीढ़ी की भूमिका और मताधिकार से बदलाव की ताकत को समझने की आवश्यकता है। शिक्षा और रोजगार के अभाव में राज्य के युवा दिशाहीन हो रहें हैं। कार्यक्रम के दौरान सवाल-जवाब का लंबा दौर भी चला।
सम्मेलन में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, संत जेवियर्स कालेज के प्रिंसिपल डा. फादर राबर्ट प्रदीप कुजूर, पूर्व शिक्षा मंत्री गीताश्री उरांव, कांग्रेस प्रवक्ता सतीश पाल मुंजनी, लाल किशोर नाथ शाहदेव, डा. एम तौसीफ, राजा सिंह आदि मौजूद थे।
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