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    Ranchi News: स्कूल से बाहर रह रहे बच्चों के लिए तैयार होगा ब्रिज कोर्स का माड्यूल, यूनिसेफ दे रहा तकनीकी एवं वित्तीय सहयोग

    By Neeraj Ambastha Edited By: Kanchan Singh
    Updated: Mon, 10 Nov 2025 11:23 PM (IST)

     Ranchi education news: रांची में स्कूल से बाहर रह रहे बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए ब्रिज कोर्स का मॉड्यूल तैयार किया जाएगा। यूनिसेफ इस कार्य में तकनीकी और वित्तीय सहयोग दे रहा है। इस मॉड्यूल का उद्देश्य उन बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ना है जो किसी कारणवश स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। यूनिसेफ इस परियोजना को सफल बनाने के लिए तकनीकी मार्गदर्शन और वित्तीय सहायता प्रदान कर रहा है।

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     Ranchi news: स्कूल से बाहर रह रहे तथा ड्राप आउट बच्चों के विशेष प्रशिक्षण के लिए ब्रिज कोर्स संचालित किए जाएंगे। 

    राज्य ब्यूरो, रांची।  Ranchi education news: स्कूल से बाहर रह रहे तथा ड्राप आउट बच्चों के विशेष प्रशिक्षण के लिए ब्रिज कोर्स संचालित किए जाएंगे। इस ब्रिज कोर्स का माड्यूल तैयार किया जाएगा। इसे लेकर चार दिवसीय कार्यशाला मंगलवार को जेसीईआरटी में शुरू होगी।

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    झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद के निदेशक शशि रंजन ने माड्यूल तैयार करने को लेकर सोमवार को विभिन्न गैर सरकारी सामाजिक संगठनो के प्रतिनिधियों, सेवानिवृत शिक्षकों तथा कक्षा एक से आठ तक के रिसोर्स शिक्षकों के साथ बैठक की।

    ब्रिज कोर्स माड्यूल पाठ्यक्रम रूपरेखा को ध्यान में रखते हुए तीन भाग में तैयार किया जाना है। कक्षा एक से दो, कक्षा तीन से पांच और कक्षा छह से लेकर आठ तक के लिए अलग अलग ब्रिज कोर्स का निर्माण किया जाएगा।

    इससे पहले उक्त माड्यूल निर्माण के लिए जेसीईआरटी के संकाय सदस्यों एवं नामित शिक्षकों द्वारा चार दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गयी थी। ब्रिज कोर्स के लिए यूनिसेफ द्वारा तकनीकी एवं वित्तीय सहयोग दिया जा रहा है।

    राज्य परियोजना निदेशक के अनुसार, ब्रिज कोर्स उन बच्चों के लिए एक सशक्त पहल है जो किसी कारणवश विद्यालय से ड्राप आउट हो गए हैं या जिनकी सीखने की क्षमता अभी कक्षा के स्तर के अनुरूप नहीं है।

    यह कोर्स उन्हें दोबारा मुख्यधारा की शिक्षा से जोड़ने और उनकी बुनियादी समझ को मजबूत करने में मदद करेगा। राज्य परियोजना निदेशक ने सीएम स्कूल आफ एक्सीलेंस के प्रधानाचार्यो और स्कूल प्रबंधको के साथ भी बैठक की।

    उन्होंने सभी स्कूलों को 17 नवंबर तक समेटिव असेसमेंट-वन का डिजिटल रिपोर्ट कार्ड तैयार करने का निर्देश दिया। बैठक में सभी स्कूलों को 100 प्रतिशत पासिंग रिजल्ट के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ने का निर्देश दिया गया।

    स्कूलों को एसए-वन के परिणाम का डाटा मंगलवार शाम तक परिषद को उपलब्ध कराना अनिवार्य किया गया है।