Jharkhand Government: शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन के निधन पर राजकीय शोक,राष्ट्रीय ध्वज आधे झुके रहे
स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के मंत्री रामदास सोरेन के निधन के बाद शनिवार को राज्य में एक दिन का राजकीय शोक रहा। राज्य सरकार के निर्देश पर मंत्रिमंडल सचिवालय एवं निगरानी (समन्वय) विभाग ने इस संबंध में शनिवार को ही सुबह में पत्र जारी किया। सभी सरकारी कार्यालयों व भवनों जहां निमित रूप से राष्ट्रीय ध्वज फहराए जाते हैं वहां राष्ट्रीय ध्वज आधे झुके रहे।

राज्य ब्यूरो,रांची। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के मंत्री रामदास सोरेन के निधन के बाद शनिवार को राज्य में एक दिन का राजकीय शोक रहा।
राज्य सरकार के निर्देश पर मंत्रिमंडल सचिवालय एवं निगरानी (समन्वय) विभाग ने इस संबंध में शनिवार को ही सुबह में पत्र जारी किया।
सभी सरकारी कार्यालयों व भवनों, जहां निमित रूप से राष्ट्रीय ध्वज फहराए जाते हैं, वहां राष्ट्रीय ध्वज आधे झुके रहे। किसी तरह का राजकीय समारोह नहीं हुआ।
इधर, मंत्री के पार्थिव शरीर को शनिवार को ही लगभग 10 बजे दिल्ली से रांची के बिरसा मुंडा हवाई अड्डे पर लाया गया, जहां से सड़क मार्ग से पार्थिव शरीर झारखंड विधानसभा परिसर ले जाया गया।
यहां राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। राज्यपाल ने कहा कि रामदास सोरेन का असामयिक निधन राज्य के लिए अपूरणीय क्षति है।
उन्होंने शोकाकुल परिजनों से भेंट कर अपनी संवेदनाएं व्यक्त की और ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति तथा परिजनों को इस कठिन समय में धैर्य प्रदान करने की प्रार्थना की।
विधानसभा परिसर में ही विधानसभाध्यक्ष रबीन्द्रनाथ महतो ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि रामदास सोरेन की कमी को आनेवाले दिनों में पूरा कर पाना संभव नहीं है।
वह मृदुभाषी एवं जनता के प्रति समर्पित जननेता रहे। उनकी ईश्वर से यही कामना है कि दिवंगत की आत्मा को शांति प्रदान करें और उनके परिजनों को दुख सहने की शक्ति प्रदान करें।
श्रद्धांजलि अर्पित करनेवालों में मंत्री दीपक बिरूवा, नेहा शिल्पी तिर्की, लोकसभा सदस्य जोबा मांझी, राज्यसभा सदस्य महुआ माजी, नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी, मुख्य सचिव अलका तिवारी, कैबिनेट सचिव वंदना दादेल, विधानसभा तथा स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के अधिकारी, कर्मचारी आदि भी सम्मिलित हैं। उनके पार्थिव शरीर को घाटशिला ले जाया गया।
पूर्व विधायक डा. लंबोदर महतो ने राज्य के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता मंत्री रामदास सोरेन के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री दिशोम गुरू के निधन से जहां राज्य व देश के लोग शोकाकुल व दुखी हैं, वहीं रामदास सोरेन का भी हम सब के बीच से चला जाना अत्यंत दुखद घटना है।
उनका निधन राज्य के लिए बड़ी क्षति है। पूर्व विधायक ने कहा कि रामदास सोरेन व्यवहार कुशल व मिलनसार व्यक्ति थे। उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकेगा। उन्होंने ईश्वर से दिवगंत आत्मा की शांति व परिजनों को ताकत प्रदान करने की प्रार्थना की है।
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