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    मिर्जाचौकी-फरक्का फोरलेन: सिर्फ दूरिया ही नहीं घटेंगी, चीन-बांग्लादेश पर भी रहेगी नजर

    Updated: Wed, 27 Aug 2025 01:36 PM (IST)

    मिर्जाचौकी-फरक्का फोरलेन परियोजना का दूसरा चरण सितंबर-अक्टूबर में शुरू होगा। ₹818 करोड़ की लागत से 25 किलोमीटर सड़क बनेगी जिसे 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य है। साहिबगंज-मनिहारी गंगा पुल का काम भी तेजी से चल रहा है और दिसंबर 2026 तक पूरा हो जाएगा। इस परियोजना से संताल परगना में कनेक्टिविटी बेहतर होगी जिससे साहिबगंज से सिलिगुड़ी और अन्य पड़ोसी राज्यों तक पहुंच आसान हो जाएगी।

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    मिर्जाचौकी–फरक्का फोरलेन के लिए गंगा पुल दिसंबर 2026 तक तैयार हो जाएगा।

    डॉ. प्रणेश, साहिबगंज। 1303 करोड़ की लागत से मिर्जाचौकी से फरक्का तक बननेवाले एनएच 80 फोरलेन के पहले फेज का काम समाप्ति की ओर है। फरवरी 2026 तक इस पथ को हैंडओवर करने का लक्ष्य है। इसके तहत तालझारी प्रखंड के बांसकोला से उधवा के केलाबाड़ी तक करीब 43 किलोमीटर सड़क का निर्माण कराया गया है। दूसरा चरण अगले माह प्रारंभ होगा।

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    इसके तहत मिर्जाचौकी से शोभनपुर गंगा प्रसाद मौजा में गंगा पुल तक करीब 11 किलोमीटर तथा केलाबाड़ी से फरक्का तक करीब 14 किलोमीटर सड़क का निर्माण कराया जाएगा। 818.29 करोड़ की लागत से इसका टेंडर हुआ है। डीसीसी इंफ्रा प्रोजेक्ट नामक कंपनी को काम आवंटित किया गया है।

    तीसरे फेज में सुरंग सहित 14 किमी सड़क का निर्माण

    सितंबर-अक्टूबर में काम शुरू होगा। दो साल में इसे पूरा करने का लक्ष्य है। यानी 2027 के अंत तक यह पूर्ण होगा। इधर, करीब दो हजार करोड़ की लागत से बन रहा गंगा पुल भी दिसंबर 2026 तक पूर्ण हो जाएगा। हालांकि इसके बाद फेज तीन का काम शेष रहेगा।

    तीसरे फेज में अंबाडीहा से बांसकोला तक करीब 14 किलोमीटर की सड़क का निर्माण होना है जिसमें डेढ़ किलोमीटर लंबा सुरंग भी होगा।इसका डीपीआर बनाने का काम चल रहा है। अगले वित्तीय वर्ष यानी अप्रैल 2026 में इसका टेंडर होने की उम्मीद है।

    सीमांचल के साथ नेपाल-भूटान भी आएंगे करीब

    इस परियोजना के पूर्ण होने से न सिर्फ साहिबगंज से फरक्का की दूरी घटेगी, बल्कि संताल के किसी भी जिले से उत्तर बंगाल, नार्थ-ईस्ट और बिहार के सीमांचल जाना आसान होगा l अभी साहिबगंज से सिलीगुड़ी की यात्रा आठ घंटे में पूरी होती है इस मार्ग के चालू होने से तीन घंटे में पूरी होगी।

    झारखंड से सीमांचल, नार्थ-ईस्ट तक माल ढुलाई भी आसान होगी। करीब 80 किलोमीटर लंबा यह फोरलेन सामरिक रूप से भी महत्वपूर्ण है। विपरीत हालात में बांग्लादेश के साथ ही चीन पर भी नजर रखी जा सकेगी।

    एनएच 80 एनएच 33 हो गया   

    वर्षों पूर्व मुंगेर-फरक्का को एनएच 80 का दर्जा दिया गया, लेकिन उसके निर्माण की पहल नहीं हुई। 2019 में दूसरी बार नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र में एनडीए की सरकार बनने के बाद इसके निर्माण की स्वीकृति दी गई।

    जमीन के पेंच में काफी दिन तक काम रुका रहा। 31 दिसंबर 21 को फेज वन का काम शुरू हुआ। कई जगह पर एनएच 80 की स्थिति ग्रामीण सड़कों से भी बदतर थी। 

    यह सड़क अब एनएच 33 के नाम से जाना जाएगा। इससे पूर्व 2017 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साहिबगंज-मनिहारी के बीच गंगा नदी पर पुल का शिलान्यास किया था। नवंबर 2020 में पुल का काम शुरू हुआ। यास चक्रवात की वजह से दो पिलर टेढ़ा हो गया जिस वजह से निर्माण में विलंब हुआ।

    मिर्जाचौकी-फरक्का फोरलेन के फेज टू का टेंडर हो चुका है। 818.29 करोड़ की लागत से करीब 25 किलोमीटर सड़क का निर्माण होगा। सितंबर-अक्टूबर तक इसका काम शुरू हो जाएगा। फेज थ्री में सुरंग सहित 14 किमी सड़क का निर्माण कराया जाएगा जिसका डीपीआर बनाने की प्रक्रिया चल रही है।फोरलेन और गंगा पुल समय पर पूरे होंगे।” - शरद कुमार सिंह, परियोजना निदेशक, एनएचएआइ, साहिबगंज

    परियोजना एक नज़र में

    • फेज-1: 43 किमी (बांसकोला–केलाबाड़ी) – फरवरी 2026 तक
    • फेज-2: 25 किमी (मिर्जाचौकी–फरक्का) – लागत 818 करोड़, 2027 तक
    • फेज-3: 14 किमी (अंबाडीहा–बांसकोला) – 1.5 किमी सुरंग, DPR जारी
    • गंगा पुल: लागत 2000 करोड़ – दिसंबर 2026 तक

    इसका टेंडर अगले वित्तीय वर्ष में होगा। मिर्जाचौकी-फरक्का फोरलेन के फेज वन का काम फरवरी 2026 जबकि गंगा पुल का निर्माण दिसंबर 2026 तक हर हाल में पूरा करा लिया जाएगा।