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    Cyber Fraud का नया अंदाज, चक्रधरपुर रेल मंडल का एपीओ बन रिटायर रेलकर्मचारी से ठगे 49.5 हजार रुपये

    Updated: Wed, 10 Sep 2025 12:52 AM (IST)

    साइबर ठगों ने रिटायर रेलवे कर्मचारी से 49 हजार 500 रुपये ठग लिए। पहले साइबर ठगों ने चक्रधरपुर रेल मंडल पर्सनल विभाग के असिस्टेंट पर्सनल ऑफिसर (एपीओ) बन कर सेवानिवृत्त रेलवे कर्मचारी से पेंशन रिवाइज करने के नाम पर काल कर उन्हें झांसे में लिया। एक बार में बैंक खाते से 49 हजार 500 रुपये साफ कर दिए।

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    साइबर ठगों ने रिटायर रेलवे कर्मचारी से 49.5 हजार रुपये ठग लिए, इससे पीड़ित परिवार सदमें में है।

    जागरण संवाददाता, चक्रधरपुर। साइबर ठगों ने एक बार फिर अपना जाल बिछाकर रिटायर रेलवे कर्मचारी से 49 हजार 500 रुपये ठग लिए।

    इसे अंजाम देने के लिए पहले साइबर ठगों ने चक्रधरपुर रेल मंडल पर्सनल विभाग के असिस्टेंट पर्सनल ऑफिसर (एपीओ) बन कर सेवानिवृत्त रेलवे कर्मचारी से पेंशन रिवाइज करने के नाम पर काल कर उन्हें झांसे में लिया।

    फिर योनो एप डाउनलोड कराकर उनसे उसमें डेबिट कार्ड का पिन अंकित करा दिया। इसके बाद एक बार में बैंक खाते से 49 हजार 500 रुपये साफ कर दिए।

    क्या है पूरा मामला?

    इंनियरिंग विभाग से रिटायर हुए चीफ ओएस अनिमेष भट्टाचार्य ने बताया कि रविवार की दोपहर साढे तीन बजे के करीब 8981218002 नंबर से एपीओ एके श्रीवास्तव के नाम से काल आया।

    एपीओ बने साइबर ठग ने अनिमेष भट्टाचार्य से 31 जुलाई को सेवानिवृत होने के बारे में पूछा । फिर कहा कि पेंशन शुरू हो गया है न । इसके बाद साइबर ठग ने अनिमेष के रिटायरमेंट से संबंधित सारी जानकारी दी।

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    इससे अनिमेष उसकी बातों में आ गया और ठग जैसे जैसे कहता गया अनिमेष ने वैसा ही किया। तीन घंटे के अंतराल में ठग ने अनिमेष का मोबाइल का स्क्रीन शाट से लेकर ओटीपी तक ले लिया।

    इस बीच अनिमेष के खाते से 49500 रुपये कट जाने का मैसेज आया। पैसा कट जाने के बाद अनिमेष ने चक्रधरपुर में कार्यरत पर्सनल विभाग के वेलफेयर इंस्पेक्टर पंकज कुमार को फोन से पूछा कि क्या एके श्रीवास्तव के नाम का एपीओ पर्सनल विभाग चक्रधरपुर में है।

    जवाब में पंकज ने बताया कि ऐसा नाम का कोई एपीओ नहीं है। इससे अनिमेष को सारी बात समझ आ गई कि वह साइबर ठगी का शिकार हो चुका है।

    अनिमेष ने स्टेट बैंक के अधिकारी से संपर्क कर अपना बैंक खाता होल्ड करवाया और पैसा किस एकाउंट में ट्रॉसफर हुआ है, इसकी जानकारी ली । किसके एकांउट में पैसा जमा हुआ है, इसे भी पता करने का प्रयास किया। बाद में अनिमेष ने साईबर अपराध शाखा में साइबर ठगी का मामला दर्ज करवाया है।