चक्रवात मोंथा का असर जारी, धान की फसल पर बरस रहा संकट!
पश्चिमी सिंहभूम जिले में चक्रवात 'मोंथा' का असर जारी है, जिससे लगातार बारिश हो रही है। तापमान में गिरावट आई है और जनजीवन प्रभावित हुआ है। ओडिशा सीमा से सटे इलाकों में अधिक असर देखा गया है। कृषि विभाग ने किसानों को धान की फसल को बचाने के लिए खेतों से पानी निकालने और खलिहानों में रखे धान को सुरक्षित रखने की सलाह दी है, क्योंकि लगातार बारिश से फसल को नुकसान पहुंचने की आशंका है।

चक्रवात मोंथा के कारण दिनभर रुक रुककर बारिश होती रही। इससे जनजीवन अस्त व्यस्त रहा।
संवाद सहयोगी, चाईबासा। बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवात मोंथा का प्रभाव पश्चिमी सिंहभूम जिले में बुधवार को भी दिखा। सुबह से ही आसमान में घने बादल छाए रहे और दिनभर रुक-रुककर बारिश होती रही। कृषि विभाग के अनुसार जिले में 11.6 एमएम वर्षा दर्ज की गई है। लगातार हो रही वर्षा से अधिकतम तापमान में करीब 5 डिग्री और न्यूनतम तापमान में 4 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई, जिससे मौसम में अचानक ठंडक बढ़ गई और जनजीवन प्रभावित हुआ।
ओडिशा सीमा से सटे इलाकों में अधिक असर :
चक्रवात का सबसे अधिक असर ओडिशा सीमा से सटे मझगांव, नोवामुंडी, जगन्नाथपुर समेत कई इलाकों में देखने को मिला, जहां लोगों को पूरे दिन बारिश के चलते मुश्किलों का सामना करना पड़ा। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक 31 अक्टूबर तक मौसम का यही मिजाज बने रहने की संभावना है।

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