Jharkhand News: पश्चिम सिंहभूम में आइईडी ब्लास्ट में सीआरपीएफ इंस्पेक्टर घायल, राउरकेला रेफर
पश्चिमी सिंहभूम के सारंडा में नक्सल विरोधी अभियान के दौरान आइईडी विस्फोट में सीआरपीएफ इंस्पेक्टर घायल हो गए। उन्हें राउरकेला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सुरक्षाबलों ने इलाके को घेरकर तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। हाल के महीनों में सारंडा में आइईडी विस्फोटों की घटनाएं बढ़ी हैं, जिनमें सुरक्षाबलों और हाथियों को भी नुकसान हुआ है।

सारंडा क्षेत्र में नक्सल विरोधी अभियान के दौरान एक आइईडी विस्फोट हुआ जिसमें सीआरपीएफ इंस्पेक्टर घायल हो गए।
जागरण, संवाददाता, चाईबासा। पश्चिमी सिंहभूम जिले के सारंडा क्षेत्र में शुक्रवार की शाम लगभग 4 बजे नक्सल विरोधी अभियान के दौरान एक आइईडी विस्फोट हुआ, जिसमें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 60 बटालियन के इंस्पेक्टर केके मिश्रा गंभीर रूप से घायल हो गए।
सुरक्षाबलों की टीम समठा की पहाड़ी में सर्च आपरेशन पर थी, तभी नक्सलियों द्वारा पहले से छिपाकर रखे गए आइईडी में धमाका हो गया। घायल इंस्पेक्टर को तत्काल प्राथमिक उपचार के लिए ओडिशा के राउरकेला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
चिकित्सकों ने उनकी स्थिति स्थिर बताई है, लेकिन आवश्यकता पड़ने पर बेहतर इलाज के लिए उन्हें रांची स्थित राज अस्पताल में एयरलिफ्ट किया जा सकता है। संभावना है कि उन्हें शनिवार को रांची रेफर किया जाएगा।
सुरक्षा बलों ने इलाके को पूरी तरह घेर लिया है और सर्च ऑपरेशन जारी रखा है। वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं और मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी गई है।
सारंडा क्षेत्र में नक्सल गतिविधियों को रोकने के लिए नियमित अभियान चलाए जा रहे हैं, लेकिन जंगली और पहाड़ी इलाके की कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के कारण सुरक्षा बलों को अक्सर आइईडी और अन्य असामान्य घटनाओं का सामना करना पड़ता है।
पूर्व में जमीन के नीचे लगाए गए आइईडी बने जानलेवा
पश्चिमी सिंहभूम के सारंडा वन क्षेत्र में नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईईडी विस्फोटों की घटनाएं हाल के महीनों में बढ़ी हैं, जिससे सुरक्षाबलों और नागरिकों को भारी नुकसान हुआ है। 8 अगस्त 2025 को, सीआरपीएफ की 209वीं कोबरा बटालियन के दो जवान, राम प्रवेश सिंह और छोटू कश्यप, आइईडी विस्फोट में घायल हुए थे।
22 मार्च 2025 को, सीआरपीएफ के 193वीं बटालियन के सब-इंस्पेक्टर सुनील कुमार मंडल और हेड कांस्टेबल पार्थ प्रतिम डेका आईईडी विस्फोट में घायल हुए थे, जिनमें मंडल की बाद में अस्पताल में इलाज के दौरान मृत्यु हो गई थी। इसके अतिरिक्त, 12 अप्रैल 2025 को झारखंड जगुआर के एक कांस्टेबल की आइईडी विस्फोट में मृत्यु हुई, जबकि एक अन्य सीआरपीएफ जवान घायल हुआ था।
हाथी भी आ रहे आइईडी विस्फोट की चपेट में
सारंडा क्षेत्र में हाल के समय में तीन हाथी भी आइईडी विस्फोट में घायल हुए हैं, जिनमें से दो की मौत हो चुकी है और एक की स्थिति अभी गंभीर बनी हुई है। इन घटनाओं ने क्षेत्र में सुरक्षा और पर्यावरण दोनों पर गंभीर प्रभाव डाला है।
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