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    Jharkhand: पश्चिमी सिंहभूम में 47 शराब दुकानों के लिए टेंडर जारी, इस दिन होगी लॉटरी

    Updated: Wed, 20 Aug 2025 10:37 AM (IST)

    पश्चिमी सिंहभूम जिले में 47 शराब दुकानों के लिए झारखंड सरकार के उत्पाद शुल्क विभाग ने निविदा प्रक्रिया शुरू कर दी है। 8 अगस्त से 20 अगस्त तक ऑनलाइन आवेदन किए जा सकते हैं और 22 अगस्त को लॉटरी के माध्यम से दुकानों का आवंटन होगा। 1 सितंबर से दुकानें खुल जाएंगी। जिले में 45 कंपोजिट और 2 देशी शराब की दुकानें चलेंगी। लॉटरी प्रक्रिया पांच साल के लिए होगी।

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    47 शराब दुकानों के लिए झारखंड सरकार के उत्पाद शुल्क विभाग ने निविदा प्रक्रिया शुरू कर दी है। जागरण

    जागरण संवाददाता, चाईबासा। झारखंड सरकार के उत्पाद शुल्क विभाग द्वारा पश्चिमी सिंहभूम जिले की 47 शराब दुकानों के लिए निविदा प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। 8 अगस्त से शुरू हुई यह प्रक्रिया 20 अगस्त तक चलेगी, जिसमें इच्छुक आवेदक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

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    22 अगस्त को लॉटरी प्रक्रिया के माध्यम से दुकानों का आवंटन किया जाएगा, जिसके बाद 1 सितंबर से शराब दुकानों का संचालन शुरू हो जाएगा। जिले में कुल 45 कंपोजिट और 2 देशी शराब की दुकानें संचालित होंगी।

    निविदा प्रक्रिया में 20 समूह भाग ले रहे हैं, जिनमें से प्रत्येक अधिकतम तीन दुकानों के लिए आवेदन कर सकता है। लॉटरी प्रक्रिया पाँच वर्षों के लिए मान्य होगी, जिसके बाद 2030 में पुनः लॉटरी प्रक्रिया आयोजित की जाएगी।

    आवेदन शुल्क और सुरक्षा राशि: एक दुकान के लिए आवेदन शुल्क 15,063 रुपये निर्धारित है। लॉटरी में दुकान आवंटित होते ही 10 से 15 लाख रुपये की अग्रिम सुरक्षा राशि जमा करनी होगी। यदि कोई आवेदक आवंटन के बाद दुकान लेने से इनकार करता है, तो सुरक्षा राशि पाँच वर्ष बाद ही वापस की जाएगी।

    कंपोजिट दुकान की विशेषता: कंपोजिट शराब की दुकानों में देसी, विदेशी, बीयर समेत सभी ब्रांड की बिक्री की अनुमति होगी। इनके लिए कोई बिक्री लक्ष्य निर्धारित नहीं किया गया है। विभाग नकली या अवैध शराब की बिक्री पर नज़र रखेगा। देसी शराब की दुकानों में अलग काउंटर बनाना अनिवार्य होगा।

    सहायक आबकारी आयुक्त अरविंद कुजूर ने बताया कि अप्रैल में लाइसेंस का नवीनीकरण कराना होगा। यदि कोई दुकानदार नवीनीकरण नहीं कराता है, तो उसकी दुकान स्वतः ही निरस्त मानी जाएगी। यह प्रक्रिया जिले में पारदर्शिता के साथ शराब व्यापार को सुचारू बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।