डायन के शक में जघन्य हत्या कांड: आरोपियों ने उगला, दुष्कर्म के बाद गला घोंटकर की हत्या
एक दिल दहला देने वाली घटना में, एक महिला को डायन होने के संदेह में क्रूरता से मार डाला गया। आरोपियों ने अपना अपराध स्वीकार करते हुए बताया कि उन्होंने पहले महिला के साथ दुष्कर्म किया और फिर गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और दोषियों को कड़ी सजा दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। यह घटना समाज में व्याप्त अंधविश्वास को दर्शाती है।

डायन के संदेह में महिला से दुराचार कर हत्या करने वाले तीन अपराधी गिरफ्तार। फोटो जागरण
संवाद सूत्र, जागरण मझगांव/जगन्नाथपुर। पश्चिमी सिंहभूम जिला के मझगांव थाना क्षेत्र में डायन के संदेह में महिला से दुष्कर्म और हत्या की सनसनीखेज घटना का पुलिस ने खुलासा किया है।
आरोपितों की गिरफ्तारी और पूछताछ के बाद यह मामला सामने आया। जगन्नाथपुर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राफेल मूर्मु ने बताया कि बुधवार को ओडिशा के मयूरभंज जिला के नरसंडा गांव निवासी जयराम तिरिया के लिखित बयान पर मझगांव थाना में तीन लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
आरोपितों में मझगांव थाना के अधिकारी गांव निवासी रितेश पिंगुवा, विमा सिंकु और कारजी बिरुवा शामिल हैं। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस ने छापामारी टीम गठित कर आरोपितों को गिरफ्तार किया।
पूछताछ में तीनों ने अपना अपराध स्वीकार किया। रितेश पिंगुवा ने बताया कि उनका एक वर्षीय पुत्र हमेशा बीमार रहता था, जिसके कारण वह मृतका को ‘डायन’ कहता और अपशब्द कहता था।
पुलिस ने आरोपितों की निशानदेही पर घटनास्थल से मृतका के अंतःवस्त्र और शव बरामद किया, जिसे नरसंडा नदी के चेक डैम में पत्थरों के नीचे छिपाया गया था। आरोपित रितेश पिंगुवा ने बताया कि 12 अक्टूबर की रात लगभग 8 बजे उसने अपने दो दोस्तों के साथ मिलकर मृतका के घर जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया और फिर उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी।
साक्ष्य छिपाने के लिए शव को नदी में डालकर पत्थरों के नीचे छिपाया गया था। छापामारी टीम में एसडीपीओ राफेल मूर्मु, थाना प्रभारी उपेन्द्र नारायण सिंह, धीरज कुमार यादव, दिलीप कुमार सिंह, दशरथ हेम्ब्रम, सुभाष दास, एसडीपीओ अंगरक्षक और थाना रिजर्व गार्ड शामिल थे।
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