कहीं नींबू बिगाड़ न दे आपकी स्किन? जान लें किन लोगों को इसे हाथ भी नहीं लगाना चाहिए!
नेचुरल स्किन केयर में नींबू का इस्तेमाल काफी किया जाता है जो स्किन को साफ और ग्लोइंग बनाने में मदद करता है, लेकिन हर स्किन टाइप के लिए उपयुक्त नहीं होता। जिन लोगों की स्किन बहुत सेंसिटिव, रूखी, एलर्जी हो या जिन्हें एक्जिमा या स्किन ट्रीटमेंट हुआ हो, उन्हें नींबू का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। नींबू में मौजूद सिट्रिक एसिड सूर्य की किरणों से मिलकर स्किन पर जलन, रैशेज और पिग्मेंटेशन बढ़ा सकता है, जिससे स्किन को नुकसान पहुंच सकता है।

नींबू: स्किन केयर में किसे नहीं करना चाहिए इस्तेमाल? (Picture Credit- Freepik)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। नेचुरल स्किन केयर में नींबू को एक बेहतरीन और असरदार इंग्रीडिएंट माना जाता है। इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन सी और सिट्रिक एसिड पाया जाता है,जो स्किन को ब्राइट करने, दाग-धब्बे कम करने और ऑयल कंट्रोल में मदद करता है।
नींबू एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है, इसलिए इसे फेस पैक, क्लींजर, स्क्रब या डायरेक्टली स्किन पर लगाने के लिए उपयोग किया जाता है। ये बात और है कि इसका असर सभी स्किन टाइप्स पर एक जैसा नहीं होता। कुछ स्किन टाइप और स्थितियों में नींबू का प्रयोग स्किन के लिए हानिकारक भी हो सकता है।
सेंसिचिव स्किन
जिन लोगों की स्किन जल्दी जलती है, लाल हो जाती है या किसी भी कॉस्मेटिक प्रॉडक्ट्स से रिएक्ट करती है, उन्हें नींबू का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। नींबू में मौजूद सिट्रिक एसिड स्किन की ऊपरी परत को इरिटेट कर सकता है जिससे खुजली, जलन या रैशेज हो सकते हैं।
ड्राई और फ्लेकी स्किन
नींबू का नेचर ज्यादा ड्राई होता है। ये स्किन से नमी को खींच लेता है और नेचुरल ऑयल्स को खत्म कर देता है। अगर आपकी स्किन पहले से ही रूखी, खिंची-खिंची या परतदार है, तो नींबू लगाने से यह समस्या और बढ़ सकती है।
स्किन एलर्जी या एक्जिमा वाले लोग
जिन्हें एक्जिमा, डर्मेटाइटिस या किसी प्रकार की स्किन एलर्जी होती है, उन्हें नींबू से दूर रहना चाहिए। नींबू का अम्लीय नेचर एलर्जिक स्किन पर सूजन, जलन और इन्फेक्शन का खतरा बढ़ा सकती है।
सन एक्सपोजर के तुरंत पहले या बाद नींबू लगाना
नींबू में फोटोटॉक्सिक तत्व होते हैं। अगर नींबू लगाने के बाद आप सीधे धूप में निकलते हैं, तो स्किन पर जलन, लाल दाग या हाइपरपिग्मेंटेशन हो सकता है। इसे फाइटोफोटोडर्मेटाइटिस कहते हैं।
स्किन ट्रीटमेंट के तुरंत बाद
अगर आपने हाल ही में फेशियल, केमिकल पील, माइक्रोडर्माब्रेशन या लेजर ट्रीटमेंट करवाया है, तो नींबू जैसे एसिडिक इंग्रीडिएंट्स से बचना चाहिए। इस समय स्किन बेहद सेंसिटिव होती है और नींबू से जलन या स्थायी दाग पड़ सकते हैं।
नींबू एक प्रभावी नेचुरल स्किन केयर इंग्रीडिएंट है, लेकिन हर स्किन टाइप के लिए नहीं। अगर आपकी स्किन इनमें से किसी भी श्रेणी में आती है, तो नींबू से परहेज करें या पहले पैच टेस्ट करें। नेचुरल भी तभी फायदेमंद होता है जब सही तरीके से और सही त्वचा पर इस्तेमाल हो।
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