Independence Day पर होता है ध्वजारोहण या फहराया जाता है तिरंगा, यहां जानें सही जवाब और समझें फर्क
देश आज अपना 70वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। हालांकि आज भी कई लोगों को यह कन्फ्यूजन रहती है कि आज के दिन ध्वजारोहण होता है या झंडा फहराया जाता है। दरअसल स्वतंत्रता दिवस (Independence Day 2025) और गणतंत्र दिवस पर झंडा अलग-अलग तरीके से फहराया जाता है जिसका अपना ऐतिहासिक महत्व है। आइए समझते हैं इन दोनों के बीच का अंतर।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। पूरा देश आज आजादी के जश्न में डूबा हुआ है। इस साल हम अपना 79वां स्वतंत्रता दिवस (Independence Day 2025) मना रहा है। यह दिन भारत के इतिहास में बेहद खास माना जाता है। इसी दिन साल 1947 में भारत को अंग्रेजों की गुलामी से आजादी मिली थी। इसलिए हर साल 15 अगस्त के दिन बड़ी धूमधाम से स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। इस दिन लाल किले के प्राचीर पर प्रधानमंत्री तिरंगे को सलामी देते हैं और देश को संबोधित करते हैं।
ऐसे में क्या आपने कभी सोचा है कि स्वतंत्रता दिवस पर झंडा फहराया (Flag Unfurling) जाता है या ध्वजारोहण (Flag Hoisting) किया जाता है? आइए समझते हैं ध्वजारोहण और झंडा फहराने के बीच का अंतर और 15 अगस्त के दिन क्या किया जाता है।
ध्वजारोहण और झंडा फहराने में अंतर
भारतीय ध्वज संहिता, 2002 के अनुसार, स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर ध्वजारोहण के तरीके में एक जरूरी अंतर है-
- स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त)- इस दिन ध्वज को नीचे से ऊपर की ओर खींचकर फहराया जाता है, जिसे "फ्लैग होस्टिंग" (Flag Hoisting) कहते हैं। यह प्रक्रिया प्रधानमंत्री द्वारा लाल किले पर की जाती है, क्योंकि 15 अगस्त 1947 को भारत पहली बार आजाद हुआ था और नए राष्ट्रीय ध्वज को फहराया गया था। यह एक नए उत्साह और आजादी के भाव को दर्शाता है। इसलिए हर साल इस दिन प्रधानमंत्री झंडे को रस्सी से खींचकर ऊपर पहुंचाते हैं और फिर झंडा फहराया जाता है।
- गणतंत्र दिवस (26 जनवरी)- इस दिन ध्वज को ऊपर से पहले से बंधे हुए रूप में खोलकर फहराया जाता है, जिसे "फ्लैग अनफर्लिंग" (Flag Unfurling) कहते हैं। यह राष्ट्रपति द्वारा राजपथ पर किया जाता है, क्योंकि यह दिन भारत के संविधान के लागू होने का प्रतीक है, जो पहले से ही तैयार था। इसलिए हर साल गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति पहले से ऊपर बंधे झंडे को खोलकर फहराते हैं।
ऐतिहासिक महत्व क्या है?
15 अगस्त 1947 को पहली बार तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने भारतीय तिरंगा लाल किले पर फहराया था, जो भारत को एक स्वतंत्र राष्ट्र घोषित करने का तरीका था। वहीं, 26 जनवरी 1950 को भारत एक गणतंत्र बना और संविधान लागू किया गया था। इस दिन ध्वज को ऊपर से खोला गया, क्योंकि यह एक स्थापित संवैधानिक व्यवस्था का प्रतीक था।
स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण किया जाता है (Flag Hoisting), जबकि गणतंत्र दिवस पर ध्वज फहराया जाता है (Flag Unfurling)। यह अंतर ऐतिहासिक और प्रतीकात्मक महत्व रखता है। इसलिए हर भारतीय को इस बात की जानकारी होनी चाहिए।
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