सप्लीमेंट्स के बिना भी पूरी कर सकते हैं विटामिन-डी की कमी, बस इन 4 नेचुरल तरीकों को करें फॉलो
विटामिन-डी (Vitamin-D) की कमी अब एक आम समस्या बन चुकी है। शरीर में इसकी कमी होने के कारण सेहत को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसलिए इसकी कमी से बचना जरूरी है। बिना डॉक्टर से पूछे इसके सप्लीमेंट्स लेना हानिकारक साबित हो सकता है। इसलिए खुद से नेचुरली विटामिन-डी बढ़ाने पर ध्यान देना ज्यादा फायदेमंद है।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। विटामिन-डी हमारी पूरे स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है, लेकिन फिर भी ज्यादातर लोगों में इसकी कमी (Vitamin-D Deficiency ) देखने को मिलती है। यह न सिर्फ हड्डियों को मजबूत बनाने में, बल्कि इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने और मूड को ठीक रखने में भी अहम भूमिका निभाता है।
लेकिन बदलती लाइफस्टाइल, जैसे घंटों ऑफिस या घर में बिताना, धूप न लेना, खान-पान में लापरवाही जैसे कारणों से शरीर में विटामिन-डी की कमी होने लगती है। ऐसे में इस परेशानी से निपटना जरूरी है। हालांकि, विटामिन-डी की कमी दूर करने के लिए लोग सप्लीमेंट्स का सहारा लेते हैं, लेकिन बिना डॉक्टर से पूछे ये दवाएं लेना नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए हम आपको कुछ ऐसे नेचुरल तरीके (How to Increase Vitamin-D Naturally) बताने वाले हैं, जो विटामिन-डी बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।
सूरज की रोशनी
विटामिन-डी हासिल करने का सबसे नेचुरल, आसान और असरदार तरीका है सूरज की रोशनी। हमारी त्वचा सूरज की यूवी-बी किरणों के कॉन्टेक्ट में आकर खुद ही विटामिन-डी बनाती है।
- सही समय- सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे के बीच की धूप सबसे फायदेमंद मानी जाती है, क्योंकि इस दौरान यूवीबी किरणों की इंटेंसिटी सबसे ज्यादा होती है।
- कितनी देर धूप लें- रोजाना लगभग 15-20 मिनट की धूप काफी होती है।
- कैसे- अपने हाथ-पैर, पीठ और चेहरे जैसे शरीर के बड़े हिस्से को धूप में रखने की कोशिश करें। बिना सनस्क्रीन के इतना समय धूप में बिताना जरूरी है, लेकिन उसके बाद सनबर्न से बचाव करें।
विटामिन-डी से भरपूर डाइट
हालांकि, डाइट विटामिन-डी का प्राइमरी सोर्स नहीं है, फिर भी कुछ फूड्स ऐसे हैं जिन्हें अपनी डाइट में शामिल करके आप इसकी कमी को पूरा कर सकते हैं।
- फैटी फिश- फैटी मछलियां विटामिन-डी का एक बेहतरीन सोर्स हैं। सालमन, मैकेरल, टूना और सार्डिन जैसी मछलियों को सप्ताह में कम से कम दो बार अपनी डाइट में शामिल करें।
- अंडे की जर्दी- अंडे की जर्दी में विटामिन-डी पाया जाता है। रोजाना एक अंडा खाना फायदेमंद हो सकता है। ध्यान रहे, विटामिन-डी सिर्फ जर्दी में ही होता है, सफेद हिस्से में नहीं।
- फोर्टिफाइड फूड्स- आजकल बाजार में कई ऐसे फूड्स मिलते हैं जिन्हें विटामिन-डी से 'फोर्टिफाइड' किया गया है, यानी इनमें अलग से विटामिन-डी मिलाया जाता है। इनमें दूध, दही, ऑरेंज जूस, सीरियल्स और छाछ शामिल हैं।
मशरूम
मशरूम एकमात्र ऐसा नेचुरल वेजिटेरियन सोर्स है जो विटामिन-डी देता है। मशरूम सूरज की यूवी किरणों के कॉन्टेक्ट में आकर विटामिन-डी बनाते हैं।
नियमित एक्सरसाइज
एक्सरसाइज सीधे तौर पर विटामिन-डी नहीं बढ़ाता, लेकिन यह आपके पूरे स्वास्थ्य को बेहतर बनाकर शरीर में पोषक तत्वों के अब्जॉर्प्शन की क्षमता को बढ़ाता है। एक एक्टिव लाइफस्टाइल आपके मेटाबॉलिज्म को दुरुस्त रखती है और विटामिन-डी जैसे फैट-सॉल्युबल विटामिन के बेहतर इस्तेमाल में मदद करती है।
- आउटडोर एक्टिविटीज- जिम के बजाय बाहर खुले में एक्सरसाइज करने की कोशिश करें, जैसे पार्क में दौड़ना, साइकिल चलाना या वॉक करना। इससे आपको एक साथ एक्सरसाइज और धूप दोनों का फायदा मिलेगा।
- योग और मेडिटेशन- तनाव शरीर के लिए हानिकारक है और पोषक तत्वों के अब्जॉर्प्शन को प्रभावित कर सकता है। नियमित योग और मेडिटेशन तनाव कम करके शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।
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Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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