सिर्फ रात में दिखाई देते हैं यूरिक एसिड बढ़ने के ये 4 लक्षण, नजरअंदाज करने की गलती बढ़ा देगी परेशानी
यूरिक एसिड की थोड़ी मात्रा शरीर में होती ही है क्योंकि यह नेचुरली बनने वाला एक वेस्ट प्रोडक्ट है। लेकिन यह परेशानी तब खड़ी करता है जब इसकी मात्रा बढ़ने लगती है। हालांकिरात में दिखने वाले कुछ लक्षणों (High Uric Acid Signs) की मदद से इसकी पहचान की जा सकती है।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। यूरिक एसिड हमारे शरीर में नेचुरली बनने वाला एक वेस्ट प्रोडक्ट है। दरअसल, यह प्यूरिन के टूटने से बनता है, लेकिन किडनी इसे फिल्टर करके बाहर कर देती है। हालांकि, कभी-कभी शरीर में इसकी मात्रा बढ़ जाती है, जिसके कारण शरीर में परेशानियां (High Uric Acid Symptoms) शुरू हो जाती हैं।
दिलचस्प बात यह है कि हाई यूरिक एसिड के कुछ खास लक्षण रात के समय या सुबह उठते वक्त ज्यादा परेशान करते हैं। रात के समय नजर आने वाले इसके लक्षणों (High Uric Acid Symptoms at Night) को बिल्कुल भी इग्नोर नहीं करना चाहिए। आइए जानें यूरिक एसिड बढ़ने पर रात में कैसे लक्षण दिखाई देते हैं।
रात में जोड़ों में तेज दर्द
यह हाई यूरिक एसिड का सबसे सामान्य लक्षण है, जो अक्सर रात के समय तेज हो जाता है। जब यूरिक एसिड का लेवल बढ़ जाता है, तो वह शरीर के जोड़ों, जैसे कि पैर के अंगूठे (एड़ी, टखने, घुटने भी) में क्रिस्टल्स के रूप में जमा हो जाता है। इसके कारण जोड़ों में अचानक तेज, चुभने वाला दर्द शुरू हो जाता है। यह दर्द इतना तेज हो सकता है कि नींद टूट जाए और यहां तक कि चादर का हल्का सा टच भी असहनीय लगने लगे।
सोते समय जोड़ों में सूजन और अकड़न
दर्द के साथ-साथ, जोड़ में सूजन, रेडनेस और गर्माहट पैदा हो जाती है। रात भर एक ही पोजीशन में लेटे रहने के कारण जोड़ों में ब्लड फ्लो भी प्रभावित होता है और अकड़न बढ़ जाती है। सुबह उठते वक्त मरीज को जोड़ों को हिलाने-डुलाने में काफी दिक्कत होती है। उंगलियों, कलाइयों या घुटनों में यह सूजन और अकड़न साफ देखी जा सकती है।
बार-बार यूरिन आना
हाई यूरिक एसिड का सीधा संबंध किडनी से होता है। जब यूरिक एसिड का स्तर बहुत ज्यादा बढ़ जाता है, तो किडनी पर एक्स्ट्रा दबाव पड़ता है। वह इसे फिल्टर करने और शरीर से बाहर निकालने की कोशिश करती रहती है। इसके कारण, रात के समय बार-बार यूरिन पास करने की इच्छा होती रहती है। हालांकि इस दौरान पेशाब की मात्रा कम हो सकती है, लेकिन महसूस यह होता है कि ब्लैडर पूरी तरह खाली नहीं हुआ है।
रात में पसीना आना और बेचैनी
शरीर में हो रही इंफ्लेमेशन और लगातार बना रहने वाला दर्द शरीर के नर्वस सिस्टम को प्रभावित करता है। इसके कारण, कई लोगों को रात के समय बहुत ज्यादा पसीना आ सकता है या बिना किसी खास वजह के बेचैनी और परेशानी महसूस हो सकती है।
यह भी पढ़ें- अगर शरीर में बढ़ गया है यूरिक एसिड, तो तेजी से कम करने के लिए करना शुरू कर दें ये 5 काम
यह भी पढ़ें- यूरिक एसिड बढ़ने के पीछे जिम्मेदार हो सकती हैं ये 5 बातें, बचाव के लिए आज से ही कर लें इनमें सुधार
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।