पुरुषों में दिखते हैं प्रोटीन की कमी के ये 5 लक्षण, इग्नोर करने की गलती पड़ जाएगी सेहत पर भारी
प्रोटीन की कमी के कारण हमारे शरीर में एक नहीं, बल्कि कई परेशानियां हो सकती हैं। इसलिए इसकी कमी से बचना काफी जरूरी है। प्रोटीन का कमी होने पर हमारा शरीर हमें कुछ लक्षणों (Protein Deficiency Signs) की मदद से चेतावनी देता है, जिन्हें अगर वक्त पर पहचान लिया जाए, तो प्रोटीन की कमी को दूर किया जा सकता है।

प्रोटीन की कमी होने पर दिखते हैं ये लक्षण (Picture Courtesy: Freepik)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। प्रोटीन हमारे शरीर में एक नहीं, बल्कि कई जरूरी भूमिकाएं निभाता है। यह मांसपेशियों, हड्डियों, त्वचा, बालों, एंजाइम्स और हार्मोन्स के निर्माण में बेहद अहम भूमिका निभाता है। इसलिए शरीर में रोज की प्रोटीन की जरूरत को पूरा करना जरूरी है। हालांकि, डाइट में कमी के कारण शरीर में प्रोटीन की कमी (Protein Deficiency) हो जाती है।
अगर वक्त पर प्रोटीन की कमी को न पहचाना जाए, तो शरीर कमजोर पड़ने लगता है और कई स्वास्थ्य समस्याएं भी हो सकती हैं। पुरुषों को यह समस्या और ज्यादा प्रभावित कर सकती है। हालांकि, कुछ लक्षणों (Protein Deficiency Symptoms) की मदद से प्रोटीन की कमी का पता लगाया जा सकता है। आइए जानें पुरुषों में प्रोटीन की कमी के लक्षण कैसे होते हैं।
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(Picture Courtesy: Freepik)
मांसपेशियों में कमजोरी
यह प्रोटीन की कमी का सबसे साफ और सामान्य लक्षण है। जब शरीर को पर्याप्त प्रोटीन नहीं मिलता, तो यह एनर्जी के लिए मांसपेशियों के टिश्यूज को तोड़ना शुरू कर देता है, इसे 'मसल कैटाबॉलिज्म' कहा जाता है। इसके कारण-
- मांसपेशियों का सिकुड़ना- बाहों, छाती और जांघों की मांसपेशियां ढीली और कमजोर नजर आने लगती हैं।
- थकान और कमजोरी- रोजमर्रा के काम जैसे सीढ़ियां चढ़ना, सामान उठाना या लंबी दूरी तक चलना भी मुश्किल हो जाता है।
- ताकत में कमी- जिम में वजन उठाने की क्षमता में गिरावट आती है।
इसके बाद भले ही आप एक्सरसाइज करते रहें, लेकिन प्रोटीन की कमी के कारण मांसपेशियों की मरम्मत नहीं हो पाती, जिससे एक्सरसाइज का फायदा नहीं मिलता।
लगातार भूख लगना
प्रोटीन भूख के हार्मोन घ्रेलिन को कंट्रोल करके आपको लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराता है। जब प्रोटीन की कमी होती है, तो-
- बार-बार भूख लगना- आपको थोड़ी-थोड़ी देर में कुछ न कुछ खाने की इच्छा होती रहती है।
- कार्बोहाइड्रेट और मीठे की तलब- शरीर तेजी से एनर्जी के सोर्स तलाशता है, जिससे आपको रिफाइंड कार्ब्स, चिप्स, बिस्कुट, चॉकलेट और मीठी ड्रिंक्स खाने-पीने की इच्छा होती है।
- इंबैलेंस डाइट- इस तरह की क्रेविंग आपकी डाइट को और भी इंबैलेंस बना देती है, जिससे प्रोटीन की कमी और बढ़ सकती है।
बालों का झड़ना, त्वचा और नाखूनों की समस्याएं
प्रोटीन केराटिन और कोलाजन बनाने के लिए जरूरी है, जो बालों, त्वचा और नाखूनों के लिए जिम्मेदार होते हैं। प्रोटीन की कमी होने पर-
- बालों का पतलापन और झड़ना- बाल कमजोर होकर तेजी से झड़ने लगते हैं।
- रूखी और बेजान त्वचा- त्वचा में लचीलापन कम हो जाता है, रूखापन, खुजली और रैशेज हो सकते हैं।
- कमजोर नाखून- नाखून आसानी से टूटने लगते हैं और उन पर सफेद धब्बे या लकीरें दिखाई दे सकती हैं।
घाव भरने में देरी और बार-बार इन्फेक्शन
शरीर में नए सेल्स, टिश्यूज और एंटीबॉडीज बनाने के लिए प्रोटीन जरूरत है। प्रोटीन की कमी इम्यून सिस्टम को सीधे प्रभावित करती है-
- धीमी गति से घाव भरना- चोट लगने, कटने या जलने के बाद घाव को भरने में सामान्य से ज्यादा समय लगता है।
- कमजोर इम्यून सिस्टम- आपका शरीर इन्फेक्शन से लड़ नहीं पाता है, जिस कारण आप बार-बार सर्दी-जुकाम, बुखार या अन्य इन्फेक्शन का शिकार होते हैं।
- बीमारी के बाद देरी से स्वस्थ होना- किसी बीमारी या सर्जरी के बाद रिकवरी की प्रक्रिया धीमी हो जाती है।
थकान, सुस्ती और फोकस में कमी
प्रोटीन न केवल मांसपेशियों के लिए, बल्कि दिमाग के लिए भी जरूरी है। कई न्यूरोट्रांसमीटर (जैसे डोपामाइन और सेरोटोनिन) प्रोटीन से बने अमीनो एसिड से बनते हैं। प्रोटीन की कमी के कारण-
- लगातार थकान और एनर्जी की कमी- पूरे दिन सुस्ती और आलस बना रहता है, भरपूर नींद लेने के बाद भी थकान महसूस होती है।
- फोकस करने में परेशानी- काम पर या पढ़ाई में मन नहीं लगता, फोकस में कमी आती है।
- मूड में बदलाव- चिड़चिड़ापन, उदासी महसूस हो सकती है।

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