सांस लेने पर मुंह से आती है गंध? सिर्फ सफाई की कमी नहीं, 6 गंभीर बीमारियों का हो सकते हैं संकेत
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग कई तरह की दिक्कतों का सामना कर रहे हैं। कई बीमारियों के लक्षण तो हमारे शरीर में पहले से ही नजर आने लगते हैं। सांस से बदबू आने की समस्या भी उन्हीं में से एक है। ये कई गंभीर बीमारियों का संकेत हो सकता है।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। आज कल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों को कई तरह की बीमारियां जकड़ रहीं हैं। जब भी हम किसी बीमारी की चपेट में आते हैं ताे हमारे शरीर में कई लक्षण नजर आने लगते हैं। कई बार जब हम सांस लेते हैं तो उसमें से भी बदबू आती है। ऐसा होने पर लोग ब्रश कर लेते हैं। उन्हें लगता है कि उन्होंने कुछ गलत खा लिया है या मुंह की सफाई ठीक से नहीं हुई है, इस कारण मुंह से बदबू आती है।
लेकिन कई बार ये हमारे शरीर के अंदर छिपी कई गंभीर बीमारियों का भी संकेत हो सकती है। इस पर कई शोध भी हुए हैं, जिससे पता चलता है कि सांस में आने वाली कुछ खास तरह की गंध, शरीर में हो रही कई गंभीर समस्याओं का पता पहले ही दे सकती है। जैसे डायबिटीज, किडनी फेलियर या यहां तक कि कैंसर का भी ये संकेत हो सकता है। दरअसल, हमारी सांस में मौजूद कुछ केमिकल कंपाउंड्स इस बात का संकेत देते हैं कि शरीर के अंदर क्या चल रहा है।
आज का हमारा लेख भी इसी विषय पर है। हम आपको बताएंगे कि सांस से बदबू आए तो ये किस बीमारियों की ओर इशारा करते हैं। आइए जानते हैं विस्तार से -
हार्ट फेलियर
आपको बता दें कि सांस में एसिटोन और पेंटेन नाम के केमिकल मार्कर्स की मात्रा जब बढ़ जाती है तो ये हार्ट फेलियर का संकेत हो सकता है। जब हमारा दिल सही से खून पंप नहीं कर पाता है, तो ये कंपाउंड्स बढ़ जाते हैं।
डायबिटीज और कीटोएसिडोसिस
अगर सांस में मीठी या नेल पॉलिश जैसी बदबू आती है तो ये डायबिटिक कीटोएसिडोसिस (DKA) का संकेत हो सकता है। जो एक गंभीर और जानलेवा कंडीशन होती है। इसमें हमारा शरीर एनर्जी के लिए फैट तोड़ता है, जिससे कीटोन बनने लगते हैं। इससे सांस में अलग तरह की गंध आती है।
किडनी फेलियर
कई बार सांस लेने पर मछली जैसी गंध आने लगती है। ये भी किडनी के खराब होने का संकेत हो सकता है। इसे मेडिकल भाषा में यूरीमिक फीटर कहा जाता है। ये आमतौर पर किडनी की बीमारी के लास्ट स्टेज में दिखाई देता है।
स्लीप एपनिया
सुबह-सुबह तेज और लगातार बदबूदार सांस आती है ताे ये भी स्लीप एपनिया का लक्षण हो सकता है। इसमें सोते समय बार-बार सांस रुकने से लोग मुंह से सांस लेने लगते हैं, जिससे हमारा मुंह सूख जाता है और बैक्टीरिया बढ़ जाते हैं।
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एलर्जी और पोस्टनैसल ड्रिप
सर्दी-जुकाम, एलर्जी या साइनस की दिक्कत होने पर ज्यादा मात्रा में बलगम बनने लगता है, जो गले के पीछे जमा होकर बदबू पैदा करता है। नाक बंद होने पर लोग मुंह से सांस लेते हैं, जिससे मुंह सूखता है और बदबू आने लगती है।
दांतों की सड़न और मसूड़ों की बीमारी
कई बार जब आप मुंह की सही तरीके से सफाई नहीं करते हैं, या दांतों में कीड़े लग जाते हैं, मसूड़ों में सूजन और इंफेक्शन के कारण भी सांस से गंध आने लगती है।
इन बातों पर दें ध्यान
आमतौर पर ज्यादा समय बदबूदार सांस सिर्फ मुंह की सफाई से जुड़ी समस्या होती है, लेकिन अगर ये समस्या लंबे समय तक बनी रहे और साथ में बाकी लक्षण भी दिखाई दें तो ये गंभीर बीमारी का संकेत हो सकती है। ऐसे में डॉक्टर या डेंटिस्ट से तुरंत जांच करवाना चाहिए।
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Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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