Heat Stroke और Heat Exhaustion का अंतर जानते हैं आप? मामूली-सी लापरवाही भी पड़ सकती है सेहत पर भारी
गर्मी के मौसम में सेहत का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। लू लगने की समस्या आम है लेकिन कई लोग हीट स्ट्रोक (Heat Stroke) और हीट एग्जॉशन (Heat Exhaustion) के बीच के अंतर को नहीं समझ पाते। जबकि दोनों ही स्थितियां गर्मी के कारण होती हैं और असहज महसूस कराती हैं। आइए इन दोनों के बीच के अंतर को डॉक्टर की मदद से समझते हैं।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Heat Stroke vs Heat Exhaustion: गर्मियों में चिलचिलाती धूप और बढ़ते तापमान के बीच बाहर निकलना किसी चुनौती से कम नहीं। अक्सर हम सुनते हैं कि किसी को हीट स्ट्रोक हो गया या कोई हीट एक्सहॉश्टन (Heat Exhaustion) का शिकार हो गया, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये दोनों अलग-अलग स्थितियां हैं? और सबसे जरूरी बात है कि मामूली-सी लापरवाही इन हालातों को जानलेवा भी बना सकती है। आइए, गुरुग्राम के मैरिंगों एशिया हॉस्पिटल में इंटरनल मेडिसिन के सीनियर कंसलटेंट डॉ. एम के सिंह से जानते हैं, इन दोनों के बीच क्या फर्क है और इस खतरे से कैसे बचा जा सकता है।
क्या है Heat Exhaustion?
हीट एग्जॉस्शन तब होता है जब आपको बहुत ज्यादा गर्मी लगती है। इसके कुछ लक्षण हैं जैसे बहुत पसीना आना, कमजोरी महसूस होना, चक्कर आना, उल्टी जैसा लगना और मांसपेशियों में खिंचाव महसूस होना। यह अक्सर तब होता है जब आप बहुत देर तक गर्मी में रहते हैं या गर्मी में ज्यादा काम करते हैं। अगर इसका ठीक से इलाज न किया जाए तो यह हीट स्ट्रोक बन सकता है, जो बहुत खतरनाक होता है। हीट स्ट्रोक में शरीर का तापमान बहुत बढ़ जाता है (104°F या उससे ज्यादा), त्वचा गर्म और ड्राई हो जाती है, कन्फ्यूजन होता है, दौरे पड़ सकते हैं और यहां तक कि आप बेहोश भी हो सकते हैं।
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क्या है Heat Stroke?
हीट स्ट्रोक एक मेडिकल इमरजेंसी है। इसमें शरीर का तापमान अचानक बहुत तेजी से बढ़ जाता है (40°C या उससे ज्यादा)। पसीना आना बंद हो जाता है और शरीर अपनी ठंडक बनाए नहीं रख पाता। अगर समय पर इलाज न मिले तो दिमाग, दिल, किडनी और मांसपेशियों को गंभीर नुकसान हो सकता है- यहां तक कि मौत का भी खतरा होता है।
मामूली सी लापरवाही भी पड़ सकती है भारी
गर्मी के मौसम में थोड़ी सी भी लापरवाही आपकी सेहत पर भारी पड़ सकती है। पर्याप्त मात्रा में पानी न पीना, तेज धूप में ज्यादा देर तक रहना, हल्के रंग के और ढीले कपड़े न पहनना और फिजिकल एक्टिविटी करते समय सावधानी न बरतना हीट एग्जॉशन और हीट स्ट्रोक के खतरे को बढ़ा सकता है।
बचाव के लिए अपनाएं ये टिप्स
- खूब पानी पिएं: डिहाइड्रेशन से बचने के लिए नियमित अंतराल पर पानी पीते रहें, खासकर जब आप बाहर हों या एक्सरसाइज कर रहे हों।
- हल्के रंग के और ढीले कपड़े पहनें: ये कपड़े आपके शरीर को ठंडा रखने में मदद करते हैं।
- धूप में निकलने से बचें: खासकर दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच जब धूप सबसे तेज होती है।
- फिजिकल एक्टिविटी सीमित करें: गर्मी के मौसम में हाई इंटेंसिटी वर्कआउट से बचें।
- शराब और कैफीन से बचें: ये शरीर को डिहाइड्रेट कर सकते हैं।
- ठंडी जगह पर रहें: अगर संभव हो तो दिन के सबसे गर्म समय में वातानुकूलित स्थानों पर रहें।
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