Backward Walking Benefits: शारीरिक ही नहीं मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी बैकवर्ड वॉकिंग, जानें इसके फायदे
Backward Walking Benefits हर दिन एक ही फिटनेस रूटीन करना कुछ समय बाद बोरिंग लग सकता है। ऐसे में इस बोरियत से बाहर आने के लिए आपको वर्कआउट को पूरी तरह से छोड़ने की आवश्यकता नहीं है। आप कुछ नया करके इसे मजेदार बना सकते हैं। बैकवर्ड वॉकिंग एक ऐसा तरीका है जो न सिर्फ करने में मजेदार है बल्कि इससे सेहत को कई सारे फायदे भी मिलते हैं।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Backward Walking Benefits: बैकवर्ड वॉकिंग, जिसे रेट्रो वॉकिंग के नाम में भी जाना जाता है, एक्सरसाइज के एक रूप में इसकी लोकप्रियता काफी बढ़ी है, क्योंकि यह कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभ प्रदान करती है। हालांकि, यह पहली बार में थोड़ा असामान्य या अजीब लग सकता है, लेकिन अपनी फिटनेस रूटीन में बैकवर्ड वॉकिंग को शामिल करने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों के संदर्भ में कुछ अविश्वसनीय प्रभावशाली परिणाम मिल सकते हैं।
इसके शारीरिक लाभ सबसे ज्यादा ध्यान देने योग्य हैं। सामान्य चलने की तुलना में बैकवर्ड वॉकिंग में विभिन्न मांसपेशियों का उपयोग होता है। अगर आप अभी इससे होने वाले फायदों से अनजान हैं, तो आइए जानते हैं बैकवर्ड वॉकिंग के कुछ गजब के फायदे-
बैकवर्ड वॉकिंग क्वाड्रिसेप्स मांसपेशियों को मजबूत करता है, जिससे घुटने की समस्याओं वाले लोगों को राहत मिलती है, क्योंकि यह घुटने के जोड़ों पर दबाव कम करता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित साल 2022 के एक अध्ययन में यह सुझाव दिया गया है कि घुटने की समस्याओं को कम करने के लिए पीछे की ओर चलना उपयोगी हो सकता है। बैकवर्ड वॉकिंग के कुछ फायदे निम्न हैं-
कॉर्डिनेशन में सुधार करें
रिवर्स या बैकवर्ड वॉकिंग से कॉर्डिनेशन में सुधार होता है। इस तरह से चलने से आप अपनी सामान्य गति के विपरीत जा रहे हैं और इसका मतलब है कि आपको अपने शरीर के बेहतर कॉर्डिनेशन की जरूरत है। ऐसे में आपका दिमाग भी आपको बेहतर मार्गदर्शन करने में सक्षम होता। इसलिए, यह आपके फोकस को बेहतर बनाने में मदद करता है।
पैरों को मजबूत बनाएं
हम आमतौर पर आगे की ओर चलते हैं और इसलिए हमारे पैरों के पीछे की तरफ कुछ मांसपेशियां होती हैं, जो इसमें शामिल नहीं होती हैं। लेकिन जब आप बैकवर्ड वॉकिंग करते हैं, तो वे मांसपेशियां भी गति में आ जाती हैं और आपके पैरों को मजबूत बनाती हैं।
घुटनों पर दबाव कम करे
एक जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, जिन लोगों को घुटने में दर्द है या चोट लगी है, वे इसे ठीक करने के लिए रिवर्स वॉकिंग का उपयोग कर सकते हैं क्योंकि आपके घुटने पर इसका प्रभाव बहुत कम होता है। इसके अलावा जर्नल ऑफ बायोमैकेनिक्स में प्रकाशित एक अन्य अध्ययन में यह भी पाया गया कि उलटा या पीछे की ओर दौड़ने से घुटने का दर्द कम हो जाता है।
मूड में सुधार करे
जर्नल ऑफ फिजिकल थेरेपी साइंस में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, पीछे की ओर चलने से संतुलन में सुधार करने में मदद मिलती है और यह हैप्पी हार्मोन रिलीज करता है, जो आपकी इंद्रियों को शांत रखता है।
पीठ दर्द से राहत दिलाए
क्या आप जानते हैं कि अगर आपकी हैमस्ट्रिंग में लचीलेपन की कमी है, तो इससे पीठ के निचले हिस्से में दर्द हो सकता है? जर्नल ऑफ कायरोप्रैक्टिक मेडिसिन में प्रकाशित एक अध्ययन भी इस पर मुहर लगाती है। ऐसे में इसे रोकने के लिए हर दिन कम से कम 15 मिनट तक बैकवर्ड वॉकिंग करना फायदेमंद साबित होगा।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
Picture Courtesy: Freepik
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।