दिल्ली-एनसीआर में बढ़े H3N2 फ्लू के मामले, इन लोगों में रहता है इन्फेक्शन का ज्यादा खतरा
दिल्ली-एनसीआर में फ्लू (H3N2 Infection in Delhi) के मामलों में काफी उछाल आया है। इसके पीछे H3N2 वायरस का हाथ है जो इन्फ्लूएंजा-ए का एक प्रकार है। इसके कारण खांसी-बुखार जैसे लक्षण नजर आते हैं। हालांकि यह फ्लू किसी भी व्यक्ति को हो सकता है लेकिन कुछ लोगों में इसका रिस्क ज्यादा रहता है।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। पिछले कुछ दिनों में दिल्ली-एनसीआर के इलाकों में फ्लू (H3N2 Flu) के मामले काफी तेजी से बढ़े हैं। इसके पीछे H3N2 वायरस का हाथ है, जो इन्फ्लूएंजा-ए वायरस का एक प्रकार है। यह वायरस काफी संक्रामक है और तेजी से फैलता है। इसलिए इससे सावधान रहना जरूरी है।
वैसे तो यह वायरस किसी को भी अपनी चपेट में ले सकता है, लेकिन कुछ लोगों में इसका रिस्क ज्यादा रहता है। इसलिए उन्हें इससे ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है। आइए जानें किन लोगों (People With High Risk of Flu) में H3N2 इन्फेक्शन से ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है और इस इन्फेक्शन से रिकवर करने में कितना समय लगता है।
किन लोगों में है ज्यादा खतरा?
- बुजुर्ग (65 वर्ष और उससे ज्यादा उम्र के लोग)- उम्र के साथ इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है, जिससे शरीर इन्फेक्शन से ठीक से लड़ नहीं पाता है।
- छोटे बच्चे (खासकर 5 साल से कम उम्र के)- छोटे बच्चों की इम्युनिटी अभी पूरी तरह से विकसित नहीं होती, जिससे वे इन्फेक्शन का आसानी से शिकार हो जाते हैं।
- प्रेग्नेंट महिलाएं- प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में होने वाले बदलाव, हार्मोनल बदलाव और इम्यून सिस्टम पर पड़ने वाले दबाव के कारण इन्फेक्शन का रिस्क ज्यादा रहता है।
- क्रॉनिक हेल्थ कंडीशन से पीड़ित- अस्थमा, सीओपीडी जैसी सांस की बीमारी वाले मरीज, डायबिटीज से पीड़ित लोग, दिल की बीमारी, जैसे कंजेस्टिव हार्ट फेल्योर वाले लोग, क्रॉनिक किडनी या लिवर की बीमारी वाले मरीजों में इन्फेक्शन का रिस्क ज्यादा रहता है। साथ ही, कमजोर इम्युनिटी वाले लोगों में भी इसका जोखिम ज्यादा होता है।
- मोटापे से ग्रस्त लोग- मोटापा रेस्पिरेटरी सिस्टम पर दबाव डालता है और इम्यून सिस्टम को भी प्रभावित कर सकता है।
इन लोगों को डॉक्टर से सलाह लेकर फ्लू की वैक्सीन लगवानी चाहिए और इन्फेक्शन का एक भी लक्षण नजर आने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
H3N2 के लक्षण कैसे होते हैं?
H3N2 वायरस के लक्षण आम सर्दी-जुकाम से ज्यादा गंभीर होते हैं और अचानक से शुरू होते हैं।
- तेज बुखार- अक्सर 100°F (38°C) से ऊपर होता है।
- खांसी- आमतौर पर सूखी और गंभीर खांसी होती है।
- गले में खराश- निगलने में तकलीफ हो सकती है।
- बहती या भरी हुई नाक।
- सिरदर्द और शरीर में दर्द- मांसपेशियों और जोड़ों में तेज दर्द होना एक सामान्य लक्षण है।
- थकान और कमजोरी- ज्यादा थकान महसूस होना और कई दिनों तक ऐसा बने रहना।
- छींक आना और आंखों से पानी निकलना।
- कुछ मामलों में उल्टी और दस्त भी हो सकते हैं, हालांकि ये बच्चों में ज्यादा कॉमन हैं।
रिकवरी में कितना समय लगता है?
H3N2 इन्फेक्शन से रिकवरी का समय व्यक्ति की उम्र और उसके स्वास्थ्य पर निर्भर करता है, लेकिन सामान्य रूप से लगभग 5 से 7 दिनों में इन्फेक्शन के लक्षण दूर हो सकते हैं। लेकिन कुछ लोगों में 10 दिन का समय भी लग सकता है, जिसमें खांसी और थकान जैसी परेशानियां बनी रह सकती हैं।
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