सावधान! आर्टरी ब्लॉकेज ही नहीं, कम उम्र में इस वजह से भी महिलाओं को आता है हार्ट अटैक
आजकल दिल की बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं खासकर महिलाओं में। एक नए अध्ययन के अनुसार 65 वर्ष से कम उम्र की महिलाओं में हार्ट अटैक का कारण हमेशा कोलेस्ट्रॉल या ब्लॉकेज नहीं होता। इसके और भी कई कारण होते हैं जिनके बारे में जानना जरूरी है। आइए जानते हैं इस ताजा स्टडी के बारे में।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। इन दिनों दिल से जुड़ी बीमारियों के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं। पहले जहां दिल से जुड़ी बीमारियां सिर्फ बुजुर्गों को अपना शिकार बनाती थीं, वहीं अब युवा भी इसकी चपेट में आने लगे हैं। खासकर महिलाओं में इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। कोरोना महामारी के बाद से ही हार्ट अटैक के मामलों में उछाल देखने को मिला है। ऐसे में यह चिंता का विषय तो है ही, साथ ही ध्यान देने योग्य भी है।
आमतौर पर हार्ट अटैक के मामलों के लिए हाई कोलेस्ट्रॉल के कारण हुई आर्टरी ब्लॉकेज को जिम्मेदार माना जाता है। इसी बीच अब हाल ही में हार्ट अटैक के बढ़ते मामलों पर एक स्टडी सामने आई है। इस नए अध्ययन में यह पता चला है कि हर बार हार्ट अटैक के पीछे कोलेस्ट्रॉल और ब्लॉकेज ही मुख्य कारण नहीं होता, खासकर 65 वर्ष से कम उम्र की महिलाओं के लिए और भी कई फैक्टर्स इसका खतरा बढ़ाते है। आइए जानते हैं इस स्टडी के बारे में विस्तार से-
क्या कहती है स्टडी?
मायो क्लिनिक के इस हालिया अध्ययन में यह पता चला है कि 65 साल से कम उम्र की महिलाओं में 50% से ज्यादा दिल के दौरे आर्टरीज में रुकावट के कारण नहीं होते हैं। इसके बजाय, ये अक्सर कम ज्ञात या नजरअंदाज की गई कंडीशन्स के कारण होते हैं, जैसे:
- स्पॉन्टेनियस कोरोनरी आर्टरी डिस्सेक्शन (SCAD)
- कोरोनरी एम्बोलिज्म
- गंभीर संक्रमण
- एनीमिया
SCAD क्या है?
SCAD एक ऐसी कंडीशन है, जिसमें हार्ट आर्टरी के अंदर की दीवार अचानक फट जाती है, जिससे दिल में खून का फ्लो बाधित हो जाता है। इससे ऑक्सीजन की आपूर्ति कम हो जाती है और दिल का दौरा पड़ सकता है। चौंकाने वाली बात यह है कि SCAD आमतौर पर उन हेल्दी महिलाओं को प्रभावित करता है, जिनमें हार्ट डिजीज के रिस्क फैक्टर नहीं होते।
अध्ययन में यह भी पता चला कि SCAD को अक्सर प्लाक के जमाव के कारण होने वाले एक सामान्य दिल के दौरे के रूप में गलत निदान किया जाता है, जिसकी वजह से संभवतः गलत इलाज हो सकता है। इसके अलावा, हार्मोनल उतार-चढ़ाव, प्रेग्नेंसी के बाद के बदलाव और जेनेटिक फैक्टर जैसे कारक SCAD और प्लाक से जुड़े अन्य हार्ट अटैक के खतरे को बढ़ा सकते हैं।
इन वजहों से भी आ सकता है हार्ट अटैक
- कोरोनरी एम्बोलिज्म: यह तब होता है जब खून का थक्का या कोई बाहरी चीज हार्ट की आर्टरीज को ब्लॉक कर देती है।
- इन्फेक्शन और एनीमिया: ये कंडीशन हार्ट पर दबाव डालती हैं और कमजोर व्यक्तियों में दिल के दौरे का कारण बन सकती हैं।
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