हमेशा फायदेमंद नहीं होता योग! 5 लोगों को एक्सपर्ट की सलाह के बिना नहीं करना चाहिए
हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। यह दिन योग के फायदे और इसके बारे में उन्हें जागरूक करने के लिए मनाते हैं। योग सेहत के लिए फायदेमंद होता है। हालांकि, यह हर किसी को फायदा नहीं पहुंचाता है। आइए जानते हैं किस लोगों के नुकसान पहुंचा सकता है योग।
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नुकसान भी पहुंचा सकत है योग (Picture Credit- Freepik)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। योग निरोगी जीवन और लंबी उम्र की चाबी है। यही वजह है कि हेल्थ एक्सपर्ट्स रोजाना योग करने की सलाह देते हैं। इतना ही नहीं योग के फायदों के बारे में लोगों को बताने और इसे लेकर लोगों को जागरूक करने के मकसद से हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। आमतौर पर योग हर किसी के लिए फायदेमंद माना जाता है, लेकिन कुछ लोग हैं, जिनके लिए योग हानिकारक भी हो सकता है।
जी हां, आपने सही सुना। योग करने से कुछ लोगों के लिए को नुकसान पहुंच सकता है। इसलिए यह पता होना जरूरी है कि आखिर ऐसे कौन से लोग हैं, जिन्हें योग करने की मनाही होती है। आइए आपको बताते हैं उन लोगों के बारे में-
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हाई ब्लड प्रेशर या हार्ट डिजीज से पीड़ित लोग
सामान्यत: योग दिल को हेल्दी बनाता है और ब्लड प्रेशर को कम करता है। हालांकि, योग के कुछ आसन जैसे कंधे के बल खड़े होना, सिर के बल खड़े होना या पीछे की ओर ज्यादा झुकना आदि करने से ब्लड फ्लो रिवर्स हो सकता है और छाती पर दबाव के कारण ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है। ऐसे में सीटिंग पोसेज, आगे की ओर झुकना और धीमी गति से सांस लेने वाले व्यायाम दिल के लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं।
चक्कर आने या बैलेंस डिसऑर्डर वाले लोग
योग करने से संतुलन में सुधार होता है और शरीर का कोर मजबूत होता है, लेकिन अगर आपको कान से जुड़ी कोई इंटरनल समस्या है, चक्कर आने या तंत्रिका संबंधी असंतुलन की समस्या है, तो आपको कुछ योगासन करने से पहले बचना चाहिए। इन आसनों में ट्री पोज, ईगल या स्टैंडिंग स्प्लिट्स आदि शामिल हैं। हालांकि, ऐसे लोगों के लिए योग अभी भी मददगार हो सकता है, लेकिन इसके लिए उन्हें सही योगासन करने की जरूरत है।
गर्भवती महिलाएं (खासकर पहले और आखिरी तिमाही में)
अक्सर प्रेग्नेंट महिलाओं को डिलीवरी को आसान बनाने और तनाव को कम करने के लिए योग की सलाह दी जाती है। हालांकि, इस दौरान योग करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। इसलिए प्रेग्नेंसी के दौरान ट्विस्ट, बैकबेंड जैसे आसन ज्यादा नुकसान पहुंचा सकते हैं। पहली तिमाही में, ज्यादा इंटेंसिटी वाले आसन अचानक तनाव या गिरने के कारण मिसकैरिज के खतरे को बढ़ा सकते हैं। साथ ही थर्ड ट्राईमेस्टर में भी यह नुकसान पहुंचा सकते हैं। ऐसे में प्रेग्नेंसी के दौरान योग करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
रीढ़ या डिस्क की समस्या वाले लोग
योग पीठ दर्द ठीक करता है, लेकिन रीढ़ या डिस्क की समस्या से जूझ रहे लोगों को यह नुकसान पहुंचा सकता है। हर्नियेटेड डिस्क, साइटिका या सर्जरी के बाद रीढ़ की हड्डी की समस्याओं से परेशान लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए। ऐसे में व्हील पोज, कोबरा या हल पोज जैसे आसन करने से परहेज करें।
इमोशनल ट्रॉमा या PTSD से पीड़ित लोग
योग इमोशनल पेन को ठीक करता है और मन को शांत करता है। हालांकि, कुछ योग पोसेज विशेष रूप से डीप हिप ओपनर या ब्रीदिंग अभ्यास भावनात्मक यादों को ट्रिगर करते हैं। यह कुछ लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है, लेकिन PTSD या ठीक न हुए ट्रॉमा से पीड़ित अन्य लोगों को इससे नुकसान हो सकता है।
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Disclaimer: लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो, तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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