सिर्फ वेपिंग की वजह से ही होता है Popcorn Lung? जानें इसके लक्षण, कारण और बचाव के तरीके
लोग अक्सर ऐसा मान बैठते हैं कि अगर वे सिगरेट पीने की जगह वेपिंग करेंगे तो उनके फेफड़ों को उतना कुछ नुकसान नहीं पहुंचेगा। लेकिन ऐसा नहीं है। हाल ही में सामने आई एक घटना में अमेरिका में रहने वाली एक 17 साल की लड़की वेपिंग के कारण Popcorn Lung की चेपट में आ गई। आइए जानें इसके लक्षण (Popcorn Lung Symptoms) और बचाव के उपाय।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। हाल ही में अमेरिका के एक 17 साल की टीनेजर पॉपकॉर्न लंग (Popcorn Lung) से डायग्नोस हुई है। आपको बता दें कि वह पिछले तीन सालों से वेपिंग कर रही थी, जिसके बाद एक दिन उसे सांस लेने में तकलीफ होने लगी।
अस्पताल जाने के बाद पता चला कि वह पॉपकॉर्न लंग्स का शिकार हो गई है। अब सवाल आता है कि पॉपकॉर्न लंंग्स होता क्या है और क्या सिर्फ वेपिंग ही इसकी एकलौती वजह है? आइए जानें पॉपकॉर्न लंग्स के रिस्क फैक्टर्स (Popcorn Lung Causes) और लक्षणों (Popcorn Lung Symptoms) के बारे में।
पॉपकॉर्न लंग्स क्या है? ( What is Popcorn Lung?)
पॉपकॉर्न लंग्स (Popcorn Lung), जिसे मेडिकल भाषा में ब्रोंकियोलाइटिस ऑब्लिटरन्स (Bronchiolitis Obliterans) कहा जाता है, एक गंभीर फेफड़ों की बीमारी है। यह बीमारी फेफड़ों की छोटी एयर ट्यूब्स (ब्रोंकियोल्स) में सूजन और स्कार टिश्यू के कारण होती है, जिससे सांस लेने में तकलीफ होती है।
इसका नाम "पॉपकॉर्न लंग्स" इसलिए पड़ा, क्योंकि यह पहली बार माइक्रोवेव पॉपकॉर्न फैक्ट्री के कर्मचारियों में देखा गया था, जहां उन्हें डायसिटिल (Diacetyl) नाम के केमिकल के संपर्क में आने से यह समस्या हुई थी। आजकल, यह समस्या इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट (वेपिंग) और कुछ केमिकल्स के संपर्क में आने वाले लोगों में भी देखी जा रही है।
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पॉपकॉर्न लंग्स के लक्षण (Popcorn Lung Symptoms)
इस बीमारी के लक्षण धीरे-धीरे विकसित होते हैं और समय के साथ गंभीर हो सकते हैं, जो इस तरह के हो सकते हैं-
- सांस लेने में तकलीफ- खासकर एक्सरसाइज या किसी फिजिकल एक्टिविटी के दौरान।
- सूखी खांसी- जो लंबे समय तक बनी रहती है। कभी-कभी इसमें बलगम भी आ सकता है।
- थकान और कमजोरी- ऑक्सीजन की कमी के कारण।
- सीने में जकड़न या दर्द
- बुखार
- स्किन रैश
- सीने में घरघराहट जैसी आवाज
ये लक्षण अस्थमा या COPD (क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज) जैसी अन्य बीमारियों से मिलते-जुलते हो सकते हैं, इसलिए सही डायग्नोसिस के लिए डॉक्टर से मिलना जरूरी है।
पॉपकॉर्न लंग्स के रिस्क फैक्टर्स (Popcorn Lung Risk Factors)
- डायसिटिल और हानिकारक रसायनों का संपर्क- यह रसायन फ्लेवर्ड इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट, माइक्रोवेव पॉपकॉर्न और कुछ केमिकल फैक्ट्रियों में पाया जाता है।
- वेपिंग या ई-सिगरेट का इस्तेमाल- कई ई-सिगरेट के फ्लेवर्ड लिक्विड में डायसिटिल होता है, जो फेफड़ों को नुकसान पहुंचा सकता है।
- फेफड़ों का इन्फेक्शन या ट्रांसप्लांट- कुछ मामलों में, इन्फेक्शन या लंग ट्रांसप्लांट के बाद यह समस्या हो सकती है।
पॉपकॉर्न लंग्स से बचाव के उपाय (Popcorn Lung Prevention Tips)
- वेपिंग या ई-सिगरेट से दूर रहें- वेपिंग और ई-सिगरेट में मौजूद केमिकल्स सिर्फ आपको ही नहीं, आपके आस-पास के लोगों को भी नुकसान पहुंचाते हैं।
- हानिकारक केमिकल्स के संपर्क में आने से बचें- अगर काम के दौरान केमिकल्स का इस्तेमाल करना पड़े, तो मास्क और प्रोटेक्टिव गियर पहनें।
- स्मोकिंग से परहेज करें- सिगरेट और तंबाकू भी फेफड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं।
- नियमित हेल्थ चेकअप- अगर सांस लेने में कोई समस्या हो, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
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Source:
Cleveland Clinic: https://my.clevelandclinic.org/health/diseases/22590-popcorn-lung-bronchiolitis-obliterans#symptoms-and-causes
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