आम नहीं है बॉडी टेम्परेचर का सामान्य से कम होना, 4 कंडीशन हो सकती हैं वजह; तुरंत हो जाए सावधान
शरीर का तापमान सामान्य से कम होना हमेशा चिंता का विषय नहीं होता, पर लगातार ऐसा होना कुछ बीमारियों का संकेत हो सकता है। हाइपोथर्मिया, नर्वस सिस्टम डिसऑर्डर और कुछ दवाएं इसका कारण हो सकते हैं। तापमान मापते समय सही समय का ध्यान रखें और कंपकंपी जैसे लक्षण दिखने पर तुरंत कदम उठाएं। बच्चों में त्वचा का ठंडा होना भी खतरे का संकेत है।

शरीर का कम तापमान: कारण, लक्षण और बचाव के उपाय (Picture Credit- Freepik)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। शरीर का तापमान सामान्य से थोड़ा कम होना हमेशा ही चिंता की बात नहीं होती, क्योंकि यह कई बार फैट लॉस और रूखी त्वचा की वजह से भी होता है। आपकी उम्र, आपका जेंडर और दिन का पहर भी आपके शरीर के तापमान में बदलाव करता है। लेकिन सामान्य से बेहद कम तापमान का बने रहना कुछ खास समस्याओं की वजह से भी हो सकता है। आइए जानते हैं वो समस्याएं कौन-सी हैं, उनके क्या लक्षण हैं और उनसे बचा कैसे जा सकता है।
ये हो सकती है वजहें
हाइपोथर्मिया
बॉडी टेम्परेचर से पता चलता है कि शरीर में बनने वाली हीट और खर्च होने वाली हीट के बीच संतुलन बना हुआ है या नहीं। लंबे समय तक ठंडे वातावरण में रहने से बहुत ज्यादा मात्रा में हीट बाहर निकल जाती है और हाइपोथर्मिया होने का खतरा बढ़ जाता है। नवजात बच्चों और बुजुर्गों में ऐसे होने का खतरा ज्यादा रहता है, क्योंकि उनका शरीर बॉडी टेम्परेचर को सही तरीके से नियंत्रित नहीं कर पाता। अगर किसी का बॉडी टेम्परेचर बेहद कम हो गया है, तो उस स्थिति में ये उपाय कर सकते हैं:
- तुरंत ही ठंडे माहौल से बाहर ले आएं
 - अगर कपड़े गीले हैं, तो तुरंत बदलें
 - दो-तीन कंबल ओढ़ा दें
 - गरम चीजें पीने को दें
 - सीधे हीट देने से बचें, जैसे गरम पानी से तुरंत नहलाना
 
नर्वस सिस्टम डिसऑर्डर
ब्रेन का हिस्सा हाइपोथेलेमस आपके शरीर में तापमान संतुलन का संदेश पूरे शरीर तक पहुंचाता है। नर्वस सिस्टम में समस्या पैदा होने पर टेम्परेचर नियंत्रण या फिर ठंड के बाहरी स्रोतों के प्रति शरीर की प्रतिक्रिया करने की क्षमता में रुकावट आती है। ऐसा होने से शरीर का तापमान लो होने लगता है। नर्वस सिस्टम डिसऑर्डर में शामिल है:
- स्ट्रोक
 - स्पाइनल कॉर्ड में चोट लगना
 - पार्किंसन्स डिजीज
 - मल्टीपल स्क्लेरोसिस
 
कुछ खास दवाएं
डिप्रेशन, बायपोलर डिसऑडर और सिजोफ्रेनिया के इलाज के लिए इस्तेमाल होने वाली दवाओं के साइड इफेक्ट के तौर पर कई बार शरीर का तापमान थोड़ा कम हो जाता है।
सही समय पर नापें टेम्परेचर
अगर आपको अपने बॉडी टेम्परेचर के कम होने की चिंता सता रही है तो सबसे पहले उसे मापने के लिए इन बातों को ध्यान में रखें, जैसे:
- एक्सरसाइज करने या गर्म पानी से नहाने के एक घंटे के भीतर टेम्परेचर ना लें
 - स्मोकिंग करने के 30 मिनट के भीतर तापमान ना लें।
 - कुछ भी गर्म या ठंडा पीने के 30 मिनट के भीतर तापमान लेने से बचें।
 
ऐसा होने पर तुरंत कदम उठाएं
- कंपकंपी हो रही हो
 - व्यक्ति बड़बड़ाने लगे
 - सांस धीमी चलने लगे
 - नाड़ी धीमी हो जाए
 - एकाग्रता कम हो जाना
 - बेहोशी
 - बच्चों में अगर त्वचा लाल, ठंडी हो जाए
 
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