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    कैसे हार्ट हेल्‍थ पर असर डालता है Menopause? डॉक्‍टर ने बताई वजह; 7 तरीकों से द‍िल को रखें दुरुस्‍त

    Updated: Thu, 24 Jul 2025 02:00 PM (IST)

    40 की उम्र के बाद महिलाओं के शरीर में बदलाव होते हैं। 50 के आसपास मेनोपॉज में पीरियड्स रुकने के साथ शरीर में कई गड़बड़ियां होती हैं जिससे दिल पर असर पड़ता है। एस्ट्रोजन हार्मोन कम होने से ब्लड प्रेशर कोलेस्ट्रॉल और शुगर बढ़ने का खतरा होता है। इससे हार्ट अटैक की संभावना बढ़ जाती है।

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    मेनोपॉज के बाद कैसे रखें द‍िल को सेहतमंद (Image Credit- Freepik)

    लाइफस्‍टाइल डेस्‍क, नई द‍िल्‍ली। महिलाओं की उम्र जैसे-जैसे 40 की हो जाती है, उनके शरीर में कई तरह के बदलाव होने लगते हैं। खासकर 50 के आसपास जब मेनोपॉज (Menopause) की स्थिति आती है, तो ये केवल पीरियड्स के रुकने तक सीम‍ित नहीं होती, बल्‍क‍ि पूरे शरीर में कई तरह की गड़बड़ी होनी शुरू हो जाती है। इस समय दिल की सेहत पर भी इसका गहरा असर पड़ता है। ऐसे समय में अगर कुछ आदतों पर ध्यान दिया जाए, तो दिल को लंबे समय तक स्वस्थ रखा जा सकता है।

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    लेक‍िन क्‍या आपने कभी सोचा है क‍ि मेनोपॉज के दौरान द‍िल की सेहत पर क्‍या और क्‍यों प्रभाव पड़ता है। इसके बारे में जानने के ल‍िए हमने डॉक्‍टर काजल स‍िंह (एसोस‍िएट प्रोफेसर, ऑब्‍सटेट्र‍िक्‍स एंड गायनेकोलॉजी ड‍िपार्टमेंट, NIIMS मेड‍िकल कॉलेज एंड हॉस्‍प‍िटल) से खास बातचीत की।

    कम हो जाता है एस्ट्रोजन हार्मोन

    उन्‍होंने बताया क‍ि मेनोपॉज के बाद एस्ट्रोजन हार्मोन कम हो जाता है। ये हार्मोन हमारी Arteries को लचीला बनाए रखता है और गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ावा देता है। जब ये कम हो जाता है ताे इससे ब्लड प्रेशर, खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL), ट्राइग्लिसराइड और शुगर बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा डॉक्‍टर ने बताया क‍ि पेट के आसपास चर्बी जमा होने लगती है।

    30 म‍िनट की वॉक है जरूरी

    नींद की कमी, चिड़चिड़ापन और तनाव भी दिल पर दबाव डालने का काम करते हैं। कुछ महिलाओं को धड़कन तेज लगना और हॉट फ्लैश के दौरान बेचैनी महसूस होती है, जिसे वे अक्सर नजरअंदाज कर देती हैं। इसके ल‍िए उन्‍हें कुछ जरूरी कदम उठाने चाह‍िए। मह‍िलाओं को हर दिन कम से कम 30 मिनट तेज चलना चाह‍िए या फ‍िर कोई भी एरोबिक एक्‍सरसाइज करनी चाह‍िए।

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    इन चीजों को डाइट में करें शाम‍िल

    इसके अलावा डॉक्‍टर ने सलाह दी क‍ि खाने में नमक और चीनी का कम इस्‍तेमाल करें। तली-भुनी चीजों से परहेज करें। काेश‍िश करें क‍ि साबुत अनाज, दालें, हरी सब्जियां, फलों और ड्राई फ्रूट्स काे ज्‍यादा से ज्‍यादा डाइट में शाम‍िल करें। साथ ही धूम्रपान और एल्कोहल से दूरी बनाकर रखें। कहा क‍ि अगर इन बाताें का ध्‍यान नहीं रखा गया ताे हार्ट अटैक (Heart Attack) का खतरा बढ़ जाता है। उन्‍होंने कुछ आदताें को अपनाने की सलाह दी है।

    अपनाएं ये हेल्‍दी आदतें

    • डॉक्‍टर ने कहा क‍ि अच्छी नींद लेना जरूरी है। इससे न केवल थकान दूर होती है, बल्कि दिल की सेहत भी सुधरती है। मेनोपॉज के समय नींद में खलल आम बात है, लेकिन अगर रोजाना पूरी और गहरी नींद ली जाए, तो दिल पर अच्छा असर पड़ता है।
    • इस उम्र में हार्मोन बदलने से ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। ऐसे में हाई बीपी बिना लक्षणों के नुकसान कर सकता है। इसलिए समय-समय पर जांच कराना जरूरी है।
    • शुगर बढ़ने से दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ता है। डायबिटीज हो या न हो, इस उम्र में आपको ब्लड शुगर लेवल पर नजर रखना चाह‍िए।
    • स्मोकिंग करने से दिल की धमनियां कमजोर हो जाती हैं। इससे ब्लड प्रेशर भी बढ़ता है। इसे छोड़ना ही बेहतर है।
    • साथ ही मह‍िलाओं को अपना वजन भी मेंटेन करके रखना चाह‍िए। बढ़ा हुआ वजनल अक्‍सर द‍िल की बीमारी को बढ़ावा देता है।
    • मेड‍िटेशन करने से भी द‍िल को सेहतमंद रखा जा सकता है। इससे आपका मन भी शांत रहता है।
    • डॉक्टर से पूछकर विटामिन D, कैल्शियम और ज्‍रूरत हो तो अन्य दवाएं ली जा सकती हैं।

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