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    National Nutrition Week: क्या आपका बच्चा भी करता है खाने में आनाकानी, तो ये एक्सपर्ट टिप्स आएंगी काम!

    By Ruhee ParvezEdited By:
    Updated: Wed, 07 Sep 2022 04:01 PM (IST)

    National Nutrition Week अगर आपको लगता है कि आपके बच्‍चे की खाने-पीने की ज़िद्दी आदतों की वजह से उसकी सेहत पर असर पड़ रहा है जिसकी वजह से उसकी बढ़त और विकास बाधित हो रहा है तो डॉक्‍टर से सलाह लें।

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    National Nutrition Week: बच्चा करता है खाने में नखरे, तो ये टिप्स आएंगे काम!

    नई दिल्ली, रूही परवेज़। National Nutrition Week: अगर बच्‍चों की खुराक को लेकर आपके घर में हमेशा आफत रहती है, तो इस समस्‍या के शिकार आप अकेले नहीं हैं। ऐसे कई पेरेंट्स हैं, जो इस बात को लेकर हमेशा चिंतित रहते हैं कि उनके बच्‍चों ने क्‍या खाया और क्‍या नहीं खाया। इन सब बातों को ध्‍यान में रखकर आप खाने की मेज़ पर बच्‍चों के साथ उलझने से बचने के लिए नीचे बताई गई बातों का ध्‍यान रखें।

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    नोएडा के फोर्टिस अस्पताल में प्रमुख पोषण विशेषज्ञ, डॉ. नमिता नादर ने बताया कि अगर बच्चे खाने में आनाकानी करते हैं, तो इसे किस तरह टैकल करना चाहिए।

    1. बच्चों की भूख को समझें

    अगर आपके बच्चे को भूख नहीं है, तो ज़बरदस्ती न करें। खाने के प्रति उन्हें ललचाएं नहीं और न दबाव डालें। बच्‍चे को ठूंस-ठूंसकर खिलाने की ज़िद करने की बजाय सामान्‍य मात्रा में भोजन परोसें और उन्‍हें खुद ही और खाने का अनुरोध करने दें।

    2. रूटीन बनाएं

    मील्‍स और स्‍नैक्‍स खाने का एक समय तय करें। अगर बच्‍चा खाने से इंकार करता है, तो ऐसे में उसके स्‍नैक टाइम में सेहतमंद खान-पान का एक और अवसर दें। आप उसे दूध या ताज़ा जूस भी दे सकते हैं।

    3. खाने के मामले में बच्चे को पैंपर न करें

    अगर आपका बच्‍चा घर में पके हुए खाने को खाने से इंकार कर दे तो उसकी ज़िद और नखरे के आगे झुकने से खुद को रोकें। ऐसे में उसके लिए कुछ और पकाने की आदत उसे आगे चलकर खान-पान के मामले में और भी नखरे करने वाला बनाएगी। बच्‍चे को सभी तरह के खाने की आदत डालें।

    4. ध्‍यान बंटने से रोकें

    खाते समय टेलीविजन बंद कर दें और अन्‍य गैजेट्स का इस्‍तेमाल भी नहीं करने दें। इस तरह, आपके बच्‍चों को खान-पीन पर ध्‍यान देने में मदद मिलेगी। ध्‍यान रखें कि टेलीविजन पर दिखाए जाने वाले विज्ञापनों से आपके बच्‍चे की भूख प्रभावित हो सकती है और वह मीठे या कम पोषण वाले फूड्स की तरह अट्रैक्ट हो सकते हैं।

    सेव द चिल्ड्रन में न्यूट्रीशन हेड, डॉ. अंतर्यामी दास ने बताया कि बच्चों की डाइट की बात जब आती है, तो किन बातों का ख्याल रखना चाहिए।

    1. थाली में तरह-तरह की चीज़ों को शामिल करें

    बच्‍चों की डाइट में वैराएटी ज़रूर लाएं, जिससे उन्हें हर तरह का पोषण मिले और उनकी ग्रोथ सही हो। इसका सबसे बढ़िया तरीका है खाना पकाने की “तिरंगा’’ विधि को अपनाना। सुनिश्चित करें कि हर बार के खाने में केसरिया, सफेद और हरा खाना हो। केसरिया रंग दाल या तेल से मिल सकता है, सफेद रंग दूध, चावल या अंडों से और हरा रंग पत्‍तेदार सब्जियों से।

    2. साथ बैठकर खाएं

    हर दिन परिवार को डाइनिंग टेबल पर इकट्ठा करें और फिर साथ बैठकर खाना खाएं। साथ ही खाते वक्त दोस्ताना माहौल रखें। बातचीत के ऐसे विषय चुनें जिनमें बच्चों को भी मज़ा आए। भोजन का समय सभी को आराम और सुख देने वाला होना चाहिये।

    3. बच्चों को कंट्रोल्ड डाइट दें

    ज़रूरत से ज़्यादा खाना किसी के लिए भी ठीक नहीं होता, फिर चाहे बच्चे ही क्यों न हों। बच्चों की फिज़िकल एक्टिविटी ज़्यादा होती है, इसलिए उन्हें भूख भी ज़्यादा लगती है। ऐसे में उन्हें जंक खिलाने से बेहतर है कि हेल्दी स्नैक्स के ऑप्शन्स दें।

    4. खान-पीन को मज़ेदार बनाएं

    डॉ. नादर का कहना है कि बच्‍चे को ब्रोकोलाी और अन्‍य सब्जियां उसकी मनपसंद डिप या सॉस के साथ परोसें। इसी तरह, कुकी कटर्स की मदद से फूड को अलग-अलग शेप्‍स में काटकर रोचक अंदाज़ में परोसें। दिनभर के भोजन में परोसे जाने वाले व्‍यंजनों को रंग-बिरंगा बनाएं।

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