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    बिना डॉक्टर से पूछे Periods Delay करने की दवा लेना हो सकता है घातक, गायनेकोलॉजिस्ट ने गिनाए नुकसान

    Updated: Thu, 28 Aug 2025 02:14 PM (IST)

    कई बार किसी खास अवसर जैसे- शादी पूजा-पाठ आदि के लिए कई महिलाएं पीरियड्स की तारीख आगे बढ़ाने वाली दवाएं ले लेती हैं। ये दवाएं आसानी से बाजार में मिल जाती हैं इसलिए ज्यादातर महिलाएं इन्हें बिना डॉक्टर की सलाह के ही ले लेती हैं। लेकिन ऐसा करना खतरनाक हो सकता है। आइए जानें कैसे।

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    पीरियड्स डिले करने वाली दवाओं के नुकसान (Picture Courtesy: Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। पीरियड्स रिप्रोडक्टिव और हार्मोनल हेल्थ के बारे में काफी कुछ बताता है। हर 28-35 दिनों के बीच पीरियड्स आना हेल्दी रिप्रोडक्टिव और हार्मोनल हेल्थ की निशानी माना जाता है। हालांकि, कभी-कभी किसी खास अवसर जैसे शादी, छुट्टी या किसी भी कारण, महिलाएं अपने पीरियड्स को टालना चाहती हैं (Periods Delay)।

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    इसके लिए बाजार में आसानी से मिल जाने वाली 'पीरियड डिले करने की गोलियों' (Period Delaying Pills) का सहारा लेना एक काफी आम बात बन गई है। यह सुनने में बहुत नुकसान पहुंचाने वाला नहीं लगता, लेकिन बिना डॉक्टर की सलाह के ये गोलियां लेना आपके स्वास्थ्य के लिए कितना खतरनाक साबित हो सकता है।

    आइए इस बारे में डॉ. प्रतिभा सिंघल (सीनियर डायरेक्टर, ऑब्स्टेट्रिक्स एंड गायनेकोलॉजी, मैक्स सुपर स्पेशेलिटी हॉस्पिटल, नोएडा) से जानते हैं (Periods Delaying Pills Side Effects)।

    क्यों खतरनाक हो सकती हैं ये गोलियां?

    पीरियड्स टालने वाली गोलियां दरअसल प्रोजेस्टेरोन हार्मोन्स या नॉरएथिस्टेरोन से बनी होती हैं, जो शरीर के नेचुरल हार्मोनल बैलेंस में खलल डालकर पीरियड्स को कुछ दिनों के लिए रोक देती हैं। ऐसे में बिना डॉक्टर से सलाह लिए इन्हें लेना काफी गंभीर दुष्परिणाम दे सकता है।

    बिना डॉक्टर से पूछे दवा लेने के नुकसान

    • हार्मोनल इंबैलेंस- आपका पीरियड्स एक बेहद सेंसिटिव हार्मोनल प्रोसेस के जरिए कंट्रोल होता है। बिना जाने इसमें दखल देना लंबे समय तक चलने वाले हार्मोनल इंबैलेंस का कारण बन सकता है। इसके कारण भविष्य में अनियमित पीरियड्स, हैवी ब्लीडिंग, स्पॉटिंग, या फिर कई महीनों तक पीरियड्स का न आना जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
    • गंभीर फिजिकल साइड इफेक्ट्स- इन दवाओं के इमिडिएट साइड इफेक्ट्स में मितली, उल्टी, सिरदर्द, चक्कर आना, ब्रेस्ट टेंडरनेस और थकान शामिल हैं। कुछ महिलाओं को मूड स्विंग, चिड़चिड़ापन या डिप्रेशन जैसी इमोशनल प्रॉब्लम्स का भी सामना करना पड़ सकता है।
    • छिपी हुई हेल्थ कंडिशन- सबसे बड़ा खतरा तब होता है जब आपको पता ही न हो कि आपको कोई बीमारी है। उदाहरण के लिए, अगर आपको थ्रोम्बोफ्लिबिटिस यानी ब्लड क्लॉट्स जमने की समस्या है, लीवर की बीमारी, हार्ट डिजीज या ब्रेस्ट कैंसर है, तो ये दवाएं इन स्थितियों को गंभीर रूप से बढ़ा सकती हैं। खासतौर पर, ये दवाएं ब्लड क्लॉट बनाने की समस्या को बढ़ाकर डीप वेन थ्रॉम्बोसिस या स्ट्रोक के खतरे को बढ़ा सकती हैं
    • ड्रग इंटर-एक्शन- अगर आप पहले से ही कोई अन्य दवा ले रही हैं, जैसे कि ब्लड थिनर, मिर्गी या डिप्रेशन की दवा, तो ये गोलियां उन दवाओं के साथ रिएक्ट कर सकती हैं। इससे या तो उन दवाओं का प्रभाव कम हो सकता है या फिर उनके दुष्प्रभाव बढ़ सकते हैं। केवल एक डॉक्टर ही आपकी पूरी मेडिकल हिस्ट्री जानकर सही सलाह दे सकता है।
    • मिसडायग्नोसिस का खतरा- कई बार पीरियड्स में होने वाला असामान्य दर्द या अनियमितता किसी गंभीर समस्या जैसे पीसीओएस, थायरॉयड, या फाइब्रॉएड का लक्षण हो सकता है। बिना डॉक्टर के पास जाए सीधे दवा ले लेने से ये समस्याएं अनदेखी रह जाती हैं और भविष्य में खतरनाक रूप ले सकती हैं।

    यह समझना जरूरी है कि पीरियड्स डिले करने की गोलियां कोई सामान्य कैंडी नहीं हैं। ये काफी स्ट्रॉन्ग हार्मोनल दवाएं हैं जिनका इस्तेमाल सोच-समझकर और केवल डॉक्टर देखरेख में ही किया जाना चाहिए।

    डॉक्टर आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थिति, मेडिकल हिस्ट्री और जरूरतों को देखते हुए सही दवा और उसकी सही खुराक बताएंगे। साथ ही, वह आपको हो सकने वाले दुष्प्रभावों और सावधानियों के बारे में भी आगाह करेंगे।

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