ब्लड टेस्ट से पहले स्किन के ये लक्षण देते हैं हाई कोलेस्ट्रॉल का संकेत, बिना देरी किए करवा लें जांच
कोलेस्ट्रॉल लेवल को अगर कंट्रोल न किया जाए तो यह घातक साबित हो सकता है। आमतौर पर इसके कोई खास संकेत दिखाई नहीं देते हैं लेकिन त्वचा पर होने वाले कुछ बदलाव (High Cholesterol Signs) हाई कोलेस्ट्रॉल के अलार्म सिस्टम की तरह काम करते हैं। आइए जानें कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर स्किन पर क्या संकेत नजर आते हैं।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। हमारी लाइफस्टाइल और डाइट की वजह से हमारा कोलेस्ट्रॉल लेवल काफी तेजी से बढ़ रहा है (High Cholesterol)। हार्ट डिजीज के बढ़ते मामलों के पीछे यह बड़ी वजह बनकर भी सामने आ रहा है। इसलिए जरूरी है कि हम अपने शरीर में कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल करें।
अक्सर हाई कोलेस्ट्रॉल होने पर कोई खास लक्षण दिखाई नहीं देते, जिसके कारण इसे ‘साइलेंट किलर’ भी कहा जाता है। लेकिन हमारी स्किन पर इसके कुछ संकेत (High Cholesterol Symptoms on Skin) दिखाई दे सकते हैं, जिनकी पहचान करके आप ब्लड टेस्ट से पहले ही हाई कोलेस्ट्रॉल का पता लगा सकते हैं। आइए जानें स्किन पर दिखने वाले हाई कोलेस्ट्रॉल के लक्षण।
जैन्थोमास
ये त्वचा पर पीले या नारंगी रंग के उभार होते हैं। ये चर्बी जमा होने के कारण बनते हैं और आमतौर पर कोहनी, घुटनों, हाथों, पैरों या हिप्स पर दिखाई देते हैं। जैन्थोमास में दर्द तो नहीं होता है, लेकिन ये शरीर में हाई कोलेस्ट्रॉल की ओर इशारा करते हैं। इनका आकार छोटे दाने जितना से लेकर एक बड़े उभार जितना भी हो सकता है।
आंखों की पलकों पर पीले दाने
यह जैन्थोमास का ही एक कॉमन प्रकार है, जो खासतौर से आंखों की ऊपरी और निचली पलकों के आसपास दिखाई देता है। ये नरम, पीले रंग के चपटे उभार होते हैं। इनका होना अक्सर कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के संकेत देते हैं।
कॉर्नियल आर्कस
इसे 'आर्कस सेनिलिस' भी कहते हैं। यह आंखों के कॉर्निया के चारों ओर एक सफेद, धूसर या नीले रंग की एक रिंग के रूप में दिखाई देता है। युवाओं में इसका दिखना अक्सर फैमिलियल हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया से जुड़ा होता है। हालांकि, बुजुर्गों में यह उम्र के साथ भी दिख सकता है।
त्वचा का रंग बदलना या चमकदार होना
शरीर के कुछ हिस्सों, खासकर पैर की उंगलियों या तलवों पर त्वचा का रंग असामान्य रूप से पीला पड़ सकता है। साथ ही, त्वचा चमकदार और तनी हुई भी लग सकती है। ऐसा कोलेस्ट्रॉल जमा होने से ब्लड वेस्लस के सिकुड़ने या ब्लॉक होने के कारण होता है।
पैरों में दर्द या घाव
हाई कोलेस्ट्रॉल की वजह से आर्टरीज सख्त और संकरी हो सकती हैं, जिससे पैरों की मांसपेशियों में ब्लड फ्लो कम हो जाता है। इससे पैरों में दर्द, ऐंठन, भारीपन या सुन्नता महसूस हो सकती है। कई बार, खराब ब्लड फ्लो की वजह से पैरों में घाव ठीक होने में भी बहुत ज्यादा समय लगता है।
इन संकेतों को देखने पर क्या करें?
अगर आप अपनी त्वचा पर इनमें से कोई भी लक्षण देखते हैं, तो इसे नजरअंदाज न करें। ये जरूरी नहीं कि हमेशा हाई कोलेस्ट्रॉल की ही निशानी हों, लेकिन एक डॉक्टर से सलाह लेना बेहद जरूरी है। डॉक्टर आपका लिपिड प्रोफाइल टेस्ट करवाने की सलाह देंगे, जिससे ब्लड में कोलेस्ट्रॉल के स्तर का पता चल सके।
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Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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