64 साल की उम्र में भी खुद को कैसे फिट और एनर्जेटिक रखते हैं Suniel Shetty? एक्टर ने खुद खोला राज
बॉलीवुड एक्टर सुनील शेट्टी की उम्र 64 वर्ष है। वो नाना भी बन चुके हैं। इस उम्र में भी वो अपनी ऊर्जा और फिटनेस के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने लिंक्डइन पर एक पोस्ट शेयर किया है जाे आज कल के युवाओं के लिए प्रेरणा है। उनका कहना है कि उम्र नहीं बल्कि ऊर्जा ही मायने रखती है।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। सुनील शेट्टी बॉलीवुड इंडस्ट्री का एक जाना माना नाम हैं। उनकी फिटनेस काे देखकर इस बात का अंदाजा लगा पाना मुश्किल है कि वो 64 साल के हो चुके हैं और वो नाना भी बन चुके हैं। आज के समय में जहां हर कोई जवां दिखने और बुढ़ापे को धीमा करने की दौड़ में लगा हुआ है, वहीं बॉलीवुड के मशहूर एक्शन हीरो और सफल एंटरप्रेन्योर सुनील शेट्टी ने एक ऐसी सोच शेयर की है, जिसने उनके चाहने वालों के दिलों को छू लिया है।
उनका कहना है कि इस उम्र में भी उनमें इतनी एनर्जी है कि वे कोई भी मेहनत का काम करने से पीछे नहीं हटते हैं। दरअसल, एक्टर ने अपने लिंक्डइन पोस्ट में लिखा, 'हम अपनी उम्र नहीं, बल्कि अपनी ऊर्जा हैं।' उनकी ये गहरी बात सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है।
सुनील शेट्टी की ये बात उस पुरानी सोच को चुनौती देती है, जिसमें लोगों को उनकी उम्र से आंका जाता है। उन्होंने समझाया कि किसी व्यक्ति के लिए उसकी उम्र नहीं, बल्कि उसका जोश, अनुशासन और कुछ नया सीखने की चाह ही मायने रखती है।
बूढ़ा इंसान खुद को हर मौसम में ढाल लेता
उन्होंने पाेस्ट में लिखा कि एक इंसान तभी अपनी चमक खो देगा जिस दिन उसके अंदर मेहनत करने की क्षमता और कुछ नया सीखने की जिज्ञासा ही खत्म हो जाए। कहा कि आपने भी देखा होगा कि एक बूढ़ा व्यक्ति हर मौसम के साथ खुद को ढाल लेता है। असली जवानी झुर्रियों से नहीं, बल्कि दिल के जज्बे से पहचानी जाती है।
एनर्जी से की बिजनेस की तुलना
उन्होंने एनर्जी की तुलना एक बिजनेस से भी की। लिखा कि जैसे किसी बिजनेस की असली ताकत सालों से नहीं बल्कि उसके काम करने की क्षमता और जुनून से मापी जाती है। ठीक वैसे ही पोस्ट उन्होंने अपनी पर्सनल लाइफ का भी जिक्र किया। कहा कि जब परिवार वाले, खासकर पोता-पोती के आने के बाद, हम उन्हें धीरे चलने और आराम करने की सलाह देते हैं।
परिवार के साथ समय बिताना सबसे बड़ी खुशी
शेट्टी मानते हैं कि परिवार के साथ समय बिताना सबसे बड़ी खुशी है। लेकिन उनका ये भी मानना है कि उनके अंदर की आग 64 साल की उम्र में भी बुझी नहीं है। वो हर मेहनत कर सकते हैं, जो आज के लोग नहीं करना चाहते हैं। सुनील शेट्टी का कहना है कि हर सुबह जब वो उठते हैं और अपने अंदर की वो ऊर्जा महसूस करते हैं तो उन्हें लगता है ये ईश्वर का दिया हुआ वरदान है।
जब तक एनर्जी है तब तक आगे बढ़ते रहेंगे एक्टर
जब तक ये वरदान है, वो खुद को पीछे कैसे रोक सकते हैं। जब तक ये ऊर्जा है, वो आगे बढ़ते रहेंगे। सीखते रहेंगे, मेहनत करते रहेंगे। आपको बता दें कि उनका ये संदेश न केवल बड़े-बुजुर्गों के लिए प्रेरणा है, बल्कि आज कल के युवाओं के लिए भी एक सीख है। अक्सर हम समाज के दबाव में आकर मान लेते हैं कि जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, हमें अपने सपनों से समझौता करना चाहिए। लेकिन सुनील शेट्टी की सोच बताती है कि असली जवानी एक जुनून और पॉजिटिव एनर्जी में छिपी है।
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