देर से सामने आते हैं किडनी फेलियर के लक्षण, बचने के लिए आज से ही खाना शुरू कर दें ये फूड्स
तेजी से बदलती लाइफस्टाइल और खानपान की आदतों के कारण किडनी फेलियर एक गंभीर समस्या बन गई है। किडनी को स्वस्थ रखने के लिए अपनी डाइट का ख्याल रखना जरूरी है। आज इस आर्टिकल में हम इन्हीं फूड्स के बारे में बताएंगे जो आपकी किडनी को हेल्दी रखने में मदद करते हैं।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। तेजी से बदलती लाइफस्टाइल और खानपान से जुड़ी लापरवाही अक्सर लोगों के लिए परेशान की वजह बनी रहती हैं। आजकल इसकी वजह से कई तरह की बीमारियां लोगों को अपना शिकार बना रही हैं। किडनी फेलियर इन्हीं में से एक है, जो आजकल दुनियाभर में चिंता का विषय बनी हुई है।
किडनी हमारे शरीर के जरूरी अंगों में से एक है, जो शरीर की सफाई करने में मदद करती है। यह खून में मौजूद टॉक्सिन्स और वेस्ट प्रोडक्ट्स को बाहर निकालने में मदद करती है। हालांकि, कई वजहों से अक्सर किडनी खराब होने लगती है और देर होने पर किडनी फेल तक हो जाती है। ऐसे में जरूरी है अपनी किडनी को हेल्दी रखने के लिए अपनी डाइट का ध्यान रखा जाए। आज इस आर्टिकल में हम आपको कुछ ऐसे फूड्स के बारे में बताने वाले हैं, जो किडनी फेलियर के खतरे को कम करते हैं।
सही मात्रा में बीन्स और दालें खाएं
दालों, छोले और बीन्स में फाइबर होता है, जो कोलेस्ट्रॉल कम करता है और ग्लूकोज को संतुलित रखता है, जिससे किडनी पर दबाव कम होता है। अगर आप भी अपनी किडनी को हेल्दी रखना चाहते हैं और किडनी फेलियर का खतरा कम करना चाहते हैं, तो डाइट में इन्हें जरूर शामिल करें।
पत्तीदार साग भी हैं फायदेमंद
किडनी को हेल्दी रखने के लिए डाइट में पालक, केल, लेट्यूस और पत्तागोभी शामिल कर सकते हैं। इनमें मौजूद फाइबर, मैग्नीशियम और नाइट्रेट हार्ट और किडनी के स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं, जो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करते हैं।
फिश और एक्स्ट्रा वर्जिन ऑविल ऑयल
सैल्मन और सार्डिन जैसी फैट से भरपूर मछलियां शरीर को भरपूर मात्रा में ओमेगा-3 प्रदान करती हैं, जो ट्राइग्लिसराइड्स और इंफ्लेमेशन को कम करती हैं, जबकि ऑविल ऑयल यानी जैतून का तेल सोडियम युक्त सॉस की जगह लेता है। हेल्दी किडनी के लिए हफ्ते में दो बार मछली खाने का लक्ष्य रखें और रोजाना खाना पकाने के लिए जैतून के तेल का उपयोग करें।
मिठाइयों की जगह खाएं बेरीज
अपनी किडनी को हेल्दी बनाए रखने के लिए आप ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी और रैस्पबेरी को डाइट में शामिल कर सकते हैं। इनमें पॉलीफेनॉल होते हैं, जो ब्लड शुगर को बढ़ाए बिना सूजन और ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करते हैं। किडनी और मेटाबॉलिज्म की सुरक्षा के लिए मिठाइयों की बजाय दही के साथ एक कप मिक्स बेरीज डाइट में शामिल करें।
यह भी पढ़ें- देर से क्यों चलता है किडनी फेलियर का पता? डॉक्टर ने बताया समय पर पहचानना क्यों है जरूरी
यह भी पढ़ें- शरीर के इन 4 हिस्सों का दर्द हो सकता है किडनी डिजीज का संकेत, वक्त पर सावधान होना है जरूरी
Disclaimer: लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो, तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।