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    सर्दियां आते ही कमजोर पड़ जाती है आपकी इम्युनिटी, तो 6 तरीकों से सेहत की ढाल बनेगा 'गिलोय'

    Updated: Tue, 11 Nov 2025 02:51 PM (IST)

    सर्दियों का मौसम आते ही दिन छोटे हो जाते हैं और बॉडी की एनर्जी भी डाउन रहने लगती है। ऐसे समय में सर्दी-जुकाम, गले में खराश, खांसी या बुखार जैसी परेशानियां आम हो जाती हैं। इसकी एक बड़ी वजह है हमारी कमजोर पड़ती इम्युनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता। हालांकि, अच्छी बात यह है कि प्रकृति में ऐसे कई औषधीय पौधे हैं जो हमें इस मौसम में मजबूत बनाए रख सकते हैं। जी हां, इन्हीं में से एक है- गिलोय।

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    सर्दियों में इम्युनिटी लोहे-सा मजबूत रखेगा गिलोय (Image Source: Freepik) 

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। सर्दियों के मौसम में शरीर का तापमान घटने और सूरज की रोशनी कम मिलने के कारण इम्युनिटी कमजोर हो जाती है। यही वजह है कि लोग इस समय जल्दी बीमार पड़ते हैं। गिलोय का सेवन इस कमजोरी को दूर करने में मदद करता है। यह शरीर के इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है और इन्फेक्शन के खिलाफ एक प्राकृतिक ढाल की तरह काम करता है।

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    जी हां, गिलोय पाचन तंत्र को भी दुरुस्त रखता है। ठंड के दिनों में अक्सर भारी या तली-भुनी चीजें खाने से अपच या कब्ज की समस्या हो जाती है। ऐसे में, गिलोय शरीर में डाइजेस्टिव एंजाइम्स के रिलीज को बढ़ाकर डाइजेशन को बेहतर भी बनाता है। आइए विस्तार से जानते हैं इसके फायदे और इस्तेमाल के कुछ खास तरीके।

    Health Benefits of Giloy

    गिलोय क्या है और क्यों है खास?

    गिलोय का वैज्ञानिक नाम Tinospora cordifolia है। आयुर्वेद में इसे “अमृत” कहा गया है, यानी ऐसा पौधा जो जीवनदायिनी गुणों से भरपूर है। यह एक बेलनुमा जड़ी-बूटी है जो पेड़ों के सहारे ऊपर चढ़ती है। गिलोय के तने, पत्ते और रस – तीनों ही बेहद औषधीय होते हैं।

    आयुर्वेद में गिलोय को शरीर को हर तरह के तनाव से बचाने वाला पौधा बताया गया है। यह न केवल मानसिक और शारीरिक थकान को कम करता है, बल्कि शरीर को बदलते मौसम के अनुरूप ढालने में भी मदद करता है।

    giloy ke fayde

    सर्दियों में क्यों जरूरी है गिलोय?

    सर्दियों के मौसम में शरीर का मेटाबॉलिज्म और पाचन प्रक्रिया धीमी हो जाती है। साथ ही सूरज की कम रोशनी के कारण शरीर को पर्याप्त विटामिन डी नहीं मिल पाता, जिससे इम्युनिटी कमजोर पड़ सकती है। ऐसे में, गिलोय का सेवन शरीर को भीतर से मजबूत करता है और इन्फेक्शन्स से बचाने में मदद करता है।

    • रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए: गिलोय में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर को संक्रमणों से बचाते हैं और प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाते हैं।
    • सूजन और दर्द में राहत: इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण गठिया या जोड़ों के दर्द वाले लोगों के लिए खास फायदेमंद हैं।
    • पाचन को दुरुस्त रखे: सर्दियों में भारी भोजन और कम गतिविधि के कारण पाचन धीमा हो जाता है। गिलोय पाचन रसों को सक्रिय कर पेट की गैस, सूजन और कब्ज जैसी दिक्कतों को दूर करता है।
    • मौसमी एलर्जी और बुखार में राहत: पारंपरिक चिकित्सा में गिलोय का उपयोग बुखार कम करने और शरीर का तापमान नियंत्रित रखने के लिए किया जाता है।
    • डिटॉक्सिफिकेशन में मददगार: गिलोय शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने में मदद करता है, जिससे लिवर और किडनी स्वस्थ रहते हैं।
    • ब्लड शुगर को बैलेंस रखे: कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि गिलोय ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में सहायक है। हालांकि, डायबिटीज के मरीजों को इसका उपयोग डॉक्टर की सलाह से ही करना चाहिए।

    Giloy benefits

    सर्दियों में कैसे करें गिलोय का इस्तेमाल?

    गिलोय को कई तरीकों से अपनी दिनचर्या में शामिल किया जा सकता है:

    • गिलोय का काढ़ा: गिलोय की डंडी के छोटे-छोटे टुकड़े पानी में उबालें, फिर छानकर उसमें थोड़ा शहद या नींबू डालकर पिएं। यह सर्दी-जुकाम से बचाव में बेहद असरदार है।
    • गिलोय पाउडर: एक चम्मच गिलोय पाउडर को गुनगुने पानी या हर्बल चाय में मिलाकर पिएं।
    • गिलोय का रस: ताजा गिलोय की डंडी को पीसकर उसका रस निकाल सकते हैं। यह शरीर को डिटॉक्स करने में बहुत प्रभावी होता है।
    • कैप्सूल के रूप में: बाजार में गिलोय कैप्सूल या टैबलेट भी मिलते हैं, जिन्हें डॉक्टर की सलाह से लिया जा सकता है।

    सावधानियां भी हैं जरूरी

    गिलोय एक प्राकृतिक औषधि है, लेकिन फिर भी इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए।

    • अगर आप गर्भवती हैं, ब्रेस्टफीडिंग करा रही हैं या किसी पुरानी बीमारी की दवा ले रहे हैं, तो गिलोय लेने से पहले डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।
    • ज्यादा मात्रा में इसे लेने से उल्टी, सिरदर्द या पेट में परेशानी हो सकती है।
    • अगर गिलोय लेने के बाद कोई असुविधा महसूस हो, तो तुरंत इसका इस्तेमाल बंद कर दें।

    सर्दियों के मौसम में जब शरीर को एक्स्ट्रा एनर्जी की जरूरत होती है, तब गिलोय एक प्राकृतिक कवच की तरह काम करता है। यह न सिर्फ रोगों से बचाता है बल्कि पूरे शरीर को भीतर से मजबूत बनाता है। आयुर्वेद में इसे यूं ही ‘अमृत’ नहीं कहा गया, क्योंकि इसके नियमित, संतुलित सेवन से आप सर्दी के मौसम का आनंद पूरी सेहत के साथ ले सकते हैं।

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    Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।