दिमाग की बैंड बजा देता है लगातार स्क्रीन का इस्तेमाल, इसलिए डिजिटल डिटॉक्स के लिए अपनाएं ये तरीके
लगातार स्क्रीन पर समय बिताने से मानसिक तनाव आंखों की थकान और नींद की समस्याएं हो सकती हैं इसलिए आज के इस डिजिटल युग में डिजिटल डिटॉक्स करना बेहद जरूरी ...और पढ़ें

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। आज के दौर में गैजेट्स हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन गए हैं, क्योंकि जीवन के लगभग ज्यादातर काम इन्हीं गैजेट्स से होने लगें हैं। लेकिन लगातार स्क्रीन पर समय बिताने से मेंटल स्ट्रेस, आंखों की थकान और नींद की समस्याएं हो सकती हैं।
ऐसे में खुद को हेल्दी और फिट बनाए रखने के लिए डिजिटल डिटॉक्स करना जरूरी हो जाता है, जिससे हम मानसिक रूप से तरोताजा रह सकें और जीवन का असली आनंद ले सकें। आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ आसान और प्रभावी तरीकों के बारे में-
नो-स्क्रीन टाइम सेट करें
हर दिन एक निश्चित समय जैसे कि सुबह 1 घंटा और रात को सोने से 1 घंटा पहले बिना मोबाइल, लैपटॉप या टीवी के बिताएं। इससे माइंड रिलैक्स होगा और नींद में सुधार आएगा।
सोशल मीडिया ब्रेक लें
हफ्ते में एक या दो दिन सोशल मीडिया से पूरी तरह दूर रहें। अपने फोन से नोटिफिकेशन बंद करें या सोशल मीडिया ऐप्स को अनइंस्टॉल करके देखें। इससे अनावश्यक स्क्रीन टाइम कम होगा।
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डिजिटल फ्री स्पेस बनाएं
घर में एक ऐसी जगह तय करें जहां कोई भी डिजिटल डिवाइस न ले जाए, जैसे डाइनिंग एरिया या बेडरूम। इससे परिवार के साथ क्वालिटी टाइम बिताने का मौका मिलेगा।
आउटडोर एक्टिविटी अपनाएं
हर दिन कम से कम 30 मिनट वॉक करें, योग करें या प्रकृति के बीच समय बिताएं। इससे न सिर्फ शरीर एक्टिव रहेगा, बल्कि डिजिटल डिपेंडेंसी भी कम होगी।
पेपर बुक्स पढ़ें
ई-बुक्स या ऑनलाइन आर्टिकल्स पढ़ने की बजाय हार्डकॉपी बुक्स पढ़ने की आदत डालें। इससे आंखों को राहत मिलेगी और एकाग्रता बढ़ेगी।
डिजिटल सनसेट पॉलिसी अपनाएं
शाम 7 या 8 बजे के बाद सभी गैजेट्स को बंद कर दें या कम से कम उनके उपयोग को सीमित करें। इससे मानसिक शांति मिलेगी और मेलाटोनिन हार्मोन का संतुलन बना रहेगा, जिससे आपकी नींद बेहतर होगी।
डिजिटल फास्टिंग ट्राई करें
महिने में कम से कम 1 दिन पूरा डिजिटल फ्री बिताएं। इस दिन मोबाइल, टीवी, लैपटॉप से पूरी तरह दूर रहें और अपने शौक (पेंटिंग, गार्डनिंग, मेडिटेशन) पर ध्यान दें।
हैंड-वॉच और अलार्म क्लॉक का इस्तेमाल करें
मोबाइल की जगह घड़ी पहनें और सुबह उठने के लिए अलार्म घड़ी का उपयोग करें। इससे बार-बार फोन चेक करने की आदत कम होगी।
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