हर पेरेंट्स को 13 साल पहले बच्चे को सिखानी चाहिए ये बातें, कभी नहीं होंगी उनके बिगड़ने की चिंता
बच्चों की अच्छी परवरिश में माता-पिता की भूमिका बेहद अहम होती है। उम्र के हर पड़ाव और जीवन में आगे सफल होने के लिए उन्हें समय-समय पर कुछ बातें सिखाना जरूरी है। खासकर उनके 13 साल की उम्र से पहले। ये बातें न केवल उनके कैरेक्टर को मजबूत बनाएंगी बल्कि उन्हें एक जिम्मेदार और सफल इंसान बनाएंगी।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। बचपन वह नींव है जिस पर भविष्य की इमारत खड़ी होती है। ऐसे में हर पेरेंट्स के लिए यह जरूरी है कि वे अपने बच्चों को जीवन के महत्वपूर्ण मूल्यों और आदतों सिखाएं, खासकर 13 साल की उम्र से पहले।
यह उम्र बच्चों की सोच और पर्सनेलिटी डेवलपमेंट की होती है, जहां सही मार्गदर्शन उन्हें एक अच्छा इंसान और जिम्मेदार नागरिक बनने में मदद करता है। तो आइए जानते हैं कुछ ऐसी महत्वपूर्ण बातें जो पेरेंट्स को अपने बच्चों को 13 साल की उम्र से पहले जरूर सिखानी चाहिए-
ईमानदारी और नैतिकता
बच्चों को सिखाएं कि सच बोलना और सही काम करना जरूरी है, भले ही परिस्थिति कोई भी हो। नैतिकता और ईमानदारी उनके कैरेक्टर को मजबूत बनाती है।
सेल्फ इंडिपेंडेंट और रिस्पॉन्सिबल
उन्हें छोटी-छोटी जिम्मेदारियां दें, जैसे कि अपनी चीजें संभालना, समय पर होमवर्क करना,जिससे वे आत्मनिर्भर बनें और जिम्मेदारियों को समझें।
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पैसे का सही उपयोग
बच्चों को पैसे की कीमत समझाएं। उन्हें पॉकेट मनी देना और बचत करने की आदत डालना भविष्य में उन्हें फाइनेंशियल समझदार बनाएगा।
हेल्दी आदतें और स्वच्छता
अपने बच्चों में हेल्दी डाइट लेने, डेली एक्सरसाइज करने और साफ-सफाई की आदतें शुरू से डालें। ये उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए जरूरी है।
इमोशन की कदर करना और सहानुभूति
दूसरों की भावनाओं को समझना और उनके प्रति सहानुभूति रखना बच्चों को दयालु और संवेदनशील बनाता है। उन्हें दूसरों की मदद करने की सीख दें।
समय का प्रबंधन
समय की कीमत सिखाएं और एक रूटीन बनाने की आदत डालें। इससे वे समय का सही उपयोग करना सीखेंगे और जिम्मेदार बनेंगे।
"ना" कहने की समझ
उन्हें सिखाएं कि जब भी वे किसी गलत चीज या दबाव में आएं, तो "ना" कह सकें। यह सेल्फ प्रोटेक्शन और सेल्फ रिस्पेक्ट के लिए बहुत जरूरी है।
असफलता से सीखना
उन्हें यह समझाएं कि असफलता का मतलब हार नहीं, बल्कि सीखने का एक और मौका होता है। इससे वे मुश्किलों का सामना करने के लिए मेंटली मजबूत बनेंगे।
आत्म-सुरक्षा और सावधानी
बच्चों को अपनी सुरक्षा के बारे में जागरूक करें, चाहे वह साइबर सुरक्षा हो, सड़क सुरक्षा हो या व्यक्तिगत सुरक्षा। उन्हें सिखाएं कि अनजान लोगों पर जल्दी भरोसा न करें।
कृतज्ञता और विनम्रता
बच्चों में आभार व्यक्त करने की आदत डालें और सिखाएं कि विनम्रता सबसे बड़ी ताकत होती है। दूसरों के प्रति सम्मान और आभार जताने से वे अच्छे इंसान बनते हैं।
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