क्यों कमिटमेंट के नाम से घबरा जाते हैं Gen-Z? सिर्फ प्यार में धोखा नहीं और भी हैं वजह
आजकल के रिश्तों में Commitment Phobia एक आम समस्या बन गई है। यह एक ऐसा डर है जो लोगों को किसी भी रिश्ते में गहराई तक जाने या लंबे समय तक टिकने से रोकता है। यह सिर्फ रोमांटिक रिश्तों तक सीमित नहीं है बल्कि करियर या दोस्ती में भी दिख सकता है।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। अगर आपके फोन में डेटिंग ऐप्स भरे पड़े हैं, लेकिन कोई भी रिश्ता 3 महीने से ज्यादा नहीं टिकता... या आप किसी के साथ तो हैं, पर दिल से उस रिश्ते में हैं ही नहीं... या फिर 'शादी' या 'फ्यूचर' जैसे शब्द सुनकर आपकी घबराहट बढ़ जाती है... तो शायद आप अकेले नहीं हैं। आज की दुनिया में, जहां हमारे पास हर चीज़ के लिए एक स्वाइप का ऑप्शन है, वहां Commitment Phobia एक आम समस्या बन चुकी है। आइए विस्तार से जानते हैं इसके बारे में।
कमिटमेंट फोबिया के लक्षण
- रिश्ते में जल्दी बोर होना: आपको लगता है कि आपका पार्टनर अब पहले जैसा मजेदार नहीं रहा और आप एक नया पार्टनर ढूंढने लगते हैं।
- फ्यूचर की बातें सुनकर घबराना: जब आपका पार्टनर फ्यूचर की प्लानिंग्स बनाता है, जैसे साथ रहने या शादी करने की, तो आप बेचैन हो जाते हैं।
- छोटी-छोटी बातों पर झगड़ा करना: आप जानबूझकर ऐसे झगड़े शुरू करते हैं जिससे रिश्ते में दूरी बढ़ जाए।
- पार्टनर से इमोशनल दूरी बनाए रखना: आप अपने पार्टनर के साथ खुलकर बात नहीं करते और अपनी भावनाओं को छिपाते हैं।
- हमेशा बेहतर की तलाश: आपको लगता है कि कहीं बाहर कोई और बेहतर इंसान आपका इंतजार कर रहा है।
कमिटमेंट फोबिया के कारण
कमिटमेंट फोबिया के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से कुछ मुख्य कारण हैं:
- बचपन के एक्सपीरिएंस: अगर आपने बचपन में अपने माता-पिता या आसपास के लोगों को ब्रेकअप या तलाक से गुजरते देखा है, तो यह डर आपके अंदर बैठ सकता है।
- पुराने रिश्ते का दर्द: एक खराब या दर्दनाक रिश्ता आपको नए रिश्ते में आने से रोक सकता है।
- आजादी का डर: आपको लगता है कि एक कमिटेड रिश्ते में आने से आपकी आजादी छिन जाएगी।
- परफेक्शन की तलाश: आज के डिजिटल युग में, हमें हर चीज परफेक्ट चाहिए। लोग सोशल मीडिया पर 'परफेक्ट' रिश्तों को देखते हैं और अपने रिश्ते को उनसे कंपेयर करने लगते हैं। जब उनका रिश्ता वैसा नहीं होता, तो वे हार मान लेते हैं।
- गलत पसंद का डर: आपको लगता है कि अगर आप किसी एक इंसान के साथ कमिटेड हो गए, तो कहीं आप कोई गलती न कर दें।
कमिटमेंट फोबिया से कैसे निपटें?
कमिटमेंट फोबिया को दूर करना आसान नहीं है, लेकिन नामुमकिन भी नहीं है। अगर आप सच में चाहते हैं कि आपका रिश्ता चले तो आप इन तरीकों को अपना सकते हैं:
- खुद को जानें: सबसे पहले यह समझें कि आपको किस बात का डर है। क्या यह रिश्ते में नाकाम होने का डर है, या फिर अपनी आजादी खोने का? जब आप कारण जान लेंगे, तो समाधान ढूंढना आसान होगा।
- कम्युनिकेशन है सबसे जरूरी: अपने पार्टनर से अपने डर के बारे में बात करें। उन्हें समझाएं कि आप कैसा महसूस करते हैं। जब आप खुलकर बात करेंगे, तो आपका पार्टनर आपकी मदद कर पाएगा।
- छोटे-छोटे कदम उठाएं: एक दम से शादी या साथ रहने का फैसला न लें। छोटे-छोटे कदम उठाएं, जैसे एक-दूसरे के साथ ज्यादा समय बिताना, वीकेंड पर बाहर जाना, या एक साथ कोई हॉबी शुरू करना।
- जरूरत पड़ने पर मदद लें: अगर आपका डर बहुत ज्यादा है, तो किसी थेरेपिस्ट या काउंसलर से बात करने में संकोच न करें। एक प्रोफेशनल आपको सही रास्ता दिखा सकता है।
- परफेक्शन को भूल जाएं: याद रखें, कोई भी रिश्ता परफेक्ट नहीं होता। हर रिश्ते में उतार-चढ़ाव आते हैं। आप जैसे हैं, वैसे ही अपने पार्टनर को स्वीकार करें, और उनसे भी ऐसी ही उम्मीद रखें।
रिश्ते बनाना और उन्हें निभाना एक कला है। कमिटमेंट फोबिया से घबराएं नहीं, बल्कि उसका सामना करें। एक कमिटेड रिश्ता आपको सिर्फ खुशी ही नहीं, बल्कि सुरक्षा और मानसिक शांति भी देता है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।