Ganesh Chaturthi 2025: सिर्फ भारत ही नहीं, इन 4 देशों में भी मचती है गणेश उत्सव की धूम
गणेश उत्सव (Ganesh Utsav 2025) भारत के लिए कितना बड़ा पर्व है ये तो आप जानते ही हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत के अलावा और भी कई देशों में गणेश चतुर्थी का त्योहार बड़ी ही धूम-धाम से मनाया जाता है? जी हां भारत के अलावा और भी कई ऐसे देश हैं जहां भगवान गणेश से जुड़े इस त्योहार को मनाया जाता है।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi 2025) का त्योहार पूरे देश में बड़ी ही धूम-धाम से मनाया जाता है। दस दिनों तक मनाया जाने वाला यह त्योहार भारत के सबसे बड़े उत्सवों में से एक है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि गणेश चतुर्थी का त्योहार सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि और भी कई देशों में मनाया जाता है।
जी हां, भारत के अलावा और भी कई देश (Countries where Ganesh Chaturthi is Celebrated) हैं, जहां गणेश चतुर्थी का त्योहार बड़ी घूम-धाम से मनाया जाता है। आइए जानें इन देशों के नाम, जहां गणेश उत्सव की गूंज सुनाई देती है।
नेपाल
भारत का पड़ोसी देश नेपाल, जहां की संस्कृति और त्योहार भारत से काफी हद तक मिलते-जुलते हैं, गणेश चतुर्थी को 'विनायक चतुर्थी' के नाम से मनाता है। यहां भगवान गणेश को विघ्नहर्ता के साथ-साथ शुभ और लाभ का प्रतीक माना जाता है। नेपाल में यह त्योहार बहुत ही धार्मिक तरीके से मनाया जाता है। भक्त मंदिरों में जाकर पूजा-अर्चना करते हैं, खासतौर से काठमांडू स्थित गणेश मंदिर और चांगु नारायण मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु इकट्ठा होते हैं। नेपाल में गणेश जी की पूजा बुद्धि और ज्ञान की कामना के लिए की जाती है।
मॉरीशस
अफ्रीका महाद्वीप के पूर्वी तट पर स्थित मॉरीशस को अक्सर 'छोटा भारत' कहा जाता है, क्योंकि वहां की ज्यादातर आबादी भारतीय मूल की है। यहां गणेश चतुर्थी एक बहुत बड़े सामुदायिक उत्सव के रूप में मनाई जाती है। भारत की तरह ही यहां भी भव्य सार्वजनिक पंडाल लगाए जाते हैं, जहां विशाल और कलात्मक गणेश प्रतिमाओं की स्थापना की जाती है। दस दिनों तक चलने वाले इस उत्सव के दौरान भक्ति गीतों की गूंज, प्रार्थनाएं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होता है। अंत में, विसर्जन की प्रक्रिया भी बहुत ही उल्लासपूर्ण और श्रद्धापूर्ण माहौल में की जाती है।
इंडोनेशिया
बालीनीज हिंदू धर्म में भगवान गणेश, जिन्हें यहां 'देवता गणेश' कहा जाता है, ज्ञान, बुद्धि और कला के अग्रदूत के रूप में पूजे जाते हैं। यहां के त्योहार में भारत से थोड़ा अंतर है। बाली में मूर्ति विसर्जन की जगह प्रतीकात्मक पूजा-अर्चना पर जोर दिया जाता है। लोग मंदिरों में जाते हैं, खास प्रसाद चढ़ाते हैं और प्रार्थनाएं करते हैं। बाली की पारंपरिक कला और संस्कृति में गणेश जी का चित्रण बहुत सुंदर तरीके से देखने को मिलता है।
थाईलैंड
थाईलैंड में, भगवान गणेश को 'फिकानेट' के नाम से जाना जाता है और उन्हें समृद्धि और सफलता का देवता माना जाता है। हालांकि थाईलैंड में भारत जैसी गणेश चतुर्थी नहीं मनाई जाती, लेकिन फिकानेट की पूजा थाई संस्कृति का एक अहम हिस्सा है। बैंकॉक जैसे शहरों में कई मंदिर हैं जहां लोग सफलता की कामना के लिए उनकी पूजा करते हैं। थाईलैंड में दुनिया की सबसे बड़ी गणेश प्रतिमा भी है।
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