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    Janmashtami 2025 पर करें दिल्ली के इन 5 कृष्ण मंदिरों के दर्शन, दिखेगी मथुरा-वृंदावन जैसी रौनक

    जन्माष्टमी (Janmashtami 2025) का त्योहार इस साल 15 अगस्त को मनाया जाएगा। इस दिन भगवान कृष्ण ने धरती पर अवतार लिया था। इसलिए पूरे देश में जन्माष्टमी का त्योहार पूरे धूम-धाम से मनाया जाता है। इस दिन मथुरा-वृंदावन में तो धूम मचती ही है लेकिन दिल्ली के भी कई मंदिरों में शानदार आयोजन किया जाता है। आइए जानें दिल्ली के इन मंदिरों के बारे में।

    By Swati Sharma Edited By: Swati Sharma Updated: Wed, 13 Aug 2025 02:36 PM (IST)
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    जन्माष्टमी पर करें इन कृष्ण मंदिरों के दर्शन (Picture Courtesy: Instagram)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। जन्माष्टमी का त्योहार (Janmashtami 2025) भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव के रूप में पूरे देश में मनाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इसी दिन भगवान कृष्ण ने धरती पर अवतार लिया था। इस मौके पर मथुरा-वृंदावन में खास धूम देखी जाती है, लेकिन दिल्ली के मंदिरों में भी भक्तों की भारी भीड़ जुटती है।

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    अगर आप इस जन्माष्टमी पर मथुरा या वृंदावन नहीं जा पा रहे हैं, तो आप दिल्ली के इन 5 मंदिरों (Krishna Mandir in Delhi) के दर्शन कर सकते हैं। जन्माष्टमी के मौके पर इन मंदिरों में खास आयोजन होता है, जहां आप इस त्योहार का आनंद ले सकते हैं। आइए जानें इन मंदिरों के बारे में।

    ISKON मंदिर, ईस्ट ऑफ कैलाश

    इस्कॉन (इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्ण कॉन्शियसनेस) मंदिर दिल्ली के सबसे मशहूर कृष्ण मंदिरों में से एक है। यह मंदिर ईस्ट ऑफ कैलाश इलाके में स्थित है और अपनी भव्य वास्तुकला और आध्यात्मिक वातावरण के लिए जाना जाता है। जन्माष्टमी के अवसर पर यहां खास भजन-कीर्तन, झांकियां और प्रसाद वितरण का आयोजन किया जाता है। मंदिर में भगवान कृष्ण और राधा की मनमोहक मूर्तियां हैं, जिनके दर्शन करने के लिए हजारों भक्त आते हैं।

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    बिरला मंदिर (लक्ष्मी नारायण मंदिर)

    बिरला मंदिर, जिसे लक्ष्मी नारायण मंदिर के नाम से भी जाना जाता है, दिल्ली के सबसे प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है। यह मंदिर कनॉट प्लेस के पास स्थित है और भगवान विष्णु व देवी लक्ष्मी को समर्पित है। जन्माष्टमी के दिन यहां विशेष पूजा-अर्चना और भंडारे का आयोजन किया जाता है। मंदिर का शांत वातावरण और सुंदर बगीचे भक्तों को आकर्षित करते हैं।

    छत्तरपुर मंदिर (श्री आद्या कात्यायनी शक्ति पीठ)

    छत्तरपुर मंदिर दिल्ली के सबसे बड़े और भव्य मंदिरों में से एक है। यह मंदिर मुख्य रूप से देवी कात्यायनी को समर्पित है, लेकिन यहां भगवान कृष्ण का भी एक अलग मंदिर है। जन्माष्टमी के मौके पर यहां रंगारंग कार्यक्रम और भक्ति संगीत का आयोजन किया जाता है। मंदिर परिसर बेहद विशाल है और यहां आने वाले भक्तों को एक शांत और आध्यात्मिक अनुभव महसूस होता है।

    गुरुवयप्पन मंदिर, मयूर विहार

    दिल्ली के मयूर विहार इलाके में स्थित गुरुवयप्पन मंदिर भगवान कृष्ण को समर्पित है। यह मंदिर केरल के प्रसिद्ध गुरुवयूर मंदिर की शैली पर बनाया गया है। जन्माष्टमी के दिन यहां खास पूजा और भक्ति गीतों का कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। मंदिर की सजावट और हजारों दीप से सजे मंदिर का नजारा देखने लायक होता है।

    ISKON मंदिर, रोहिणी

    रोहिणी स्थित इस्कॉन मंदिर भी भगवान कृष्ण की भक्ति का अहम केंद्र है। यह मंदिर अपने विशाल प्रांगण और आधुनिक सुविधाओं के लिए जाना जाता है। जन्माष्टमी के अवसर पर यहां भव्य झांकियां निकाली जाती हैं और रात में कीर्तन व भजनों का आयोजन किया जाता है। मंदिर में बच्चों के लिए खास कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं।

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