भोपाल में शादी और कारोबार का झांसा देकर दो हिंदू युवकों का मतांतरण, खतना करवाया, जमात में भी भेजा
भोपाल में दो युवकों को शादी और व्यवसाय का लालच देकर मतांतरण कराया गया। उन्होंने इस्लाम स्वीकार कर खतना करवाया और उन्हें कट्टरपंथी शिक्षा के लिए जमात में भेजा गया। वादे पूरे न होने पर युवकों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

डिजिटल डेस्क, भोपाल। लव जिहाद के बढ़ते प्रकरणों के बीच दो बेहद चौंकाने वाले मामले भोपाल से सामने आए हैं, जहां एक युवक को शादी और दूसरे को व्यवसाय का लालच देकर मतांतरण के लिए मजबूर किया गया। इस झांसे में आए युवकों ने इस्लाम स्वीकार कर खतना करवा लिया। उनको कट्टर इस्लाम की शिक्षा के नाम पर जमात में भेजा गया।
इतना सब करने के बाद भी युवक की शादी उसकी प्रेमिका से नहीं कराई। दूसरे युवक का कारोबार भी खड़ा नहीं हुआ। अपने साथ धोखे का एहसास होने पर दोनों युवकों ने जहांगीराबाद थाने में अलग-अलग एफआइआर कराई है। पुलिस ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।
कारोबार में मदद के नाम पर रखी शर्त
पुलिस के अनुसार 26 वर्षीय आकाश कुमार पनिका मूलत: शहडोल के जैतपुर का रहने वाला है। अभी वह चिकलोद में रहकर बेकरी में काम करता है। 2022 में वह चिकलोद क्षेत्र स्थित शरीफ की बेकरी में बतौर सेल्समेन काम करता था। तब उसी क्षेत्र में रहने वाले शाकिर हुसैन से उसकी पहचान हुई थी। शाकिर ने उसे शरीफ की बेकरी की मशीनें खरीदने की सलाह दी। साथ ही रुपये न होने पर उसकी मदद का प्रस्ताव रखा और बदले में इस्लाम कबूलने की शर्त भी रख दी।
आकाश कुमार इस्लाम स्वीकार करने के बाद अनस खान बना। शाकिर के दबाव में उसने खतना भी करवा लिया। इतना ही नहीं डरा-धमकाकर उसका एक मुस्लिम महिला से निकाह भी करवा दिया गया था। 2023 में आकाश ने शाकिर के साथ मिलकर बेकरी का व्यापार शुरू किया था। आकाश ने शाकिर द्वारा मदद के लिए दिए गए आठ लाख रुपये किश्तों में वापस कर दिए थे, लेकिन इसके बावजूद वह उसे प्रताड़ित करता था।
इसे लेकर आकाश ने उसकी शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने उसके साथी मोहम्मद फहीम और ताहिर खान को भी मामले में आरोपित बनाकर गिरफ्तार किया है।
शादी के लिए शुभम से अमन बना
जहांगीराबाद क्षेत्र के अहीरपुरा में रहने वाले शुभम गोस्वामी की उसी क्षेत्र में रहने वाली एक मुस्लिम युवती से दोस्ती हुई थी। उनमें प्रेम प्रसंग शुरू हो गया। दोनों के बीच के रिश्ते की बात जब युवती के परिवार तक पहुंची तो उन्होंने युवक के विरुद्ध दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया। जिसके चलते युवक को चार महीने तक जेल में रहना पड़ा। जब वह जमानत पर बाहर आया तो मुस्लिम युवती के परिवार ने शादी की मंशा जताई और उसके सामने इस्लाम अपनाने की शर्त रखी। शुभम ने खतना करवाया और धर्म बदला, वह अमन खान बन गया।
जमातों में घुमाते रहे, फिर छोड़ दिया
युवती के स्वजन शुभम से अमन बने युवक को अधिक कट्टर बनाने के लिए सात दिन के लिए तब्लीगी जमात के साथ भेजा। उसके बाद एक महीना के लिए भेजा। बाद में 13 महीने की जमात में भेजा। शुभम ने सारी शर्तें पूरी कर दीं, तब भी युवती के स्वजन ने शादी से इंकार कर दिया। उन्होंने किसी अन्य युवती से उसकी शादी करवाने का आश्वासन दिया। वहीं जब युवक ने खुद को ठगा महसूस करते हुए विरोध किया तो उसे प्रताड़ित करना शुरू कर दिया।
दोनों पीड़ितों की शिकायत के बाद जांच उपरांत केस दर्ज किया गया है। फिलहाल दोनों मामलों के आरोपितों का आपस में कोई संबंध सामने नहीं आया है। हालांकि पुलिस सभी संभावित पहलुओं पर जांच कर रही है।
- आशुतोष गुप्ता, डीसीपी जोन-1

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