दतिया के पीतांबरा पीठ में निर्माणाधीन मुख्य द्वार के आठ पिलर भरभराकर ढहे, सहम गए श्रद्धालु, टला बड़ा हादसा
मध्यप्रदेश के दतिया में पीतांबरा पीठ मंदिर में निर्माणाधीन मुख्य द्वार के आठ खंभे अचानक गिर गए। गनीमत रही कि घटना के समय कोई मौजूद नहीं था, जिससे बड़ा हादसा टल गया। इस घटना से मंदिर परिसर में दहशत फैल गई और निर्माण की गुणवत्ता व डिजाइन पर सवाल उठ रहे हैं।

निर्माणाधीन मुख्य द्वार के पिलर गिरे।
डिजिटल डेस्क, ग्वालियर। मध्यप्रदेश के दतिया में स्थित प्रसिद्ध पीतांबरा पीठ में बुधवार रात बड़ा निर्माण हादसा होते-होते बच गया। मंदिर के सुंदरीकरण प्रोजेक्ट के तहत बनाए जा रहे नए मुख्य द्वार के 12 पिलरों में से आठ पिलर अचानक तेज धमाके जैसी आवाज के साथ ढह गए। गनीमत यह रही कि घटना के समय न तो निर्माण कार्य चल रहा था और न ही कोई मजदूर आसपास मौजूद था, वरना बड़ा हादसा हो सकता था।
घबरा गए श्रद्धालु
हादसे के बाद मंदिर परिसर में मौजूद श्रद्धालु दहशत में आ गए और निर्माण क्षेत्र की ओर दौड़े। वहां पहुंचकर देखा तो पूरा इलाका धूल के गुबार में ढका हुआ था और पिलरों का मलबा जमीन पर फैला था।
गुणवत्ता व डिजाइन पर उठे सवाल
करीब एक साल से चल रहे इस द्वार निर्माण कार्य को लेकर अब गुणवत्ता, तकनीकी डिजाइन और निगरानी पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इतनी बड़ी संख्या में पिलरों का एक साथ गिर जाना निर्माण में भारी लापरवाही का संकेत है।

पीठ प्रबंधन ने सुरक्षा के लिए प्रमुख सिंहद्वार को पहले ही बंद कर दिया था और निर्माण स्थल को चारों ओर से कवर भी किया गया था, ताकि श्रद्धालुओं का आवागमन रोका जा सके। हादसे के समय रोजमर्रा का काम कर मजदूर भी लौट चुके थे, जिससे जनहानि टल गई।
मौके पर पहुंचे अधिकारी
घटना के बाद निर्माण से जुड़े अधिकारी और ठेकेदार तुरंत मौके पर पहुंचे और पूरे ढह चुके हिस्से का निरीक्षण किया। फिलहाल मलबा हटाने और तकनीकी कारणों की जांच की तैयारी शुरू कर दी गई है।
पीतांबरा पीठ पर मुख्य द्वार निर्माण कार्य के दौरान बनाए गए आठ पिलर तकनीकी खामी के कारण गिरे हैं। संभवत उन पर अधिक भार आ गया, जिस कारण यह हुआ। इसकी जांच कराई जाएगी, ताकि आगे निर्माण कार्य में कोई खामी न रह सके। यह कार्य उदयपुर की रूपम कंस्ट्रेक्शन कंपनी कर रही है।
- महेश दुबे, व्यवस्थापक, पीतांबरा पीठ दतिया।

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